ट्रेनी महिला डॉक्टर से रेप एंड मर्डर आंदोलन से डर रही सीएम ममता, कहा क्या बंगाल को बांग्लादेश बनाना है ?
सीबीआई ने शुरू की जांच, तैयार किए 18 सवाल कइयों तक पहुंचेगा आंच
– सीबीआई ने शुरू की जांच, तैयार किए 18 सवाल कइयों तक पहुंचेगा आंच,
अशोक झा, कोलकाता: कोलकात्ता में ट्रेनी महिला डॉक्टर से रेप एंड मर्डर मामले में पश्चिम बंगाल सहित देश में हो रहे आंदोलन और राजनीति ने ममता बनर्जी को अपनी कुर्सी पर खतरा मंडराता हुआ नजर आने लगा है।बावजूद इसके डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है. इस बीच डॉक्टर के प्रदर्शन से पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी नाराज हो गई हैं. उन्होंने कहा है कि इस घटना के बहाने क्या प्रदर्शनकारी पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश बना देना चाहते हैं क्या?हालांकि बनर्जी ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश का स्वागत किया है. बनर्जी ने विपक्षी माकपा और भाजपा पर इस घटना का राजनीति करण करने और बांग्लादेश में छात्र आंदोलन की तरह राज्य में विरोध प्रदर्शन को भड़काने की कोशिश करने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से काम का बहिष्कार त्यागने की अपील करते हुए कहा कि वे काम पर लौट आएं, क्योंकि स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। उन्होंने कहा, “हम कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश का पालन करेंगे और सीबीआई को पूरा सहयोग देंगे. हमें सीबीआई को मामला सौंपे जाने से कोई समस्या नहीं है, क्योंकि हम चाहते हैं कि यह मामला जल्द से जल्द सुलझ जाए.” हाईकोर्ट ने डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या मामले को मंगलवार को कोलकाता पुलिस से सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया।स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर पार्टी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “हमने इस मामले में हर संभव कार्रवाई की है, लेकिन फिर भी दुर्भावना पूर्ण अभियान चल रहा है।” उन्होंने कहा, “आप मुझे जितना चाहें उतना गाली दें, लेकिन कृपया राज्य को गाली न दें।बंगाल में बांग्लादेश जैसे आंदोलन की कोशिश: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि माकपा और भाजपा बंगाल में सत्ता हथियाने के लिए बांग्लादेश जैसा प्रदर्शन आयोजित करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से काम पर लौटने की भी अपील की है। उन्होंने इस मामले से निपटने में बंगाल सरकार की आलोचना करने वालों पर भी पलटवार किया और कहा कि उन्होंने खुद रात भर मामले की निगरानी की और अपराध के बारे में पता चलते ही पुलिस आयुक्त और महिला के माता-पिता से बात की। ममता बनर्जी ने पूछा, “इस केस में हमने क्या कार्रवाई नहीं की? बलात्कारी को फांसी दिलाने की बात: सीएम ने कहा, “हमने क्या नहीं किया? हमने क्या कार्रवाई नहीं की? जैसे ही मुझे घटना के बारे में पता चला, मैंने पुलिस आयुक्त से बात की और (महिला के) माता-पिता से बात की। दाह संस्कार होने तक मैं पुलिस के संपर्क में थी। पुलिस ने हत्यारे को 12 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि पीड़ित माता-पिता से कहा है कि बलात्कारी को फांसी दी जाएगी और मैं इस पर अभी भी कायम हूं। इससे पहले भाजपा के सैंकड़ों समर्थकों ने सरकारी अस्पताल में महिला चिकित्सक से कथित तौर पर बलात्कार और उसकी हत्या के खिलाफ में बुधवार को मार्च निकाला। भाजपा समर्थकों में अधिकतर महिलाएं थीं, जिन्होंने पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग बनर्जी के पास हैं।लकाता में रेप और मर्डर की पीड़ित डॉक्चर की दोनों आंखे घायल, मुंह से रिसता खून, घायल होठ, पूरा चेहरा जख्मी गर्दन घायल, दोनों हाथों की उंगलियों के नाखून जख्मी, जख्मी प्राइवेट पार्ट से बहता खून, बांया पैर जख्मी, पेट घायल, दाहिने पैर की एड़ी जख्मी और दाहिने हाथ की रिंग फिंगर टूटी हुई थी। सीबीआई के साथ मेडिकल टीम और फोरेंसिक विशेषज्ञ भी हैं। सीबीआई ने संयय रॉय को अरेस्ट करने के बाद सबसे पहले उसे अस्पताल ले गई। यहां सीबीआई की टीम उसे क्राइम सीन पर लेकर गई। इतना ही नहीं सीबीआई अधिकारियों ने कोलकाता पुलिस ने एसआईटी के सदस्यों के साथ भी बैठक की और यह जाना की मामले की जांच कहां तक पहुंची है।सीबीआई इस बात की जांच करेगी कि क्या गिरफ्तार संजय रॉय पिछले एक महीने से डॉक्टर का पीछा कर रहा था? क्या कोई फुटेज है, जहां संजय पीछा कर रहा है? क्या डॉक्टर का रेप और मर्डर पूर्व नियोजित था? हत्या की साजिश कैसे रची? संजय रॉय ने एसआईटी पुलिस को दिए बयान में कहा कि वह पहले कभी सेमिनार हॉल में नहीं आया था यह जानकारी सच है या नहीं, इसकी जांच सीबीआई करेगी.
किन- किन सवालों के जवाब तलाशेगी सीबीआई? संजय रॉय डॉक्टर के रेप और हत्या का मकसद जानेगी। ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप हुआ था या फिर गैंगरेप, क्या महिला डॉक्टर के रेप और मर्डर के समय घटनास्थल पर अकेले संजय रॉय ही था या कोई और भी था? सीबीआई की टीम घटनास्थल का दौरा करेगी। सीबीआई पीड़ित परिवार का बयान लेगी। पुलिस को मिली पहली कॉल से लेकर पूरे क्राइम सीक्वेंस को एस्टेब्लिश करेगी। आरजी कर मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट सुप्रिटेंडेंट का बयान दर्ज भी करेगी। क्योंकि मृतका के परिवार का आरोप था कि असिस्टेंट सुप्रिटेंडेंट ने ही उन्हें कॉल कर सुसाइड की जानकारी देकर मौके पर बुलाया। सीबीआई का फोकस मृतका के चार दोस्तों पर भी रहेगा जिनके साथ पीड़िता ने डिनर किया था, इन्होंने ही उसे आखिरी बार देखा और मिले थे। सीबीआई उस डिलीवरी बॉय से भी पूछताछ करेगी जिसने पीड़िता को डिनर सर्व किया था। क्या वारदात के बाद सबूत मिटाए गए और कैसे?।
हत्या को पहले आत्महत्या क्यों बताया गया, इसमे कौन कौन शामिल है और आखिर क्या छुपाया जाना था? क्या वारदात में किसी भी तरह से कॉलेज प्रशासन की भूमिका है? वारदात के बाद पुलिस को जानकारी काफी देर बाद क्यों दी गई?।आरोपी का इतिहास खंगालेगी सीबीआई। आरोपी की मनोस्थिति का अध्ययन करेगी। उसका पुराना कंडक्ट खंगाला जाएगा। आरोपी के परिवार के तमाम सदस्यों से बात करेगी सीबीआई। जरूरत के हिसाब से आरोपी के साइंटिफिक टेस्ट भी करवा सकती है सीबीआई।