एसडीएम कोर्ट ने भंगुरा में ग्राम प्रधान का चुनाव किया अवैध
एसडीएम कोर्ट ने भंगुरा में ग्राम प्रधान का चुनाव किया अवैध
उप्र बस्ती जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कुदरहा के भंगुरा ग्राम पंचायत में हुए निर्वाचन को एसडीएम कोर्ट ने शनिवार को अवैधानिक घोषित कर दिया। अब इस गांव का प्रधान पद रिक्त हो गया है। दोनों का पक्षों क तर्क सुनने के बाद यह तथ्य उभर कर सामने आया कि दूसरी ग्राम पंचायत के 49 मतदाताओं ने अवैध रूप से मतदान कर परिणाम बदल दिया था।
ग्राम पंचायत भंगुरा में कुल 1135 मत पोल हुए थे। जिसमें से अंजू कुमार को 349 मत जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी अनीता देवी चौरसिया को 335 मत मिले थे। इस प्रकार अंजू कुमार 14 मतों से विजयी घोषित हुए। 40 मत अवैध घोषित कर दिए गए। चुनाव हारने के बाद प्रतिद्वेंदी अनीता देवी चौरसिया ने हार नहीं मानी। इस चुनाव के तह तक गईं। तो पता चला कि रोजगार सेवक की मिली भगत से पूर्व प्रधान ने कप्तानगंज ब्लाक के ग्राम पंचायत बिहरा, कुदरहा ब्लाक के भेड़वा तुरकौलिया व पाऊं जबकि बहादुरपुर के सोनबरसा एवं देवाडीहा के 46 मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल करा लिया गया। मतदाता पुनरीक्षण के दौरान इसकी शिकायत भी की गई थी। बावजूद इसके मतदाता सूची से नाम नहीं हटाया गया। इसी के चलते मतदान के दिन दूसरी ग्राम पंचायत के 49 मतदाताओं ने अपने अवैध मताधिकार का प्रयोग कर परिणाम पलट दिया। यही नहीं अंजू देवी का विवाह भी 24 मार्च 2021 को हुआ और 25 को ग्राम पंचायत में अपने ससुराल आईं और 27 मार्च को मतदाता सूची का प्रकाशन हुआ, जिसमें इनका नाम अवैध रूप से दर्ज कर लिया गया। तथ्य जुटाने के बाद पीड़िता अनीता ने एसडीएम सदर कोर्ट में अपील की। दोनो पक्षों का साक्ष्य व बयान लेने के बाद एसडीएम सदर शैलेश दूबे ने चुनाव को अवैध घोषित कर दिया है।
एसडीएम सदर शैलेश दूबे ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि तथ्यों व साक्ष्यों के आधार पर फैसला सुनाया गया है।