पीड़िता के पिता का आरोप कोलकाता पुलिस उन्हें पैसे की रिश्वत देने की भी कोशिश की
अशोक झा, कोलकाता: कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टक से साथ हुए रेप और हत्या के मामले में बुधवार (4 सितंबर) की रात को पूरे पश्चिम बंगाल में लाइट बंद विरोध प्रदर्शन हुआ। इस विरोध प्रदर्शन में लाखों की संख्या में लोग शामिल हुए। इस मौके पर मृतक रेप पीड़िता के माता-पिता और रिश्तेदार भी विरोध प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे। इस दौरान के मृतक रेप पीड़िता के पिता ने बताया कि ये मामला सामान्य नहीं था। उन्हें मजबूर किया गया उनकी बेटी का अंतिम संस्कार करने के लिए।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में बलात्कार और हत्या की शिकार युवा महिला डॉक्टर के एक रिश्तेदार ने कहा कि पश्चिम बंगाल प्रशासन शव का अंतिम संस्कार करने की जल्दी में था। परिवार नहीं चाहता था कि दाह संस्कार हो लेकिन ममता बनर्जी प्रशासन ने उनकी बात नहीं मानी और परिवार की अनुमति के बिना आगे बढ़ गए। पीड़िता के पिता ने यह भी आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस ने उन्हें पैसे की रिश्वत देने की भी कोशिश की। रिपोर्ट अनुसार, पीड़िता के पिता ने कहा, “पुलिस ने शुरू से ही मामले को दबाने की कोशिश की। हमें शव देखने की अनुमति नहीं दी गई और जब शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया तो हमें पुलिस स्टेशन में इंतजार करना पड़ा।”उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा, “बाद में जब शव हमें सौंपा गया, तो एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने हमें पैसे की पेशकश की, जिसे हमने तुरंत अस्वीकार कर दिया।” पीड़िता के माता-पिता ने बुधवार रात जूनियर डॉक्टरों के साथ आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में विरोध प्रदर्शन में भाग लेते हुए अपनी बेटी के लिए न्याय की मांग की। 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में 31 वर्षीय ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव अर्धनग्न अवस्था में मिला था। घटना के एक दिन बाद कोलकाता पुलिस ने मुख्य आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया, क्योंकि उसे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में अपराध के अनुमानित समय के आसपास इमारत में प्रवेश करते देखा गया था और उसके ब्लूटूथ हेडफ़ोन अपराध स्थल के पास पाए गए थे। जांच से पता चला कि डॉक्टर को गंभीर रूप से चोट पहुंचाने और यौन उत्पीड़न करने के बाद, संजय रॉय ने पीड़िता का गला घोंटकर और मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। घटना के एक हफ्ते बाद कलकत्ता हाई कोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी।