पुलिस के वसूली कारोबार: फरार नरही थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज की तलाश में जुटी पुलिस डायरी खोलेगी कई राज
पुलिस के वसूली कारोबार: फरार नरही थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज की तलाश में जुटी पुलिस डायरी खोलेगी कई राज
उप्र बलिया में एडीजी और डीआईजी की छापेमारी में पुलिस के वसूली कारोबार का भंडाफोड़ होने के बाद छानबीन और तेज हो गई है। जांच की जिम्मेदारी संभाल रहे आजमगढ़ के एएसपी शुभम अग्रवाल ने लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी विभागीय के साथ ही बाहरी लोगों से पूछताछ की। पुलिस फरार नरही एसओ पन्नेलाल और कोरंटाडीह चौकी इंचार्ज राजेश कुमार प्रभाकर समेत सभी पांच पुलिसकर्मियों की तलाश में भी जुटी है।
जांच अधिकारी ने बताया कि साक्ष को इकट्ठा करने में एक-दो दिन का समय लगेगा। छापेमारी और मुकदमे के बाद से नरही एसओ पन्नेलाल, कोरंटाडीह चौकी इंचार्ज राजेश कुमार प्रभाकर के अलावा बलराम सिंह, दीपक मिश्र और विष्णु यादव फरार हैं। इनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उन्हें ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। पकड़ने के लिए टीमे गठित किया गया है।
जांच अधिकारी ने बताया कि साक्ष को इकट्ठा करने में एक-दो दिन का समय लगेगा। छापेमारी और मुकदमे के बाद से नरही एसओ पन्नेलाल, कोरंटाडीह चौकी इंचार्ज राजेश कुमार प्रभाकर के अलावा बलराम सिंह, दीपक मिश्र और विष्णु यादव फरार हैं। इनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उन्हें ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। पकड़ने के लिए टीमे गठित किया गया है।
साक्ष और न ही कुछ पता चल पा रहा है। उल्लेखनीय है कि छापेमारी में वसूली का खुलासा होने के बाद जिन सात पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कराया था, उनमें उक्त पांच के अलावा सतीश गुप्त और हरिदयाल भी थे। इन दोनों को उसी समय गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तार दोनों सिपाहियों के साथ ही 16 दलालों को भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार दलालों में भरौली निवासी रविशंकर यादव, जितेश चौधरी, अजय कुमार पांडेय, अरविंद यादव, रमाशंकर चौधरी, जवाहिर यादव, हरेंद्र यादव, सलाम अंसारी व आनंद कुमार ठाकुर, अमांव निवासी धर्मेंद्र यादव, कथरिया निवासी सोनू सिंह, कोटवां नारायनपुर निवासी विवेक शर्मा, गाजीपुर जिले के करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के राजापुर निवासी दिलीप कुमार यादव, भभुआ (बिहार) कुधनी थाना क्षेत्र के चंडेश निवासी विकास राय, बक्सर (बिहार) के औद्योगिक नगर थाना क्षेत्र के सारिमपुर निवासी वीरेंद्र सिंह यादव व अर्जुनपुर निवासी वीरेन्द्र राय शामिल हैं।
छापेमारी और नरही थाने पर छानबीन के दौरान एडीजी और डीआईजी ने नगदी, मोबाइल के साथ ही एक नोटबुक भी बरामद किया है। बताया जा रहा है कि यह डायरी वसूली कारोबार से जुड़े कई रोज खोल सकती है। कई खास लोगों के नाम भी इसमें दर्ज हो सकते हैं।