भारतीय संस्कृति को उखाडने का प्रयास करने वाले हमेशा विफल रहे: मोदी

भारतीय संस्कृति को उखाडने का प्रयास करने वाले हमेशा विफल रहे: मोदी
कामदगिरि भये राम प्रसादा, अवलोकत अपहरत विषादा
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चित्रकूट। भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट आये देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकवि तुलसीदास की चौपाई- “कामदगिरि भये राम प्रसादा, अवलोकत अपहरत विषादा” से सबको चित्रकूट की महिमा बताई। उन्होंने कहा कि कामदगिरि पर्वत से,भगवान राम के आशीर्वाद से,सभी कष्ट और परेशानियां दूर हो जाती हैं।
अरविन्द भाई के सम्मान मे जारी किया डाक टिकट
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अरविन्द भाई मफतलाल पर डाक टिकट जारी करते हुये कहा कि कारपोरेट वर्ल्ड में अरविन्द भाई का बडा नाम है। उन्होंने चित्रकूट को मानव सेवा के लिए चुना था। शुक्रवार को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जानकीकुण्ड परिसर में नये सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का शुभारम्भ करते हुये कहा कि यहां के संतों और ऋषियों से यहां की संस्कृति हमेशा से अक्षुण्य बनी हुई है। पूज्य रणछोड़दास जी ऐसे संत थे, जिनके निष्काम कर्मयोग से उन्हें प्रेरणा मिलती रही है। स्व अरविंद भाई मफतलाल की जन्म शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि अरविंद भाई का परिवार उनकी परमार्थिक पूंजी को समृद्ध कर रहा है। जानकीकुंड चिकित्सालय में नई विंग का लोकार्पण कर कहा कि इससे लाखों मरीजों को नया जीवन मिलेगा। आने वाले समय में सद्गुरू मेडिसिटी में गरीबों की सेवा के अनुष्ठान को नया विस्तार मिलेगा। अरविंद भाई मफतलाल की स्मृति में भारत सरकार ने विशेष डाक टिकट जारी किया। ये पल स्वतः में सबके लिए गौरव के पल हैं, संतोष के पल हैं।
तपे हुये संत की तरह था अरविन्द भाई का जीवन
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अरविंद भाई मफतलाल का जीवन तपे हुए संत की तरह था। आज हम सब अरविंद भाई की जन्म शताब्दी मना रहे हैं। उनकी प्रेरणा को सभी लोग आत्मसात करें। देश की अर्थव्यवस्था में उनकी अहम भूमिका रही है। कृषि क्षेत्र में भी उनके काम की सराहना होती है। उनके काम को लोग आज भी याद करते हैं। देश के बड़े बैंकों को भी उन्होंने नेतृत्व दिया था। जीवन में समाज पर अलग छाप छोड़ी थी। कमाए धन का सबसे प्रभावी संरक्षण त्याग है। अरविंद भाई ने इसे मिशन बनाकर काम किया है। उनके कार्य एक सामान्य प्रयास नहीं है। यहां ग्रामीण महिलाओं को ग्रामीण उद्योग की ट्रेनिंग मिल रही है। प्रधानमंत्री ने रघुवीर मन्दिर में पूजा करने के पश्चात श्रीराम संस्कृत महाविद्यालय के पुस्तकालय का निरीक्षण कर अरविन्द भाई की समाधि स्थल पहुंचे। मफतलाल को श्रद्धा-सुमन अर्पित कर कहा कि ” चित्रकूट सब दिन बसत, प्रभु सिय लखन समेत ” से चित्रकूट की महिमा बताई।
जगदगुरु रामभद्राचार्य की पुस्तकों का किया विमोचन
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प्रधानमंत्री तुलसीपीठ में जगदगुरु रामभद्राचार्य की हस्तलिखित तीन पुस्तकों का विमोचन किया। कहा कि संस्कृत भाषा से कई लोग दुश्मनी रखते हैं। दुनिया में हजारों वर्षों में कितनी ही भाषाएं आईं और चली गईं। नई भाषाओं ने पुरानी भाषाओं की जगह ले ली। संस्कृत आज भी उतनी ही अक्षुण्ण और अटल है। संस्कृत समय के साथ परिष्कृत तो हुई, लेकिन प्रदूषित नहीं हुई। भारतीय संस्कृति को कई बार उखाडने का प्रयास किया गया। चित्रकूट में पूरे दिन भगवान राम के मन्दिरों और संतों के दर्शन का सौभाग्य का दिन रहा।
प्रधानमंत्री तुलसीपीठ से हेलीपैड पहुंचे। उन्हें मप्र के राज्यपाल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदाई दी। प्रधानमंत्री ने दोनों से विशेष विमान के पास पांच मिनट वार्ता की।
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मानव सेवा को समर्पित थे मफतलाल – पीएम
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बांदा / स्व सेठ अरविंद भाई मफतलाल की जन्म शताब्दी समारोह पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्री सदगुरू सेवा संघ ट्रस्ट में रघुवीर मंदिर में पूजा कर सदगुरू नेत्र चिकित्सालय के मॉडल को देखा। उन्होंने नवीन जनरल चिकित्सालय विंग का शुभारम्भ किया। अरविंद भाई की समाधि पर पहुंच पुष्पांजलि अर्पित की। सदगुरू पब्लिक स्कूल परिसर में सदगुरू परिवार से कहा कि अरविंद भाई मफतलाल मानव सेवा को समर्पण भाव से काम करते रहे हैं। चित्रकूट क्षेत्र में 1968 में ट्रस्ट की स्थापना की थी। उस दौर में सडक, बिजली कोई व्यवस्था नही थी। अरविंद भाई का मानव सेवा के लिये त्याग और समर्पण स्मरणीय है। उन्होने नानाजी को प्रणाम करते हुए याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कामतानाथ महाराज सबकी विपत्तियां, संकट दूर करने वाले है, इनके दर्शन मात्र से सारे कष्टों का विनाश होता है। इस मौके पर सब स्पेशलिटी निर्माण में अरविंद भाई मफतलाल परिवार मुंबई, प्रमोद भाई हरियाणी परिवार जयपुर, बीके गौड़ परिवार दिल्ली, हरीश बलसारा ट्रस्ट, डा प्रकाश शाह अमेरिका, ललित जोबनपुत्रा परिवार मुंबई, प्रवीण वकील और विरायुश वकील मुंबई, स्नेहलता बेन, गिरीश भाई कल्पना पटेल अमेरिका, आनंद भाई संगीता पटेल अमेरिका, मारुति ट्रस्ट, ललित भाई रीता जोबनपुत्रा, अशोक त्रिवेदी परिवार एवं तमाम गुरु भाई-बहनें मौजूद रहीं। पूरी तरह से गैर राजनीतिक कार्यक्रम में किसी भी स्थानीय नेता को प्रवेश की अनुमति नहीं मिली। इससे नेता खासे मायूस हुए।