अमित शाह से मुलाकात के बाद चंपई सोरेन को जेड प्लस सुरक्षा देने का निर्णय
30 अगस्त को होंगे भाजपा में शामिल, कई और नेता होंगे उनके साथ

अशोक झा, सिलीगुड़ी: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन इस समय विधानसभा के चलते चर्चा का विषय बने हुए हैं । दरअसल, चम्पई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के अटकलों के साथ-साथ सुचना आ रही है कि सोरेन ने सोमवार देर रात भाजपा नेता ओर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की।इस मुलाक़ात के पीछे क्या राज है ये तो पता नहीं चल पाया है लेकिन, इस मुलाकात के बाद असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने चंपाई सोरेन के 30 अगस्त को भाजपा में शामिल होने की घोषणा कर दी है।हिमंता बिस्वा शर्मा ने जैसे ही इस बात की जानकारी दी कि चम्पई सोरेन 30 अगस्त को भाजपा में शामिल हो जाएंगे वैसे ही राजनितिक गलयारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। दरअसल, सीएम हिमंत ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि चंपाई ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। इससे पहले हेमंता ने जानकारी दी थी कि वह व्यक्तिगत रूप से चाहते हैं कि चंपाई सोरेन भाजपा में आएं। उनके भाजपा में आने से पार्टी और भी ज्यादा मजबूत हो जाएगी। वहीं, कहा जा रहा है कि चंपाई 28 अगस्त को ही हेमंत मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे देंगे। जेड प्लस सुरक्षा का किया गया इंतजाम: सीएम हेमंत सोरेन ने विधानसभा चुनाव के चलते 29 अगस्त को कैबिनेट की बैठककी । अमित शाह से मुलाकात के बाद चंपाई सोरेन को जेड प्लस सुरक्षा देने का निर्णय लिया गया । झारखंड वापसी के बाद उन्हें यह सुरक्षा प्रदान की गई । जानकारी के मुताबिक अमित शाह चंपाई के भाजपा में शामिल होने के बाद सितंबर के पहले सप्ताह में उनके गांव जिलिंगगोड़ा जाएंगे। वहाँ पर एक अभिनंदन समारोह होगा जिसमे उन्हें शामिल होना है ।
चंपई सोरेन 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। जेएमएम के संस्थापक सदस्यों में से एक चंपई सोरेन दसवीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान ही शिबू सोरेन के अलग झारखण्ड राज्य आंदोलन से जुड़ गए थे और तब से उनका शिबू सोरेन और जेएमएम से गहरा नाता रहा है। चंपई सोरेन कई बार खुले मंच से शिबू सोरेन के प्रति अपने सम्मान को जाहिर कर चुके हैं। जानकारों के अनुसार शिबू सोरेन भी चंपई सोरेन को काफी मानते हैं। लेकिन, सियासत ऐसी चीज है कि जहां राजनीतिक नफा-नुकसान को देखते हुए कई बार समीकरण बदल जाते हैं।
झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन बिहार से अलग झारखंड राज्य आंदोलन से जुड़े नेता रहे हैं। चंपई सोरेन ने 90 के दशक में झारखंड राज्य आंदोलन में कोल्हान टाइगर के रूप में अपनी अलग पहचान बना ली थी। उस वक्त कोल्हान क्षेत्र में निर्मल महतो, शैलेंद्र महतो और बागुन सुम्बरुई जैसे सक्रिय आंदोलनकारी नेताओं के बीच अपनी पहचान स्थापित की थी।चंपाई करीब पांच दशकों तक जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन के खास रहें। चंपाई सोरेन जेएमएम के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 1991 में पहली बार बिहार विधान सभा उपचुनाव में सरायकेला से निर्दलीय विधायक चुने गए थें।
चंपई सोरेन के नाम कई रिकॉर्ड: चंपाई सोरेन 1991 से अबतक सरायकेला विधानसभा सीट से लगातार 7 बार चुनाव लड़ें। साल 2000 का विधान सभा चुनाव छोड़कर सभी चुनाव जीतें। वर्ष 2000 के चुनाव में बीजेपी के अनंत राम टुडू ने हराया था। चंपई सोरेन 2010 में बीजेपी-जेएमएम गठबंधन की अर्जुन मुंडा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनें। वहीं चंपाई सोरेन को 2013 में जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन की हेमंत सोरेन सरकार में उद्योग, परिवहन और आदिवासी कल्याण मंत्री बनाया गया था। वहीं 2019 में जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन की हेमंत सोरेन सरकार में 28 जनवरी 2020 को चंपाई सोरेन फिर मंत्री बनाए गए। बीजेपी उम्मदीवार को भी हराया था: चंपाई सोरेन 1995 के विधान सभा चुनाव में जेएमएम के टिकट पर चुनाव लड़ कर बीजेपी के उम्मीदवार पंचु टुडू को हराकर दूसरी बार बिहार विधान सभा पहुंचें। 2000 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के अनंत राम टुडू से हार गए। लेकिन, 2005 में झारखंड विधान सभा चुनाव में चंपाई सोरेन ने बीजेपी के लक्ष्मण टुडू से 882 वोटों के करीबी अंतर से जीतें। 2009 विधान सभा चुनाव में बीजेपी के लक्ष्मण टुडू को फिर हराया। 2014 और 2019 में झारखंड विधान सभा चुनाव में बीजेपी के गणेश महाली को हराया। 2 फरवरी से 3 जुलाई 2024 तक रहें CM: बता दें, चंपाई सोरेन 2 फरवरी 2024 से 3 जुलाई 2024 तक झारखण्ड के मुख्यमंत्री रहें। 1991 में चंपाई सोरेन का पहला चुनाव काफी दिलचस्प रहा।दरअसल,उस चुनाव में चंपाई सोरेन और जेएमएम सांसद कृष्णा मार्डी की पत्नी मोती मार्डी दोनों को जेएमएम का सिंबल मिल गया। दोनों का सिंबल रद्द हो गया तो चंपाई निर्दलीय मैदान में उतर गए और मोती मार्डी को चुनाव हाराकर विधायक भी बन गए।