इंसाफ के लिए आंदोलन के पिच पर उतरे परिवार के साथ सौरव गांगुली
कहा, 2024 में इस प्रकार की घटना सुनकर शर्म आती है, विश्वास करना मुश्किल
अशोक झा, सिलीगुड़ी: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने कोलकाता में ‘कैंडल लाइट’ विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुए और उस प्रशिक्षु चिकित्सक के लिए न्याय की मांग की, जिसकी इस माह की शुरुआत में शहर के एक सरकारी अस्पताल में कथित तौर पर दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली, उनकी पत्नी डोना गांगुली और बेटी सना गांगुली भी शामिल हो गई हैं. सौरव गांगुली ने अपनी पत्नी और बेटी के साथ बर्बर घटना का जमकर विरोध किया।वहीं डोना गांगुली, उनकी बेटी सना ने इस घटना के विरोध में हाथों में मोमबत्ती लेकर विरोध-प्रदर्शन किया और आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता को लेकर न्याय की गुहार लगाई। काले कपड़े पहनकर डोना के साथ उनकी डांस अकैडमी के काफी लोग कैंडल प्रोटेस्ट करते नजर आए। डोना एक उड़िया डांस भी हैं। इस दौरान उन्होंने कहा, हम रेप के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. हमें सेफ सोसाइटी चाहिए। रेप को बंद होना चाहिए. डोना ने आगे कहा, ‘हमें न्याय चाहिए। यह सब बंद होना चाहिए. हर दिन हम रेप की खबरें सुनते हैं और यह सुनकर दुख होता है कि सब 2024 में हो रहा है। यह बंद होना चाहिए।
सौरव ने भी लगाई थी न्याय की गुहार; इससे पहले सौरव गांगुली ने भी इस केस के आरोपियों को सख्त से सख्त सजा देने की गुहार लगाई थी. पीड़ित परिवार को समर्थन देने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी प्रोफाइल फोटो भी बदली थी।अपने हालिया बयान में सौरव गांगुली ने कहा था कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।अब इस केस की जांच सीबीआई और पुलिस के पास है।जो भी हुआ वह बेहद शर्मनाक है। दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल कांग्रेस ने रेप-मर्डर की घटना को लेकर विरोध में बुधवार को रैली निकाली।कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दोपहर में कोलकाता पुलिस मुख्यालय की ओर मार्च करने की कोशिश की। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल मन्नान और वरिष्ठ नेता प्रदीप भट्टाचार्य समेत कुछ वरिष्ठ नेताओं को अन्य पार्टी सदस्यों के साथ पुलिस मुख्यालय के पास सेंट्रल एवेन्यू में रोक लिया गया और हिरासत में ले लिया गया राज्यपाल ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस बुधवार को कोलकाता की निर्भया के घर गए और उसके माता-पिता से बात की। बोस ने मंगलवार को महिला डॉक्टर के माता-पिता से दो बार फोन पर बात की थी और उन्हें न्याय का भरोसा दिया था।
पूर्व नौकरशाहों ने साझा किया बयान: दूसरी ओर, महिला डॉक्टर के रेप-मर्डर केस में करीब 300 जजों, पूर्व नौकरशाहों, वरिष्ठ अधिकारियों, पूर्व सैन्य अधिकारियों ने साझा बयान जारी किया है. उन्होंने कहा, इस हत्याकांड ने पूरे देश को हिला दिया है. यह न्याय के अलावा तुरंत बदलाव की मांग करता है. सभी जाति धर्मों की महिलाओं की सुरक्षा हो। इसे शुरू में आत्महत्या कहा गया।पीड़ित के माता पिता को घंटों इंतजार कराया गया. क्राइम सीन से केवल बीस मीटर दूर कंस्ट्रक्शन का काम चौबीस घंटे के भीतर शुरू कर दिया गया. डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए पेट्रोलिंग और सुरक्षाकर्मी बढ़ाए जाएं. महिला और पुरुष डॉक्टरों के लिए अलग-अलग वॉशरूम हों. डॉक्टर रूम में इमरजेंसी एसओएस की व्यवस्था हो. संस्थानों के प्रशासनिक प्रमुखों के व्यवहार की व्यापक जांच हो। इन बुद्धिजीवियों ने कहा, पश्चिम बंगाल के नीति निर्माता इस घटना के मद्देनजर निर्णायक कार्रवाई करें ताकि हेल्थकेयर वर्कर्स का विश्वास बहाल हो सके।