उत्तर प्रदेश में भारत में सबसे अधिक ईवी पंजीकृत हैं, जो भारत में सड़क पर संचालित कुल ईवी का लगभग 25%
इलेक्ट्रिक वाहन गोलमेज सम्मेलन
इलेक्ट्रिक वाहन गोलमेज सम्मेलन
*प्रमुख निवेशकों ने व्यक्त की उत्तर प्रदेश के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी विजन में गहरी रुचि*
• उत्तर प्रदेश में भारत में सबसे अधिक ईवी पंजीकृत हैं, जो भारत में सड़क पर संचालित कुल ईवी का लगभग 25% है
• उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिक वाहन नीति राज्य में खरीदे और पंजीकृत इलेक्ट्रिक वाहनों पर नीति की अवधि के पहले तीन वर्षों के दौरान 100% रोड टैक्स और पंजीकरण शुल्क में छूट प्रदान करती है
• परिवहन विभाग ने क्रेताओं की सुविधा के लिए ईवी खरीद सब्सिडी पोर्टल (upevsubsidy.in) लॉन्च किया है
• हिंदुजा ग्रुप ने ईवी सेक्टर में ₹500 करोड़ से ₹1000 करोड़ तक के अग्रिम निवेश का आशय व्यक्त किया है
• अदानी ग्रुप, लगभग ₹1000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव के साथ राज्य में एक व्यापक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर नेटवर्क के सृजन के लिए तैयार है।
• ई-रिशा ₹500 करोड़ के शुरुआती निवेश के साथ 300 एकड़ से अधिक भूमि पर ईवी पार्क स्थापित करने का इच्छुक है
लखनऊ, 11 अगस्त 2023:
उत्तर प्रदेश के महत्वाकांक्षी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी विजन को साकार करने की दिशा में विचार-विमर्श करने और कार्यवाही हेतु पथ तैयार करने के लिए आज यहां उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों और शीर्ष उद्यमियों व निवेशकों का एक इलेक्ट्रिक वाहन गोलमेज सम्मेलन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
‘इन्वेस्ट यूपी’ द्वारा आयोजित, इस सम्मेलन में उ.प्र. इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण एवं गतिशीलता नीति-2022 में निर्धारित उद्देश्यों के अनुरूप, राज्य में इलेक्ट्रिक वाहन परिदृश्य का एक व्यापक अवलोकन प्रदान किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, माननीय मंत्री, औद्योगिक विकास, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन ने सराहना व्यक्त करते हुए कहा कि यह ईवी गोलमेज सम्मेलन उत्तर प्रदेश को इलेक्ट्रिक गतिशीलता में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने के संकल्प का उदाहरण है। हमारी अत्याधुनिक नीतियां, ईवी विनिर्माण एवं गतिशीलता नीति के अनुरूप, निवेश आकर्षित करने, टिकाऊ परिवहन समाधानों को बढ़ावा देने और इलेक्ट्रिक वाहनों तथा संबंधित उद्योगों के लिए एक उत्कृष्ट पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। माननीय मंत्री जी ने निवेशकों को माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, श्री मनोज कुमार सिंह ने राज्य में ईवी सेक्टर में निवेश के संबंध में उद्यमियों की आवश्यकताओं और प्रश्नों को समझने एवं उनके समाधान के लिए कई निवेशकों के साथ बैठकें कीं।
हिंदुजा ग्रुप के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण निवेश करने में गहरी रुचि दिखाई। कंपनी 3 से 5 वर्ष की अवधि के लिए 2,500 इलेक्ट्रिक बसों की वार्षिक खरीद हेतु रणनीतिक पहलों की एक श्रृंखला के माध्यम से एक महत्वपूर्ण योगदान की कल्पना करती है। इस ग्रुप ने ₹500 करोड़ से ₹1000 करोड़ तक के अग्रिम निवेश का आशय प्रकट किया है।
अदानी ग्रुप पांच वर्षों की अवधि में लगभग ₹1000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव के साथ एक व्यापक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर नेटवर्क बनाने के लिए तैयार है। उनके प्राथमिक फोकस क्षेत्रों में 17 प्रमुख शहर, एक्सप्रेसवे और महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल शामिल हैं, जो आगरा से प्रयागराज तक 700 किमी तक फैले हुए हैं।
ई-रिशा 300 एकड़ से अधिक भूमि पर ईवी पार्क स्थापित करके एक प्रभावशाली यात्रा शुरू कर रहा है, जिसमें तीन वर्षों में ₹500 करोड़ का प्रारंभिक निवेश होगा, इसके बाद अगले 7 वर्षों में ₹1000 करोड़ का अतिरिक्त निवेश करने का प्रस्ताव है।
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, श्री मनोज कुमार सिंह ने कहा कि यह आयोजन राज्य की इलेक्ट्रिक वाहन नीति में उल्लिखित अभूतपूर्व निवेशक-अनुकूल अवसरों पर चर्चा करने और उनका लाभ उठाने के लिए एक अनुपम मंच है। यह एक स्वच्छ, हरित और अधिक समृद्ध भविष्य के हमारे साझा दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा यूपी में ईवी गतिशीलता पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए राज्य की ईवी नीति में प्राविधान किए गए हैं । उन्होंने यूपी को इलेक्ट्रिक वाहनों और बैटरी के विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
इस कार्यक्रम में उद्योग जगत के प्रतिष्ठित सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया गया, जिन्होंने राज्य सरकार की प्रगतिशील एवं निवेश-अनुकूल पहल की सराहना की, जो उत्तर प्रदेश में ईवी पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में महत्वपूर्ण होगी।
टाटा ग्रुप के ईवी चार्जिंग के प्रमुख, श्री रामकृष्ण सिंह ने आश्वासन दिया कि टाटा पावर उत्तर प्रदेश में ईवी चार्जिंग बुनियादी ढांचे की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान किये जा रहे सहयोग की सराहना की।
स्विच मोबिलिटी, हिंदुजा ग्रुप के एमडी और सीईओ, श्री महेश बाबू ने नेट ज़ीरो उत्सर्जन के प्रयास के लिए माननीय मुख्यमंत्री, श्री योगी आदित्यनाथ के दृष्टिकोण का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का ग्रोथ इंजन है और हिंदुजा ग्रुप को राज्य में ईवी सेक्टर में कार्य करने में खुशी होगी।
इससे पूर्व ‘उत्तर प्रदेश में ईवी सेक्टर में अवसर’ विषय पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, इन्वेस्ट यूपी, श्री अभिषेक प्रकाश द्वारा एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण किया गया, जिसमें राज्य की इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण एवं गतिशीलता नीति में प्रावधानित प्रमुख विशेषताओं और प्रोत्साहनों को रेखांकित किया गया।
सूचित किया गया कि उत्तर प्रदेश में भारत में सबसे अधिक इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हैं, भारत में सड़क पर कुल ईवी का लगभग 25 प्रतिशत राज्य में संचालित है तथा भारत में सबसे अधिक ईवी बिक्री (17 प्रतिशत) उत्तर प्रदेश में हुई है। फरवरी 2023 तक, उत्तर प्रदेश में लगभग 4,15,000 ईवी संचालित हैं।
इसके अतिरिक्त, राज्य की ईवी नीति ईवी बाजार को प्रोत्साहित करने के लिए खरीदारों को आकर्षक सब्सिडी प्रदान करती है। इसमें उत्तर प्रदेश में खरीदे और पंजीकृत ईवी की सभी श्रेणियों पर नीति की अवधि के पहले तीन वर्षों के दौरान रोड टैक्स और पंजीकरण शुल्क में 100 प्रतिशत छूट शामिल है। राज्य में खरीदे, पंजीकृत तथा निर्मित इलेक्ट्रिक वाहनों पर चौथे और पांचवें वर्ष में भी यही छूट लागू रहेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन विभाग ने खरीदारों की सुविधा के लिए पहले ही ईवी खरीद सब्सिडी पोर्टल (upevsubsidy.in) प्रारंभ कर दिया है।
सम्मेलन में भाग लेने वालों में प्रमुख लोगों में माननीय परिवहन राज्य मंत्री, श्री दया शंकर सिंह, माननीय राज्य मंत्री, औद्योगिक विकास, श्री जसवन्त सैनी, प्रमुख सचिव, औद्योगिक विकास – श्री अनिल सागर, प्रमुख सचिव, परिवहन – श्री एल वेंकटेश्वरलू, प्रमुख सचिव, नगर विकास – श्री अमृत अभिजात, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी – इन्वेस्ट यूपी, श्री प्रथमेश कुमार सहित विभिन्न निवेशकों के प्रतिनिधि सम्मिलित थे।