उत्तर बंगाल में अलीपुरद्वार के हाथीपोता शिव मंदिर में पास विहिप के शौर्य जागरण रथ को पुलिस ने रोका

उत्तेजना के बीच विहिप और बजरंगदल नेता व कार्यकर्ता कर रहे सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ

सिलीगुड़ी : 2 अक्तूबर को जय श्रीराम के साथ जयगांव से निकली विहिप शौर्य जागरण यात्रा को अलीपुरद्वार के हाथीपोता शिवमन्दिर पर पुलिस प्रशासन ने रोक दिया। यात्रा को रोके जाने पर कार्यकताओं में प्रशासन के प्रति रोष है। यात्रा के रोक के खिलाफ सामूहिक रूप से यात्रा रथ के सामने कार्यकर्ता हनुमान चालीसा का पाठ गाजा बाजा के साथ कर रहे है। विहिप के प्रांत मंत्री लक्ष्मण बंसल का कहना है कि हाईकोर्ट के निर्देश पर यह शौर्य यात्रा प्रारंभ शुरू की गई थी। अचानक रात्रि 2 बजे बाद प्रशासन की ओर से यात्रा पर रोक ओर आगे नहीं जाने की बात बताई गई। इसको लेकर फिर हाईकोर्ट सर्किट बेंच में मामला को ले जाया गया जहां कल इसकी सुनवाई होगी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के ‘‘खोए गौरव’’ को वापस लाने की आवश्यकता है और राज्य में ‘‘तुष्टिकरण की मौजूदा राजनीति’’ ने राष्ट्र की आध्यात्मिक चेतना को बनाए रखने की अपनी सदियों पुरानी परंपरा को चोट पहुंचाई है। कहा कि पश्चिम बंगाल चैतन्य महाप्रभु, श्री रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद जैसी हस्तियों की भूमि है।यह समग्र भारतवर्ष की चेतना का केंद्र है और राम कृष्ण परमहंस की तपोभूमि है। स्वामी विवेकानंद की नरेंद्र से विवेकानंद की यात्रा यहीं से शुरू हुई। आज यहां से नई ऊर्जा और चेतना प्राप्त करके की ओर और आगे बढ़ना चाहिए, ताकि देश आगे बढ़ सके। इस मौके पर सभी से आह्वान करता हूं कि आप सब एकजुट और जागरूक होकर अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करें। @रिपोर्ट अशोक झा

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