सलमान खान से दोस्ती के कारण क्या बाबा सिद्दीकी को जान से हाथ धोना पड़ा

शिंदे के साथ भाजपा के लिए भी हत्याकांड का खुलासा बना चुनौती , कुछ ही महीने में होना है विधानसभा चुनाव


अशोक झा, मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत से लेकर बॉलीवुड तक में अपनी पैठ रखने वाले एनसीपी (अजित पवार) नेता बाबा सिद्दीकी को शनिवार देर रात सरेआम गोली मार दी गई, जिसके बाद लीलावती अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।वहीं बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद तमाम सवाल खड़े हो गए हैं।इसमें गैंगस्‍टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आ रहा है। सोशल मीडिया पर एक मैसेज भी वायरल है। जिसमे गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। मुंबई के कूपर अस्पताल में NCP (अजित गुट) के नेता और महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उनका पोस्टमॉर्टम चल रहा है। पोस्टमॉर्टम के लिए पांच डॉक्टरों की टीम सुबह से काम कर रही है, और इसकी वीडियोग्राफी भी की जा रही है।बाबा सिद्दीकी को शनिवार रात बांद्रा के खेर नगर में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर गोली मार दी गई थी। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. मुंबई पुलिस ने उस स्थान से छह खाली गोलियों के खोल बरामद किए हैं, जहां सिद्दीकी को गोली मारी गई थी. पुलिस ने बताया कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीसरा आरोपी फरार है। कौन है बाबा सिद्दीकी: बाबा सिद्दीकी एक ऐसे शख्सियत था जिसका सियासी में तो पकड़ था ही साथ ही बॉलीवुड से भी कनेक्शन था। मुंबई के एक प्रमुख मुस्लिम नेता, बाबा सिद्दीकी को सलमान खान, शाहरुख खान और संजय दत्त सहित कई बॉलीवुड सितारों के करीबी के रूप में भी जाना जाता था। पुलिस के मुताबिक, करीब 15 दिन पहले बाबा सिद्दीकी को जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ाकर वाई श्रेणी कर दी गई थी। बिहार के रहने वाले थे बाबा सिद्दीकी: बाबा सिद्दीकी का असल नाम जियाउद्दीन सिद्दीकी है। वह मूल रूप से बिहार के गोपालगंज से रहने वाले थे। माझा प्रखंड के शेख टोली गांव में बाबा सिद्दीकी का परिवार रहता है। 13 सितम्बर 1958 को पटना में जन्मे बाबा सिद्दीकी मुंबई में पले-बढ़े और 1977 में किशोरावस्था में ही कांग्रेस में शामिल हो गए. स्थानीय मतदाताओं के साथ अपने मजबूत संबंधों के कारण वे शीघ्र ही पार्टी में आगे बढ़ गए। बाबा सिद्दीकी अपने राजनीतिक कौशल के साथ-साथ भव्य पार्टियों की मेजबानी के लिए भी जाने जाते थे। सिद्दीकी का बॉलीवुड में भी धाक: बाबा सिद्दीकी की सियासी में तो धाक थी ही इसके साथ ही बॉलीवुड में जबरदस्त पहचान थी। कहा जाता है कि बॉलीवुड से सिद्दीकी की दोस्ती दिवंगत एक्टर सुनील दत्त ने कराई थी, जो खुद कांग्रेस सांसद और केंद्रीय मंत्री रहे थे। सिद्दिकी की दोस्ती पहले पहले सुनील दत्त से हुई फिर उनके बेटे संजय दत्त से हुई और फिर यही दोस्ती बॉलीवुड हस्तियों से उनकी दोस्ती का एंट्री गेट साबित हुई। सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी काफी फेमस था। सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी के इन्विटेशन को बॉलीवुड में स्टेट्स सिंबल माना जाने लगा था। आपको जानकर हैरानी होगी कि सुपरस्टार शाहरुख खान और सलमान खान के बीच हुए विवाद सिद्दीकी द्वारा आयोजित एक इफ्तार पार्टी में सुलझ गया था।दाऊद इब्राहिम के करीबी: मुंबई पुलिस के मुताबिक, पुलिस फाइलों में बाबा सिद्दीकी को कुख्यात डॉन दाऊद इब्राहिम का करीबी माना जाता है। इन फाइलों में बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड का कनेक्शन जोड़ने वाले पुल के तौर पर बाबा सिद्दीकी की पहचान हैं, लेकिन कभी इसका कोई सबूत नहीं मिला। दाऊद इब्राहिम से मिली एके-47 के कारण जेल गए बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त से बाबा सिद्दीकी की गहरी दोस्ती थी। हालांकि, शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपी एक खबर में दाऊद द्वारा बाबा सिद्दीकी को साल 2013 में फोन पर धमकाए जाने का जिक्र किया गया था। राजनीतिक असफलताएं और कांग्रेस छोड़ना: बाबा सिद्दीकी मुंबई की राजनीति में एक प्रमुख चेहरा बने रहे, लेकिन 2014 में उन्हें एक बड़ा झटका तब लगा जब वे महाराष्ट्र राज्य चुनावों में बांद्रा पश्चिम सीट हार गए। इस हार के बावजूद, सिद्दीकी सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहे और कांग्रेस पार्टी के भीतर पर्दे के पीछे काम करते रहे और सामाजिक कार्यों में अपनी भागीदारी जारी रखी. इस साल फरवरी में बाबा सिद्दीकी कांग्रेस छोड़कर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजित पवार गुट में शामिल हो गए। मुंबई पुलिस ने तीन में से दो शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि ये शूटर पिछले दो महीनों से बाबा सिद्दीकी के घर और उनके बेटे के कार्यालय की निगरानी कर रहे थे। शूटिंग के वक्त, वे ऑटो रिक्शा से घटनास्थल पर पहुंचे थे। घटना के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शामिल होने की संभावना है। इस सूचना के बाद, अभिनेता सलमान खान के बांद्रा स्थित घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने वहां एक अतिरिक्त टीम तैनात की है, क्योंकि इसी गैंग ने 14 अप्रैल को सलमान के घर के बाहर फायरिंग की थी। सूत्रों के अनुसार, शूटरों ने बाबा सिद्दीकी पर 6 राउंड फायरिंग की, जिसमें से तीन गोलियां बाबा को लगी। दो पेट में और एक सीने पर। इसके अलावा, दो गोलियां उनकी कार पर भी लगीं। बाबा के साथ मौजूद एक व्यक्ति को भी पैर में गोली लगी। बाबा को तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उन्हें 11:27 बजे मृत घोषित कर दिया गया। घटना के दौरान स्ट्रीट लाइट बंद थीं और इलाके में सीसीटीवी नहीं थे, जिसका हमलावरों ने फायदा उठाया। बाबा सिद्दीकी की कार बुलेटप्रूफ होने के बावजूद, गोली कार के शीशे को भेद गई। इस घटना में 9.9 मिमी पिस्टल का इस्तेमाल हुआ, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। बताया गया है कि सिद्दीकी को 15 दिन पहले जान से मारने की धमकी दी गई थी और उन्हें Y स्तर की सुरक्षा दी गई थी, लेकिन घटना के वक्त उनके साथ कोई सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं था। हमले के बाद तीनों हमलावर भाग गए, लेकिन पब्लिक ने उनमें से एक को पकड़ लिया। दूसरा हमलावर एक गार्डन में छिपने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उसे भी पकड़ लिया गया। तीसरा आरोपी अब भी फरार है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि ये सभी आरोपी पुणे से मुंबई आए थे। मुंबई क्राइम ब्रांच और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक इस मामले की जांच कर रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि दो आरोपी हरियाणा के करनैल सिंह और उत्तर प्रदेश के धर्मराज कश्यप को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीसरा आरोपी फरार है।
कौन है गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ की गैंग को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) लगातार कार्रवाई कर रही है।इसी बीच NIA ने कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ समेत कई कुख्यात गैंगस्टर्स के खिलाफ गैंगस्टर टेरर केस में चार्जशीट दाखिल की। एनसीपी नेता और महाराष्‍ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट इलाके में तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस हत्याकांड के बाद गैंगस्‍टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम फिर खबरों में है।वहीं, मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ़्तार किया है जबकि एक आरोपी फरार है। हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है लेकिन गिरफ्तार 2 आरोपियों ने बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का दावा किया है।इसी बीच लारेंस बिश्नोई को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। दाऊद इब्राहिम की राह पर लॉरेंस बिश्नोई:
एनआईए ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि लॉरेंस बिश्नोई और उसके आतंकी सिंडिकेट का अभूतपूर्व तरीके से विस्तार हुआ है। जिस तरह से 90 के दशक में छोटे-मोटे अपराध करके दाऊद इब्राहिम ने अपना नेटवर्क खड़ा किया था, उसी तरह उसने भी अपना नेटवर्क खड़ा किया है। दाऊद इब्राहिम ने ड्रग तस्करी, टारगेट किलिंग, एक्सटॉर्शन रैकेट के जरिए अपना साम्राज्य खड़ा किया और फिर उसने डी कंपनी बनाई। फिर पाकिस्तानी आतंकियों से गठबंधन किया और अपना नेटवर्क बढ़ाया।जबकि दाऊद इब्राहिम और डी कंपनी जैसे बिश्नोई गिरोहों ने छोटे-मोटे अपराध शुरू कर दिए। फिर उसने अपना गैंग बना लिया। अब बिश्नोई गैंग ने उत्तर भारत पर कब्ज़ा कर लिया है।
लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में 700 से ज्यादा शूटर: कनाडाई पुलिस और भारतीय एजेंसियों द्वारा वांछित सतविंदर सिंह उर्फ ​​​​गोल्डी बराड़ बिश्नोई गिरोह चला रहा है। एनआईए ने बताया कि बिश्नोई गैंग में 700 से ज्यादा शूटर हैं, जिनमें से 300 पंजाब के हैं। बिश्नोई और गोल्डी बराड़ को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब के माध्यम से प्रचारित किया गया था। बिश्नोई गैंग ने साल 2020-21 तक फिरौती से करोड़ों रुपये कमाए और यह पैसा हवाला के जरिए विदेश भेजा गया।
गैंग द्वारा बड़ी वारदात देने से पहले बिश्नोई रखता है 9 दिन का मौन व्रत: सूत्रों के मुताबिक साबरमती जेल में लारेंस बिश्नोई नवरात्र में 9 दिन तक मौन व्रत रखा था। इस दौरान बिश्नोई किसी से बातचीत नहीं करता है और अन्न भी ग्रहण नहीं करता है। माना जाता है कि जब- जब बिश्नोई मौन व्रत रहता है, तब-तब उसका गैंग किसी बड़ी वारदात को अंजाम देता है। दावा यह भी किया जा रहा है कि साबरमती जेल से बिश्नोई ने पाकिस्तान के एक गैंगस्टर को वीडियो कॉल भी किया था। हालांकि, इसको लेकर जेल प्रशासन ने इनकार किया है। आपको बता दें कि हाल ही में लारेंस बिश्नोई का एक वीडियो कॉल सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें बिश्नोई पाकिस्तान के गैंगस्टर से बातचीत कर रहा था और ईद की बधाई दे रहा था। दावा ये भी था कि ये कॉल बिश्नोई ने साबरमती जेल से किया था. लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद साबरमती जेल प्रशासन ने पुराना वीडियो होने का हवाला देकर मामले से पल्ला झाड़ लिया था। बाबा सिद्दीकी की हत्या से सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या उन्हें सलमान खान का करीबी होने की कीमत चुकानी पड़ी? ।लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों ने 2 बार सलमान खान की रेकी की थी, जिसमें से पहली रेकी रेडी फिल्म के दौरान की थी वहीं दूसरी बार पनवेल के फार्म हाउस की रेकी की गई थी. इनके अलावा, लॉरेंस गैंग ने तीसरी बार में सलमान खान के घर पर फायरिंग करवाई. सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले एक शूटर की मुंबई के पुलिस स्टेशन में संदिग्ध मौत हो गई थी।
25 दिनों से इलाके की रेकी कर रहे थे आरोपी हमलावर:
मुंबई पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक क्राइम ब्रांच का दावा है कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुद को बिश्नोई गैंग से जुड़ा बताया है। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी पिछले 25-30 दिनों से उस इलाके की रेकी कर रहे थे। तीनों आरोपी ऑटो रिक्शा से बांद्रा ईस्ट में उस शूटिंग स्पॉट पर पहुंचे थे, जहां गोली चलाई गई थी।।सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि बाबा सिद्दीकी पर हमला करने से पहले तीनों आरोपियों ने कुछ समय वहीं बिताया और उनका इंतजार किया. पुलिस को शक है कि आरोपियों को किसी और व्यक्ति से भी अंदरूनी जानकारी मिल रही थी. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। इस हत्याकांड से देश में गुस्सा है। जांच में पाया गया है कि बाबा सिद्दीकी के शूटर्स को इस काम के लिए एडवांस पेमेंट किया गया था। हालांकि, यह पेमेंट कितने का था, इसकी जानकारी अब तक नहीं मिल सकी है। वहीं, सूत्रों से यह भी पता चला है कि शूटर्स बाबा सिद्दीकी के घर और उनके ऑफिस की कई दिनों से रेकी कर रहे थे। हमलावरों को कुछ दिनों पहले एक आर्म्स डीलर ने कूरियर एजेंट (एक डिलीवरी मैन) की मदद से बंदूक की डिलीवरी की थी। इस बंदूक के लिए पैसे पहले से ही दिए जा चुके थे। मुंबई के कुर्ला इलाके में रुके थे शूटर्स: पुलिस को अब तक पूछताछ में जो पता चला है उसके अनुसार, बाबा सिद्दीकी पर हमला करने वाले आरोपी डेढ़ महीने पहले ही मुंबई आ गए थे और शहर के कुर्ला इलाके में रुके थे. शूटर्स इससे पहले भी कई बार शूटआउट की कोशिश कर चुके थे, लेकिन नाकामयाब रहे. दशहरे के पर्व पर मौका पाते ही उन्होंने फायरिंग कर दी। दिल्ली पुलिस भी मुंबई पुलिस के संपर्क में : गौरतलब है कि गिरफ्तार शूटर्स के लॉरेंश बिश्नोई गैंग से ताल्लुक रखने की बात सामने आने के बाद से ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलीजेंस यूनिट भी मुंबई पुलिस के संपर्क में हैं।
पुलिस को घटनास्थल से मिली थीं 6 गोलियां: मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दीकी शूटआउट मामले में घटनास्थल से 6 बुलेट शेल बरामद किए थे। तीन गोलियां बाबा सिद्दीकी को लगी थीं जबकि एक गोली पास खड़े व्यक्ति के पैर में लगी थी, जिससे वह गंभीर घायल हो गया था। शनिवार रात में ही लीलावती अस्पताल में उसका इलाज किया गया। हाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में 9.9 एमएम की पिस्टल इस्तेमाल की गई। मुंबई पुलिस के मुताबिक बदमाशों ने बाबा सिद्दीकी पर तीन राउंड फायरिंग की। आम तौर पर यह पिस्टल पैरा मिलिट्री फोर्स और पुलिस के इस्तेमाल में आती है, लेकिन गैंगस्टरों के लिए भी यह पिस्टल पहली पसंद है। 90 के दशक में उत्तर भारत के सबसे खूंखार गैंगस्टर श्रीप्रकाश शुक्ला को तो AK-47 से भी ज्यादा भरोसा इस पिस्टल पर था गैंगस्टर श्रीप्रकाश शुक्ला हमेशा दो 9.9 एमएम पिस्टल अपने साथ लेकर चलता था। इस प्रसंग में हम इसी पिस्टल की विशेषताओं की बात करेंगे। भारत में इस पिस्टल का पहली बार इस्तेमाल 1981 में हुआ था। पश्चिम बंगाल के ईशापुर आर्डिनेंस फैक्ट्री में इस पिस्टल को पहली बार जॉन इंग्लिस एंड कंपनी के सहयोग से बनाया गया था। दंगों एवं मुठभेड़ की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस पिस्टल को डिजाइन किया गया है। इस पिस्टल से जितना सटीक निशाना 3 गज की दूरी पर मौजूद टारगेट पर लगाया जा सकता है, उतना ही सटीक निशाना 50 गज की दूरी के टारगेट के लिए होता है।एक बार में 13 राउंड फायर: सटीक निशाने की बड़ी वजह यह है कि यह पिस्टल फायर करते समय झटके कम देती है. इसकी वजह से इसके हिलने के चांस बहुत कम होते हैं. यदि कोई चाहे तो अपने दोनों हाथों में दो पिस्टल लेकर एक साथ फायर कर सकता है. इस पिस्टल की एक और बड़ी खासियत इसकी फायरिंग स्पीड की है. इस पिस्टल की मैगजीन में कुल 13 राउंड होते हैं. इस पिस्टल का इस्तेमाल करने वाला चाहे तो एक बार में ही यह सभी 13 राउंड फायर कर सकता है और चाहे तो एक एक के भी मैगजीन को खाली कर सकता है। सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल है 9.9 एमएम: इसके साथ ही इस पिस्टल में सिक्योरिटी फीचर भी कमाल के हैं. दावा किया जाता है कि ट्रिगर लॉक हो तो पिस्टल लोड होने के बाद भी जमीन पर गिर जाए तो गोली नहीं चल सकती. जहां तक इस पिस्टल से मार की बात है तो एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी केस से ही अंदाजा लगाया जा सकता था. इस पिस्टल से चलाई गई गोली बाबा सिद्दीकी की बुलेट पूफ कार की ना केवल बॉडी में घुस गई, बल्कि विंड स्क्रीन को भी भेद दिया। जानकारों के मुताबिक यह पिस्टल सेमी ऑटोमेटिक और सेल्फ लोडिंग है।

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