रामलला की प्राणप्रतिष्ठा के साथ ही 15 हजार किमी की शुरू होगी श्रीराम पग यात्रा
दो देश,10 राज्य, 25 जिलों के दो सौ स्थानों से गुजरेगें श्रद्धालु

उप्र अयोध्या रामलला की प्राणप्रतिष्ठा के साथ ही श्रीराम पग यात्रा भी आरंभ होगी। यह यात्रा अयोध्या से शुरू होकर श्रीलंका जाएगी और लौटकर बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में पूर्ण होगी। दो देश, 10 राज्य, 25 जिलों के दो सौ स्थानों से गुजरते हुए श्रद्धालु 15 हजार किमी की दूरी तय करेंगे। राम वन पथ गमन मार्ग पर निकलने वाली यात्रा का श्रीगणेश गोस्वामी तुलसीदास के संकटमोचन महाराज के आशीर्वाद के साथ आरंभ होगी। श्रीराम पग यात्रा की शुरुआत दो फरवरी से होगी। 45 दिनों तक चलने वाली यात्रा अयोध्या से शुरू होकर श्रृंगवेरपुर, प्रयागराज, चित्रकूट, सतना, नागपुर, नासिक, कर्नाटक, लेपाक्षी, तमिलनाडु, मदुरै होते हुए 17 मार्च को श्रीलंका पहुंचेगी। वापसी में श्रीलंका से मदुरै, बंगलूरू, मुंबई, वडोदरा, सोमनाथ, अहमदाबाद, जयपुर, नई दिल्ली, मथुरा, आगरा, लखनऊ होते हुए वाराणसी पहुंचकर पूर्ण होगी।
यात्रा के संयोजक ब्रह्मराष्ट्र एकम के अध्यक्ष सचिन मिश्र ने बताया कि प्रभु राम के आदर्शों के प्रचार-प्रसार को जन-जन के साथ ही दुनिया तक पहुंचाने के लिए इस यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान भगवान राम ने जिन-जिन स्थानों पर निवास किया था, उन जगहों पर झांकियां भी निकाली जाएंगी।