बंगाल में नवनिर्वाचित चार विधायक लेंगे आज शपथ, राजभवन की ओर से लगाया गया जुर्माना
कोलकाता: सदन का 10- दिवसीय सत्र सोमवार को शुरू हुआ और शोक प्रस्तावों के बाद स्थगित कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष ने अपने विधानसभा कक्ष में संवाददाताओं से कहा, परंपरा के अनुसार और संविधान के अनुच्छेद 188 के तहत मैं हाल के उपचुनावों में जीतने वाले नवनिर्वाचित चार सदस्यों को शपथ दिलाऊंगा।सदन शुरू होने से पहले विधानसभा में शपथ ग्रहण समारोह बिमान बंद्योपाध्याय ने कहा कि मंगलवार को दोपहर एक बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा में शपथ ग्रहण समारोह होगा। रायगंज से कृष्णा कल्याणी, बगदाह से बिस्वजीत दास और रानाघाट दक्षिण से मुकुट मणि अधिकारी के लोकसभा चुनाव लड़ने के कारण अपनी-अपनी सीट छोड़ने के बाद इन सीटों पर उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी। वर्ष 2022 में पश्चिम बंगाल में मौजूदा विधायक साधन पांडेय की मृत्यु के बाद माणिकतला में उपचुनाव की जरूरत पड़ी।साधन पांडेय ने शपथ के लिए लिखा था पत्रपश्चिम बंगाल विधानसभा में कल्याणी, अधिकारी, साधन पांडेय की विधवा सुप्ति पांडेय और मधुपर्णा ठाकुर 10 जुलाई को हुए उपचुनाव में क्रमश: रायगंज, रानाघाट दक्षिण, माणिकतला और बागदा सीट से निर्वाचित हुई थीं। पांडेय ने कहा, हमने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर अपनी इच्छा व्यक्त की थी कि संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार विधानसभा में उनके द्वारा हमें शपथ दिलाई जाए।
विधानसभा में शपथ ग्रहण पर जुर्माना
वही दूसरी ओर बंगाल में राजभवन ने विधानसभा हाल में शपथ ग्रहण लेने के लिए तृणमूल कांग्रेस के दो नवनिर्वाचित विधायकों पर जुर्माना लगाया है। विधायकों ने सोमवार को कहा कि उन्हें राजभवन से ईमेल मिले हैं, जिनमें शपथ ग्रहण की वैधानिकता पर सवाल उठाते हुए उनमें से प्रत्येक को 500 रुपए जुर्माना भरने को कहा गया है।विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने 5 जुलाई को विधानसभा हाल में दो विधायकों को शपथ दिलाई थी। इन दो विधायकों में रयात हुसैन सरकार और सायंतिका बनर्जी रहे, जबकि राज्यपाल ने इसके लिए सदन के उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी को नियुक्त किया था।इसके बाद यह मामला तूल पकड़ लिया और सरकार और राजभवन आमने-सामने आ गए।
ईमेल के जरिए मिली जानकारी: रिपोर्ट के मुताबिक, विधायक सरकार ने कहा कि ई-मेल में दोनों विधायकों को बताया गया है कि उन पर 500-500 रुपए का जुर्माना लगाया गया है. दोनों लोगों पर आरोप है कि उनके शपथ ग्रहण और विधानसभा सत्र के पहले दिन उपस्थित होने से संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन हुआ है।
विधानसभा अध्यक्ष से मिले दोनों विधायक: विधायक सायंतिका बनर्जी ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि हमने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की और उन्हें ईमेल दिखाया। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का कार्यालय इस मुद्दे पर विचार कर रहा है। हम समझते हैं कि लोकतंत्र का मंदिर कहे जाने वाले विधानमंडल में शपथ लेने के बाद निर्वाचित प्रतिनिधियों के रूप में सत्र में भाग लेने में हमें कोई समस्या नहीं है।सायंतिका बनर्जी कि वह विधानसभा सत्र में भाग लेती रहेंगी। उनसे जब पूछा गया कि क्या उन्होंने जुर्माना भर दिया है, बनर्जी ने कहा, मैं क्यों भरूं? क्या हमने कोई अवैध या अनुचित काम किया है? वहीं, राजभवन सूत्रों ने पुष्टि की है कि संबंधित विधायकों को इस तरह के ईमेल भेजे गए थे। विधानसभा अध्यक्ष से इस मामले पर प्रतिक्रिया के लिए संपर्क नहीं हो सका है। रिपोर्ट अशोक झा