टीएमसी छोड़ भाजपा में लौटे विधायक सौमेन राय
कोलकाता: भाजपा के टिकट पर पिछला विधानसभा चुनाव जीतने के चार महीने के भीतर कालियागंज के विधायक सौमेन राय सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल में शामिल हो गए थे। लोकसभा चुनाव से पहले कालियागंज विधायक सौमेन रॉय फिर भाजपा में लौट आये हैं। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को विधाननगर कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में विधायक के पार्टी में वापसी की घोषणा की। भाजपा में शामिल होने के बाद सौमेन ने कहा, ”मैंने दबाव में पार्टी बदली थी। भले ही मैं तृणमूल में चला गया, लेकिन मेरा दिल भाजपा में था। मैं तृणमूल कांग्रेस के साथ मिलकर काम नहीं कर सका। इसलिए वापस आ गया।सौमेन ने वर्ष 2021 विधानसभा चुनाव के बाद उसी साल चार सितंबर को भाजपा छोड़ दी थी और तृणमूल में शामिल हो गए थे। वह राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी का हाथ पकड़कर सत्तारूढ़ दल में शामिल हुए थे। संयोग से, भर्ती भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार होने के बाद पार्थ फिलहाल जेल में हैं। भाजपा सूत्रों के मुताबिक राजवंशी विधायक सौमेन पार्टी के राज्यसभा सांसद अनंत महाराज की सलाह पर अपनी पुरानी पार्टी में लौट आए हैं। वह पिछले तीन महीने से सुभेंदु के संपर्क में थे। इस मौके पर शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया, ”पार्टी छोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति की आसानी से घर वापसी नहीं होती। लेकिन भाई सौमेन के मामले में ऐसा किया गया क्योंकि उन्होंने खुद हमारी पार्टी के सर्वोच्च नेतृत्व आदर्श के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की। पंचायत के दौरान उनके द्वारा हमारे खिलाफ कुछ बातें कहलवाई गयीं थीं। उन्होंने ये काम नहीं किये, लेकिन वे काम करवाए गए थे।”तृणमूल में शामिल होने के बाद सौमेन को पश्चिम बंगाल तृणमूल प्राथमिक शिक्षक संघ का अध्यक्ष बनाया गया। हालांकि, संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष पलाश संधूखा ने कहा कि उनके पार्टी बदलने की खबर उनके पास नहीं है। सत्ताधारी पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, उन्हें हाल ही में पार्टी कार्यक्रमों में नहीं देखा जा रहा था। उत्तर दिनाजपुर से भाजपा के दो विधायक जीते थे- सौमेन राय और कृष्ण कल्याणी। दोनों तृणमूल में शामिल हो गये थे। सौमेन जहां भाजपा में लौट आए हैं, वहीं कृष्ण अभी भी तृणमूल में हैं। वह विधानसभा की लोक लेखा समिति के अध्यक्ष भी हैं। रिपोर्ट अशोक झा