Bahraich News: बहराइच हिंसा के प्रत्यक्षद​शिंयो का आरोप लस्डस्पीकर सें हुई हिंसा का एलान

Bahraich News: बहराइच हिंसा का प्रत्यक्षद​शिंयो का आरोप लस्डस्पीकर सें हुई हिंसा के एलान

उप्र बहराइच जिले के महराजगंज कस्बे में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में घायल विनोद मिश्र का मीडिया में एक बयान सामने आया है। उनका आरोप है कि है कि हिंसा से पहले लाउडस्पीकर से एलान किया गया था कि ‘जो जहां मिले मार देना’। यह बयान आने के बाद अब सोशल मीडिया पर क्लिप तेजी से प्रसारित हो रही है।
हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज में दुर्गा पूजा में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई रामगोपाल की हत्या के बाद अब नए-नए बयान लोगों के सामने आ रहे हैं।
घायल विनोद मिश्र ने दावा किया कि जब अब्दुल हमीद के घर के पास मां दुर्गा की प्रतिमा पहुंची तो डीजे बजाने का विरोध करते हुए अब्दुल हमीद के लड़के ने ईंट-पत्थर फेंके। गाली दी, एक-दो थप्पड़ डीजे वाले को मार दिया और डीजे का तार नोच लिया। उसी में बवाल शुरू हो गया। हमने एसओ से मामला शांत कराने को भी कहा। वहां मांग होने लगी कि या तो उसे गिरफ्तार किया जाए या तो उसको सामने लाया जाए। मांग पूरी न होने पर लोगों ने धरना शुरू कर दिया।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में हंगामा हुआ और उसी समय पुलिस ने विसर्जन जुलूस पर लाठीचार्ज कर दिया। इसी लाठीचार्ज के बाद विर्सजन यात्रा में शामिल लोग तितर-बितर हो गए और लोगों ने रामगोपाल को घर के अंदर खींच लिया। जब वह अपने चचेरे भाई को छुड़वाने के लिए वापस लौटे तो उनको दोतरफा प्रतिरोध का सामना करना पड़ा। पहले गोलियां और पत्थर बरसा रही मुस्लिम भीड़ का तो दूसरा लाठीचार्ज कर रहे पुलिस बल का।

शव लाने वाले युवक का दावा पथराव व गोलीकांड के प्रत्यक्षदर्शी किशन ने घटना के समय की कहानी बताई। रामगोपाल के चचेरे भाई किशन ने बताया कि रामगोपाल मिश्र को पहले गोली मारी गई और घर के अंदर खींच लिया गया। वह रामगोपाल को लेने के लिए पहुंचे तो आरोपित ने फिर फायरिंग शुरू कर दी और छह से सात राउंड फायरिंग की। किशन ने बताया कि रेलिंग न होती तो उन्हें भी गोली लग जाती।
उनका मानना है कि अगर पुलिस ने हिंदुओं पर जोर दिखाने के बजाय मदद की होती तो शायद रामगोपाल आज जीवित होते।

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