राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वार्षिक समन्वय बैठक केरल के पलक्कड़ में आज से
कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर होगी बात, मोदी के तीसरी बार सत्ता में आने पर 32 सहयोगी संगठनों के 320 प्रतिनिधि होंगे शामिल
अशोक झा, नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वार्षिक समन्वय बैठक केरल के पलक्कड़ में आज से शुरू हो रही है। आरएसएस के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि संघ की बैठक सुबह 9 बजे शुरू होगी और 2 सितंबर तक चलेगी।आरएसएस की इस बैठक में 32 सहयोगी संगठनों के 320 प्रतिनिधि शामिल होंगे।आरएसएस की समन्वय बैठक में राष्ट्रीय मुद्दों के साथ-साथ पश्चिम बंगाल जैसे कई राज्यों के अहम विषयों पर भी चर्चा होगी। इस बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष भी मौजूद रहेंगे। मोदी सरकार 3.0 बनने के बाद आरएसएस की अपने सहयोगी संगठनों के साथ यह पहली समन्वय बैठक है। क्यों खास है आरएसएस की यह बैठक: बैठक में आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत, सहकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले समेत सभी सह सरकार्यवाह भी मौजूद रहेंगे. पिछले साल यह बैठक पुणे में हुई थी. बैठक ऐसे समय में खास तौर पर अहम है, जब बीजेपी के लिए नया अध्यक्ष चुना जाना है. साथ ही साथ जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र में चुनावी बिगुल बज चुका है। आरएसएस शताब्दी वर्ष पर भी चर्चा: आरएसएस के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर के मुताबिक समन्वय बैठक में इस पर बात होगी कि कैसे संघ परिवार की सहयोगी संस्थाओं के बीच समन्वय बेहतर तरीके से काम करे. समन्वय बैठक में सितंबर 2025 से सितंबर 2026 तक आरएसएस के शताब्दी वर्ष की तैयारियों को लेकर भी चर्चा होगी।सहयोगी संगठन करेंगे रिपोर्ट: संघ की इस बैठक में सामाजिक समरसता, उपनिवेशवाद को खत्म करना, पर्यावरण संरक्षण, पारिवारिक संबंधों को मजबूत करना जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी. इस बैठक में संघ के सभी सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधि अपने-अपने संगठनों की कार्यकलापों पर रिपोर्टिंग करेंगे। इन मुद्दों पर भी होगी चर्चा: सूत्रों के मुताबिक 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों पर, बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति, महिला सुरक्षा, कुछ राज्यों में कृषि और जलवायु संबंधी संकट, आदिवासी इलाकों में धर्मांतरण जैसे मुद्दे भी चर्चा में शामिल रहेंगे. बता दें कि जेपी नड्डा एयर इंडिया की फ्लाइट AI-547 से दिल्ली से कोयंबटूर केरल के पलक्कड़ में आरएसएस की समन्वय बैठक में पहुंच रहे हैं।