65 वर्षीय फातिमा ने एक घँटे तक तेंदुए से लड़ते हुए जीती ज़िंदगी की जंग

सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल के धुपगुड़ी के सोनाखाली गांव में 65 साल की फातिमा रहती हैं। फातिमा रोज अपने गाय और गधे को चारा चराने के लिए जंगल ले जाती हैं। वो जंगल में अपने जानवरों के साथ थीं तभी उन पर खूंखार तेंदुए ने हमला कर दिया।
65 साल की होते हुए भी फातिमा एक घंटे तक तेंदुए से लड़ती रहीं और अंत में उसके चंगुल ने बच निकलने में सफल रहीं। बाजुओं में ताकत हो न हो लेकिन अगर हौसलों में ताकत हो तो इंसान क्या कुछ नहीं कर सकता। उत्तर बंगाल के धुपगुड़ी से हौसले से ताकतवर को मात देने का एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां सोनाखाली के जंगल के पास एक गांव है। 65 साल की फातिमा बीबी इस गांव में रहती हैं। गुरुवार को फातिमा रोजाना की तरह ही शाम के समय अपनी गाय और गधे को जंगल में चारा चराने के लिए लेकर गई थीं। जंगल में पहुंचने के कुछ देर बाद फातिमा की गाय घास चरते हुए अंदर की ओर चली गई। गाय को जंगल में अदंर की ओर जाता देख फातिमा बीबी भी उसके पीछे भागने लगी। इस दौरान उसके हाथ में धार वाला एक फरसा भी था। शाम के समय हो चला था, अब जंगल में अंधेरा होने लगा था। फातिमा जंगल में अंदर तक पहुंच गई थीं। जंगल में काफी अंदर आने के बाद फातिमा को अंधेरे में कुछ चमकता हुआ दिखाई दिया। फातिमा उस रोशनी का पीछा करते हुए जंगल में आगे बढ़ने लगी। कुछ दूर आने पर जो दिखा उसे देख वो दंग रह गईं। यहां एक तेंदुआ घात लगाए उसे घूर रहा था। इससे पहले कि वो कुछ समझ पातीं, तेंदुए ने फातिमा पर हमला कर दिया।
एक घंटे तक लड़ीं
तेंदुए ने फातिमा को 1 घंटे तक अपनी कैद में जकड़े रखा। इस दौरान तेंदुआ फातिमा की गर्दन,पीठ और पेट को खरोचता रहा। बूढ़ी होने के बावजूद भी फातिमा तेंदुए का डटकर सामना कर रही थीं और खुद को बचाने के लिए वह तेंदुए की जकड़न से निकलने की कोशिश कर रही थीं। ऐसे करते हुए दोनों के बीच करीब एक घंटे तक लड़ाई चली। संयोग से फातिमा का गधा उस समय वहां पहुंच गया। गधे ने जब फातिमा को तेदुंए की कैद में पाया तो वह तेंदुए पर झपट पड़ा और उसके पंजों पर खड़ा होकर वार करने लगा। इसी दौरान फातिमा ने अपने फरसे से तेंदुए के शरीर पर वार कर दिया, जिससे तेंदुआ घायल हो गया और उसने फातिमा को छोड़ दिया।
खून से लथपथ हो गई थी फातिमा
इस दौरान फातिमा भी खून से लथपथ हो गई थीं। तेंदुए की गिरफ्त से निकलने के बाद घायल अवस्था में फातिमा जंगल से जैसे-तैसे निकलकर सड़क पर जा पहुंची।सड़क से एक बाइक सवार व्यक्ति गुजर रहा था।उस व्यक्ति ने फातिमा को घायल अवस्था में देखा और उसे अस्पताल ले गया लेकिन हालत ज्यादा बिगड़ने की वजह से फातिमा को जलपाईगुड़ी के जिला अस्पताल में रेफर किया गया। जहां फातिमा का इलाज चल रहा है।
फातिमा ने इस दौरान बताया कि ‘अचानक तेंदुआ आया और मेरे ऊपर कूद पड़ा’. तेदुंए ने 65 साल की फातिमा को बुरी तरह घायल कर दिया था. फातिमा की गर्दन, पीठ और पेट पर खरोचने के निशान मिले हैं। रिपोर्ट अशोक झा

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