फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले का मास्टरमाइंड लखनऊ से गिरफ्तार
लखनऊ। फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले के मास्टरमाइंड को रविवार को यूपी एटीएस की टीम ने लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। बिहार के रहने वाले इस मास्टरमाइंड की लोकेशन यूपी एटीएस की टीम सर्विलांस पर लगातार ट्रेस कर रही थी। उस पर पुलिस अधीक्षक ने 25000 रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। आरोपी से पूछताछ में फर्जी प्रमाण पत्र के रैकेट से जुड़े कई अन्य संदिग्ध एटीएस के रडार पर आ गए हैं। यह संदिग्ध भी ग्राम विकास अधिकारी की ओरिजिनल आईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल करके जन्म प्रमाण पत्र जारी कर रहे हैं।
यूपी एटीएस द्वारा पकड़ा गया मास्टरमाइंड रविकेश दरभंगा जिले के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बिउनी पोस्ट कुसौंथर का रहने वाला है रायबरेली में पकड़े गए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में पुलिस और एटीएस एक माह से तलाश कर रही थी उसके सभी मोबाइल नंबर से रिलायंस पर लगे हुए थे इसी बीच एटीएस की टीम को पता चला कि आरोपी रवि प्रकाश लखनऊ आ रहा है। इसी आधार पर उसे लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी रविकेश ने 2 साल पहले फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का धंधा शुरू किया। इसके लिए उसने वर्ष 2022 में www.crsorgi.gov.in और वर्ष 2023 में www.thedshboard.in नाम से पोर्टल बनाकर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का धंधा शुरू किया। फेसबुक अकाउंट के माध्यम से अपने रैकेट में उसने उत्तर प्रदेश और बिहार के सैकड़ो लोगों को अपने इस रैकेट में शामिल किया। इसमें कई csc संचालक और ग्राम विकास अधिकारी भी हैं।
विभिन्न राज्यों में 4 लाख फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाए
रायबरेली पुलिस के मुताबिक पूछताछ में आरोपी रविकेश ने बताया है कि दोनों पोर्टल पर करीब 4100 यूजर हैं। इनमें 1500 एक्टिव यूजर हैं। यही एक्टिव यूजर उसके परमानेंट कस्टमर भी हैं। इनके जरिए उसे हर रोज दो से तीन हजार रुपए की इनकम हो रही थी। मास्टरमाइंड और उसके रैकेट में शामिल एक्टिव यूजर अब तक करीब 4 लाख फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और 5000 फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बना चुके हैं। वर्ष 2022 में ही उसे सरकारी पोर्टल के अलग-अलग यूजर और पासवर्ड भी प्राप्त होने लगे थे। जिस पर ओटीपी डालने के बाद फर्जी प्रमाण पत्र निर्गत कर दिए जाते थे।
17 आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके
रायबरेली जनपद के सलोन कोतवाली क्षेत्र में ग्राम विकास अधिकारी की ओरिजिनल आईडी और पासवर्ड के जरिए कुछ वर्षों में ही 20000 से अधिक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी करने के मामले का खुलासा हुआ था। 18 जुलाई को कोतवाली में केस दर्ज कर सीएससी संचालक जीशान और ग्राम विकास अधिकारी विजय यादव समय चार लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे। इस केस की विवेचना में सामने आए नाम के आधार पर पुलिस 13 अन्य लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। अब तक 17 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के साथ यह संख्या 18 पहुंच गई हैं। अभी इसमें और भी गिरफ्तारी हो सकती हैं।