ट्रेनी डॉक्टर दुराचार और हत्या मामले में गिरी पुलिस वालों पर गाज

आज भी होगा डॉक्टरों का विरोध मार्च, भाजपा सुप्रीम आदेश से खुश

अशोक झा, कोलकाता: सुप्रीम कोर्ट के तीखे बयानों के बाद कोलकाता पुलिस ने एक्शन लिया है। अब खबर आई है कि आर जी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तोड़फोड़ को रोकने में नाकाम रहने पर तीन पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। विभागीय जांच भी शुरू की जाएगी: कोलकाता पुलिस ने दो असिस्टेंट कमिश्नर रैंक के अधिकारी और एक इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, आर जी कर मेडिकल कॉलेज में तोड़फोड़ रोकने में नाकाम रहने पर तीनों को निलंबित कर दिया गया है। इन अधिकारियों को गुंडों को रोकने के लिए उचित कदम न उठाने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की जाएगी।आरोपी संजय रॉय अपने एक साथी के संग 8 अगस्त की आधी रात के बाद सोनागाछी गया था जो कि उत्तरी कोलकाता का रेड लाइट एरिया है। इस दौरान रॉय ने शराब पी। उसका साथी एक वेश्या के घर चला गया मगर वह बाहर ही खड़ा रहा। सूत्रों ने बताया कि रात करीब 2 बजे ये दोनों दक्षिण कोलकाता के चेतला की रेड लाइट एरिया में भी गए। इस दौरान रॉय ने वहां से गुजर रही एक महिला को छेड़ा भी था। बताया जा रहा है कि उसने एक महिला को फोन किया और उसे न्यूड फोटो भेजने के लिए कहा था। इस बीच, रॉय के दोस्त ने किराए पर बाइक ली और अपने घर चला गया।शराब पीते हुए देखता रहा पोर्न: संजय रॉय भोर में करीब 3.50 बजे आरजी कर अस्पताल आया। इस दौरान उसे ट्रॉमा यूनिट के आसपास छिपते हुए देखा गया। नशे की हालत में वह ऑपरेशन थियेटर का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गया। वह सुबह करीब 4.03 बजे हॉस्पिटल के इमरजेंसी विंग में पहुंचा और सीधे तीसरी मंजिल के सेमिनार हॉल में चला गया। रिपोर्ट में बताया गया कि पुलिस की पूछताछ में संजय ने यह कबूल किया कि ट्रेनी डॉक्टर सो रही थी, जब उसने वहां पर उसे देखा। वह उसके ऊपर कूद पड़ा और उसके साथ बलात्कार किया। यह बात भी निकलकर सामने आई है कि आरोपी ने शराब पीने के दौरान पोर्न देखा था। वह अक्सर ऐसा करता रहता था।
9 अगस्त को सेमिनार हॉल में मिला शव: बता दें कि ट्रेनी डॉक्टर का शव 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में मिला था। शव पर गंभीर चोटों के निशान थे। बलात्कार और हत्या की इस घटना में संलिप्तता को लेकर अगले दिन ही कोलकाता पुलिस ने संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया। इस बीच, सीबीआई ने उसके एक अधिकारी के नाम से सोशल मीडिया में वायरल उस पत्र को फर्जी करार दिया है, जिसमें बाहरी हस्तक्षेप के कारण उन्होंने इस मामले की जांच से हटने का अनुरोध किया है। ब्यूरो ने कहा कि यह पत्र पूरी तरह फर्जी है। इस मामले की जांच ब्यूरो के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय के अधीन की जा रही है। ब्यूरो ने कहा कि पत्र में जिस उप महानिरीक्षक डॉ. आकाश नाग का हवाला दिया गया, उस नाम का कोई अधिकारी ब्यूरो में कार्यरत नहीं है। इस पत्र में कही गई सभी बातें झूठी हैं और सभी हितधारकों व आम लोगों को इसे नजरंदाज करना चाहिए।सुप्रीम कोर्ट ने पूछे तीखे सवाल: कोलकाता रेप-मर्डर मामले की सुनवाई करते हुए मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हम यह समझ नहीं पा रहे हैं कि राज्य सरकार अस्पताल में तोड़फोड़ के मुद्दे को कैसे नहीं संभाल पाई। कोर्ट ने पूछा कि बंगाल सरकार प्रिंसिपल के बारे में क्या करेगी? हत्या का मुकदमा दर्ज करने में देरी क्यों हुई? पुलिस ने क्राइम सीन को प्रोटेक्ट क्यों नही किया? हजारों लोगों को अंदर क्यों आने दिया? प्रिंसिपल को दूसरे कॉलेज में क्यों ज्वाइन कराया गया?डॉक्टर काम पर लौट आएं- सुप्रीम कोर्ट: सुप्रीम कोर्ट का एक लिखित आदेश सामने आया है जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने देशभर के डॉक्टरों से ये अपील की है कि वो काम पर लौट आएं। सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल प्रोफेशन में काम करने वालों को आश्वस्त किया है कि कोर्ट उनकी चिंताओं पर विचार कर रहा है। उनकी सुरक्षा राष्ट्रीय प्राथमिकता का विषय है। सुप्रीम कोर्ट ने उम्मीद जताई है कि केंद्रीय सुरक्षा बलों की हॉस्पिटल में तैनाती से डॉक्टर जल्द से जल्द ड्यूटी पर लौटेंगे।महिला सुरक्षा के लिए ममता सरकार की गाइडलाइंस पर क्यों उठे सवाल? लोग बोले- ऐसे तो अवसर कम होंगेसुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता रेप-मर्डर केस में नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया, ये डॉक्टर होंगे शामिल। इसके साथ ही कोलकाता रेप मामले को लेकर सूबे की सरकार को फटकार लगाई है. मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच ने एफआईआर दर्ज करने में हुई देरी को लेकर आरजी कर अस्पताल के अधिकारियों पर भी कड़ी नाराजगी जताई।
टास्क फोर्स में कौन से लोग शामिल किए गए?सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन, महानिदेशक चिकित्सा सेवाएं (नौसेना)
डॉ. डी नागेश्वर रेड्डी, डॉ. एम श्रीनिवास, निदेशक, AIIMS दिल्ली
डॉ. प्रतिमा मूर्ति, निमहंस, बैंगलोर, डॉ. गोवर्धन दत्त पुरी, AIIMS जोधपुर, डॉ. सौमित्र रावत, सदस्य गंगाराम अस्पताल, दिल्ली
प्रोफेसर अनीता सक्सेना, कुलपति, पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, डॉ. पल्लवी सैपले, जेजे ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, डॉ. पद्मा श्रीवास्तव, पारस अस्पताल गुड़गांव में न्यूरोलॉजी की अध्यक्ष, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार ये सुनिश्चित करे कि जो लोग अस्पताल के अंदर हुई तोड़फोड़ में शामिल थे, उनके खिलाफ कार्रवाई हो।टास्क फोर्स का क्या काम होगा?कोर्ट द्वारा बनाई गई टास्क फोर्स में भारत सरकार के कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के अध्यक्ष, राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड के अध्यक्ष भी होंगे. चीफ जस्टिस ने यह भी साफ किया कि टास्क फोर्स चिकित्सा पेशेवरों की सुरक्षा, भलाई और अन्य संबंधित मामलों पर विचार करेगी. इसका काम लिंग आधारित हिंसा को रोकना, इंटर्न, रेजिडेंट, नॉन रेजिडेंट डॉक्टरों के सम्मानजनक कामकाज के लिए राष्ट्रीय योजना तैयार करना होगा।इन मुद्दों पर रिपोर्ट देगी कमेटी: इमरजेसीं वार्ड के आस-पास अतिरिक्त सुरक्षा की जरूरत है या नहीं। हथियारों को प्रवेश करने से रोकने के लिए बैगेज स्क्रीनिंग की जरूरत पर निगरानी,अगर कोई व्यक्ति मरीज नहीं है, तो उसे एक सीमा से ज्यादा की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा, डॉक्टरों के लिए विश्राम कक्ष और डॉक्टरों, नर्सों के आराम करने के लिए लिंग तटस्थ स्थान होना चाहिए, ऐसे स्थानों में बायोमेट्रिक्स और चेहरे की पहचान होनी चाहिए, हॉस्पिटल में सभी जगहों में उचित प्रकाश व्यवस्था, सभी स्थानों पर सीसीटीवी लगाना, चिकित्सा पेशेवरों के लिए रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक परिवहन
दुख और संकट से निपटने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन
संस्थागत सुरक्षा उपायों का तिमाही ऑडिट, आने वाले लोगों के पुलिस बल की स्थापना, POSH अधिनियम चिकित्सा प्रतिष्ठानों पर लागू होता है, इसलिए ICC का गठन किया जाना चाहिए
चिकित्सा व्यवसाय की इमरजेंसी स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर
‘एक और रेप-मर्डर का इंतजार नहीं। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि देश एक और रेप-हत्या मामले का इंतजार नहीं कर सकता है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सवाल किया कि राज्य सकार पोस्टमार्टम रिपोर्ट क्यों छिपा रही है. इस पर पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा कि मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

Back to top button