भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश संभव नहीं, सीमा के चारों तरफ भारतीय सेना है तत्पर

स्लीपर सेल के माध्यम से देश के अंदर हो सकता है उत्पात


भारत बांग्लादेश बॉर्डर से अशोक झा: भारत के साथ बांग्लादेश की 4096 किलोमीटर लंबी जमीनी सीमा है। अगर बांग्लादेश की सेना पाकिस्तान या चीन या खुद के नेताओं के भड़कावे में आकर भारत के खिलाफ कोई एक्शन ले तो क्या होगा? बांग्लादेश में फिलहाल जो स्थिति है, उसके हिसाब से इस सीमा का इस्तेमाल पाकिस्तानी आतंकी स्मगलर कर सकते हैं। भारत और बांग्लादेश की सीमा ऐसी है कि इसमें कई तरह की चुनौतियां हैं। बड़े इलाके में जंगल, नदियां, पहाड़ और दलदली इलाका है. सीमाओं पर इंफ्रास्ट्रक्चर कम है. साथ ही फेंसिंग को लेकर स्थानीय तौर पर विरोध-प्रदर्शन अलग होता है। इसके अलावा छोटे-मोटे विवाद होते रहते हैं।ह्यूमन ट्रैफिकिंग होती है. हथियारों, ड्रग्स, मवेशियों की स्मगलिंग होती है।जिन्हें रोकने के लिए इस सीमा के आसपास कई बेस बनाए गए हैं। भारत को नुकसान पहुंचाना आसान नहीं है। भारत के अंदर स्लीपर सेल कोई उत्पात मचा सकता है। जानते हैं कि भारतीय मिलिट्री के कौन-कौन से बेस कहां-कहां हैं?भारतीय वायुसेना के बेस : हासीमारा एयर फोर्स बेस… बांग्लादेश की सीमा से मात्र 20 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल में.
बागडोगरा एयर फोर्स बेस… बांग्लादेश की सीमा से मात्र 30 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल में।पानागढ़ एयर फोर्स बेस… बांग्लादेश की सीमा से मात्र 50 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल में.
कलाईकुंडा एयर फोर्स बेस… सीमा से मात्र 60 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल में।भारतीय थलसेना के बेस: बिन्नागुड़ी कैंटोनमेंट… पश्चिम बंगाल में मौजूद यह बेस बांग्लादेश की सीमा से मात्र 10 km दूर है।मिस्सामारी आर्मी बेस… असम में मौजूद यह बेस बांग्लादेश की सीमा से मात्र 20 km दूर है।
रांगिया आर्मी बेस… असम में मौजूद यह बेस बांग्लादेश की सीमा से करीब 30 km दूर है। बिन्नागुड़ी आर्मी बेस बंगाल में बांग्लादेश की सीमा से करीब 20 km दूर है ये बेस।
सिवोक रोड आर्मी बेस बंगाल में बांग्लादेश सीमा से करीब 40 किलोमीटर दूर है ये बेस।जलपाईगुड़ी बेस: प. बंगाल में बांग्लादेश सीमा से मात्र 30 km दूर है यह बेस।भारतीय नौसेना के बेस ::INS नेताजी सुभाष बांग्लादेश की सीमा से करीब 200 किलोमीटर दूर कोलकाता में।INS पारादीप… बांग्लादेश की सीमा से करीब 400 किलोमीटर दूर ओडिशा में।INS अंडमान और निकोबार कमांड… बांग्लादेश की सीमा से 1200 km दूर पोर्ट ब्लेयर में। INS कट्टाबम्मन… तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में मौजूद इस बेस की दूरी बांग्लादेश सीमा से 1700 km है।इसके अलावा तीन और नौसैनिक बेस हैं. जो बांग्लादेश पर किसी भी समय हमला करन में सक्षम हैं। ये हैं विशाखापट्टनम नेवल बेस, चेन्नई नेवल बेस और एन्नोर नेवल बेस।BSF यानी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स है बड़ी ताकत… अकेले संभाल सकती है बांग्लादेश को। बांग्लादेश सीमा के पास BSF के कई बेस हैं. इनकी सही संख्या सार्वजनिक नहीं की गई है. लेकिन बीएसएफ के पूर्वी कमांड का मुख्यालय कोलकाता में है. यही बांग्लादेश की सीमा की सुरक्षा का दायित्व संभालती है. इसके अलावा बांग्लादेश की सीमा के साथ कई फ्रंटियर हेडक्वार्टर्स भी हैं. जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर जनरल करते हैं।इसके बाद हर फ्रंटियर हेडक्वार्टर में कई सेक्टर हेडक्वार्टर आते हैं। जिनका नेतृत्व डिप्टी जनरल इंस्पेक्टर करते हैं. इसके अलावा बांग्लादेश की कई बटालियन सीमा के साथ तैनात है. हर बटालियन में 4 से 5 इंफैन्ट्री कंपनियां हैं। इसके अलावा सर क्रीक एरिया में स्पेशल यूनिट यानी क्रीक क्रोकोडाइल कमांडो यूनिट तैनात की गई है।
कुल आबादी करीब 16.72 करोड़ है. इसमें से सेना में जाने लायक 31.76 लाख लोग हैं।बांग्लादेश की सभी सेनाओं को मिला लें तो उसके पास कुल मिलाकर 69.63 लाख जवान हैं।जिसमें से 1.63 लाख एक्टिव हैं. यानी तैनाती मोड पर. बांग्लादेश के पास रिजर्व फोर्स नहीं है। लेकिन 68 लाख की पैरामिलिट्री जरूर है। वायुसेना के 17,400, थल सेना में 1.60 लाख और नौसेना में 25,100 सैनिक शामिल हैं।
वायुसेना के पास 44 फाइटर जेट्स, 26 हमले के लिए रहते हैं तैयार
अब अगर वायुसेना की बात करें तो बांग्लादेश की एयरफोर्स के पास कुल मिलाकर 216 एयरक्राफ्ट हैं. यानी विमान. जिसमें से 130 रेडी मोड में हैं। इसमें से 44 फाइटर जेट्स हैं. जिसमें 26 रेडी रहते हैं. 16 ट्रांसपोर्ट विमान हैं. इसमें से 10 उड़ान भरते रहते हैं. इसके अलावा 87 ट्रेनर्स हैं. जिसमें से 52 एक्टिव हैं। चार स्पेशल मिशन एयरक्राफ्ट्स हैं, जिनमें से दो हमेशा रेडी रहते हैं. बांग्लादेश के पास कुल 73 हेलिकॉप्टर्स हैं. जिनमें से 44 एक्टिव रहते हैं।320 टैंक्स, 437 आर्टिलरी और 71 रॉकेट लॉन्चर का जखीरा भी है।थल सेना की ताकत की बात करें तो बांग्लादेश की आर्मी के पास 320 टैंक्स हैं. जिनमें से 224 एक्टिव मोड में तैयार हैं. इसके अलावा 13,100 अलग-अलग प्रकार की गाड़ियां हैं। जिनमें से 9170 हमेशा चलती-फिरती रहती हैं. इसके अलावा सेना के पास 27 सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी यानी स्वचालित तोप. जिसमें से 19 हमेशा रेडी रहते हैं. 437 टोड आर्टिलरी हैं। यानी खींचकर ले जाने वाले तोप. इसमें से 306 हमेशा तैनात हैं। 71 मल्टी-लॉन्च रॉकेट सिस्टम हैं।नौसेना बहुत दम नहीं, लेकिन काम भर के छोटे युद्धपोत हैं।बांग्लादेश की नौसेना के पास कुल मिलाकर 117 एसेट्स हैं. यानी यान, पोत या जहाज. कोई एयरक्राफ्ट कैरियर, हेलिकॉप्टर कैरियर, डेस्ट्रॉयर नहीं हैं. सात फ्रिगेट, 6 कॉर्वेट और 2 पनडुब्बियां हैं. इसके अलावा 55 पेट्रोल वेसल हैं. पांच माइन वॉरफेयर है। यानी समंदर में बारूदी सुरंगें बिछाने वाले जहाज।

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