काशी में लगा है श्रद्धालुओं का महाकुंभ, काशी के घाटों पर होने वाली प्रसिद्ध गंगा आरती पर भी रोक

 

काशी से अशोक झा: काशी में इन दिनों ‘श्रद्धालुओं का महाकुंभ’ लगा है। सड़क से लेकर मंदिर और घाट से लेकर गलियों तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। भीड़ के कारण काशी के घाटों पर होने वाली फेमस गंगा आरती पर भी रोक लगा दी गई है। रोक के बाद अब आरती कराने वाली समितियां सांकेतिक रूप से घाटों पर गंगा आरती कर रही हैं। करीब एक सप्ताह से यह क्रम जारी है।वाराणसी के दशाश्वमेध घाट के अलावा राजेन्द्र प्रसाद, अस्सी, तुलसी घाट समेत अन्य सभी घाटों पर गंगा आरती सांकेतिक तौर पर हो रही हैं. इसके अलावा नए अस्सी घाट पर नित्य सुबह होने वाली आरती का स्वरूप भी अति सूक्ष्म कर दिया गया है. इसके अलावा सांकेतिक आरती के दौरान घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ न हो इसके लिए भी प्रशासन ने समितियों को निर्देश दिए हैं.
इस दिन तक जारी रहेगी गंगा आरती पर रोक
वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि महाशिवरात्रि यानी 26 फरवरी तक सभी आरती समितियों को गंगा आरती को सांकेतिक रूप में करने के निर्देश जारी किए गए हैं. उसके बाद भीड़ की स्थिति को देखते हुए आगे इसपर फैसला लिया जाएगा। प्रशासन को मालूम है कि महाशिवरात्रि के दिन दर्शन-पूजन के लिए ऐतिहासिक भीड़ आने की उम्मीद है। इस महाशिवरात्रि पर विपरीत धारा का भी पूरा असर देखने को मिलेगा।प्रशासन ने महाशिवरात्रि पर दर्शन-पूजन की व्यवस्था की है। व्यवस्था के अनुसार, साधु-संन्यासी और नागा साधु सबसे पहले दर्शन करेंगे। इसके बाद ही आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन-पूजन की व्यवस्था शुरू होगी। ऐसे में साधु-संन्यासियों और नागा साधुओं के दर्शन होने तक श्रद्धालुओं की कतार लगी रहेगी। यह नियम प्रत्येक अर्ध कुंभ और पूर्ण कुंभ की शिवरात्रि पर लागू होता है।
घर बैठे ही करें बाबा विश्वनाथ के दर्शन। महाशिवरात्रि पर पेशवाई का कार्यक्रम भी जारी कर दिया गया है। पुराने अखाड़े का जुलूस हनुमान घाट से, आह्वान अखाड़े का जुलूस दशाश्वमेध घाट से और अग्नि अखाड़े का जुलूस राजघाट से शुरू होगा। ये तीनों अखाड़े गोदौलिया में मिलेंगे और वहां से एकजुट होकर बाबा के दरबार पहुंचेंगे। मंदिर प्रशासन ने बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं से अपील की है कि महाशिवरात्रि पर लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था की गई है, ताकि वे घर बैठे ही बाबा विश्वनाथ का दर्शन कर सकें।
गणेश पूजा के साथ महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
श्री काशी विश्वनाथ धाम में महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू करने से पहले श्री गणेश जी महाराज की प्रथम पूजा विधि-विधान से की गई। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट का प्रतिनिधित्व करते हुए मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री विश्व भूषण ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान गणेश की पूजा की। श्री गणेशजी महाराज को जल अर्पित करने के बाद उनका सिंदूर से श्रृंगार किया गया। इसके बाद श्री गणेश को वस्त्र, पुष्प, दूर्वा, माला, प्रसाद व नैवेद्य अर्पित किया गया। भगवान गणेश की हृदय से स्तुति की गई और उनकी आरती उतारी गई। शिखर आरती के बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। मंदिर के सीईओ विश्व भूषण ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ धाम में महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू करने से पहले गौरी नंदन श्री गणेशजी की प्रथम पूजा की गई। श्री गणेश पूजन के बाद श्री काशी विश्वनाथ धाम में महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई हैं।

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