गोवा के हनीमून में हुई मारपीट, पति को गोवा छोड़ फ्लाइट से लौटी दुल्हन पहुँची पुलिस के पास

शादी के 10 दिन बाद ही डॉक्टर पति समेत आधा दर्जन लोगों पर दहेज उत्पीड़न मारपीट का केस हुआ दर्ज

 

 

गोवा में हुई मारपीट के बाद परिजन हुए परेशान, परिजनों ने बुलाया घर

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में एक नवविवाहिता द्वारा अपने पति और ससुराल पक्ष के खिलाफ मारपीट और दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया गया है। शादी के महज दस दिन बाद ही रिश्ते में ऐसी खटास आई कि दुल्हन ने अपने डॉक्टर पति और उसके परिवार के सात सदस्यों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। यह मामला 12 फरवरी को हुई शादी के बाद सामने आया, जब दुल्हन के आरोप के अनुसार, ससुराल में उसके साथ उत्पीड़न शुरू हो गया था। इसके बाद, 19 फरवरी को वह अपने पति के साथ गोवा गई थी, जहां आरोप है कि पति ने वहां भी उसकी पिटाई की और गला दबाकर उसे मारने का प्रयास किया।

इस घटना के बाद दुल्हन के परिवार ने 22 फरवरी को फ्लाइट द्वारा लड़की को गोवा से घर बुला लिया और फिर उसे सदर कोतवाली में तहरीर दी। नवविवाहिता ने पुलिस को पूरी घटना के बारे में बताया, जिसमें ससुराल में हुई मारपीट और दहेज उत्पीड़न के अलावा गोवा में हुई पिटाई का भी जिक्र किया। उसने यह भी आरोप लगाया कि उसके पति ने जान से मारने की कोशिश की थी।

इस तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी और मारपीट, दहेज उत्पीड़न और अन्य धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया। पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने कहा कि तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जा रही है, और आगे की कार्रवाई की जाएगी।

यह मामला रिश्तों में बेतहाशा बढ़ते तनाव, दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा की गंभीर स्थिति को उजागर करता है, जो समाज में कई महिलाओं के लिए एक आम समस्या बन चुकी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले की गहनता से जांच करेंगे और कानून के तहत उचित कार्रवाई करेंगे ताकि पीड़ित महिला को न्याय मिल सके।

इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि शादी के बाद महिलाओं को किस प्रकार की सुरक्षा मिल रही है, और समाज में दहेज प्रथा और घरेलू हिंसा की समस्या को समाप्त करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। ऐसी घटनाओं के बाद महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठते हैं, और यह जरूरी हो जाता है कि समाज में इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने के साथ-साथ सख्त कानूनों का पालन किया जाए।

इस मामले में, पुलिस का कहना है कि महिला के आरोपों की पूरी जांच की जाएगी, और यदि आरोप सही पाए गए तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए उम्मीद जताई कि इस मामले में न्याय मिलेगा और अन्य महिलाओं को भी अपने अधिकारों की रक्षा करने का साहस मिलेगा।

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