ममता ने कहा जब तक निर्वाचन आयोग निष्पक्ष नहीं होगा तब तक स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते

अशोक झा, कोलकोता: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी चुनाव आयोग पर हमला बोला है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि चुनाव आयोग को इस सरकार ने अपने प्रभाव में रखा है। इसके अलावा आयोग पर प्रभाव और बढ़ाने के लिए ज्ञानेश कुमार को मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया गया है। ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की ओर से फर्जी वोटरों को जुड़वाया जा रहा है। उनके नाम इसलिए जोड़े जा रहे हैं ताकि चुनाव के दौरान उनके वोटों से नतीजे को बदला जा सके। हम ऐसा नहीं होने देंगे। इसके साथ ही ममता बनर्जी ने पिछले दिनों हुए कई राज्यों के चुनावों के नतीजों में भी धांधली का आरोप लगाया। ममता बनर्जी ने कहा कि हम उन फर्जी मतदाताओं की पहचान करेंगे, जिन्हें भाजपा की मदद से पंजीकृत किया गया है। अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान बाहरी वोटरों के नाम जुड़वाने का आरोप लगाया था। हालांकि आयोग ने इस संबंध में उनसे सबूत मांगते हुए आरोपों को खारिज कर दिया था।ममता बनर्जी ने कहा कि हम बाहरी लोगों को बंगाल पर कब्जा नहीं करने देंगे। ज्ञानेश कुमार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त करने पर ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा निर्वाचन आयोग को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। अभी से ही बंगाल में फर्जी वोटर जोड़े जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि जब तक निर्वाचन आयोग निष्पक्ष नहीं होगा, तब तक स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते। ममता बनर्जी ने कहा, ‘अगर जरूरत पड़ी तो हम मतदाता सूची से फर्जी मतदाताओं को हटाने की मांग को लेकर निर्वाचन आयोग कार्यालय के समक्ष धरना देंगे। भाजपा ने हरियाणा, गुजरात के नकली मतदाताओं का नामांकन कराकर दिल्ली और महाराष्ट्र में चुनाव जीते।’ उन्होंने चुनावी जंग को बाहरी बनाम बंगाली बनाने का भी प्रयास किया। बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने अरविंद केजरीवाल का समर्थन किया था। ममता दीदी ने कहा था कि दिल्ली में कांग्रेस जीतने की स्थिति में नहीं है। वहां भाजपा का मुकाबला आम आदमी पार्टी से ही है और हम चाहते हैं कि उसे ही जीत मिले। हालांकि नतीजे आए तो विपक्ष को करारा झटका लगा। भाजपा ने यहां 48 सीटें हासिल कर लीं, जबकि आम आदमी पार्टी को 22 ही मिलीं। कांग्रेस को एक बार फिर से जीरो पर रहना पड़ा। इससे पहले भाजपा ने महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे बड़े राज्यों में भी चुनावी जीत हासिल की थी।