नोएडा में एडल्ट वेबकैम स्टूडियो चला रहे एक गैंग का ED ने किया खुलासा

यूपी के शो विंडो नोएडा में एडल्ट वेबकैम स्टूडियो चला रहे एक गैंग का खुलासा हुआ है। इसका संचालन पति पत्नी कर रहे थे। इसने अश्लील सामग्री अपलोड करने को लेकर एक पूरा स्टूडियो ही बनाया था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने शुक्रवार को नोएडा स्थित Subdigi Ventures Private Limited पर छापा मारने के बाद इस हैरान करने वाले गिरोह का खुलासा किया। ईडी की जांच में सामने आया है कि कंपनी के डायरेक्टर उज्जवल किशोर और नीलू श्रीवास्तव अपने घर से ही Adult Webcam Studio चला रहे थे। ईडी के मुताबिक यह कपल साइप्रस स्थित Technius Limited नाम की कंपनी के लिए काम कर रहा था जो Xhamster और Stripchat जैसी अश्लील साइट्स चलाती है। नोएडा में पिछले 5 साल से पति-पत्नी मिलकर इसे चला रहे थे। मुख्य आरोपी पहले रूस में एक ऐसे ही सिंडिकेट का हिस्सा रह चुका है और बाद में भारत आकर अपनी पत्नी के साथ अश्लील कंटेंट रैकेट शुरू किया। ये गिरोह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म FB के जरिए काम कर रहा था। आरोपी ने FB पर chapto.com नाम का एक पेज बनाया था। जिसमें मॉडलिंग के ऑफर दिए जाते थे और लड़कियों को मोटी सैलरी का लालच दिया जाता था। दिल्ली-एनसीआर की कई लड़कियों ने पेज के जरिए संपर्क किया और जब वे नोएडा स्थित फ्लैट पर ऑडिशन देने पहुंचती थी तो आरोपी की पत्नी उन्हें इस अश्लील रैकेट का हिस्सा बनने का प्रस्ताव देती थी। लड़कियों को 1 से 2 लाख रुपये महीने कमाने का लालच दिया जाता था। ED की जब फ्लैट पर रेड की गई तो वहां उन्हें इस रैकेट में काम करने वाली 3 लड़कियां भी मिली। जो उस वक्त ऑनलाइन जुड़ी हुई थी। ED ने इन तीनों लड़कियों के बयान दर्ज किए हैं। लड़कियों को दिए जाते थे अलग-अलग टास्क ED के मुताबिक लड़कियों के भी अलग अलग तरीके के टास्क होते थे. मतलब कस्टमर जितना पैसा भेजता था उसी हिसाब से लड़कियां एक्ट करती थी. जैसे, हाफ फेस शो (जहां चेहरा आधा दिखता था), फुल फेस शो (जहां पूरा चेहरा दिखता था), न्यूड कैटेगरी (जिसमें पूरी तरह नग्नता होती थी). कस्टमर का पैसा सबसे पहले इस ऑनलाइन रैकेट चलाने वाले लोगों के पास क्रिप्टो करंसी के जरिए जाता था. उसके बाद ये पैसा पति-पत्नी के पास आता था. जांच एजेंसियों को शक है कि इस रैकेट के जरिए अब तक लगभग 500 से ज्यादा लड़कियों हायर की जा चुकी होंगी। ‘विदेशी कंपनियों से मार्केट रिसर्च के नाम पर लेते थे फंड’ Subdigi Ventures Private Limited कंपनी की तरफ से सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर मॉडल्स की भर्ती की जाती थी, जो लाइव कैम पर अश्लील कंटेंट अपलोड करती थीं. कपल ने बैंक में गलत Purpose Code देकर विदेशी कंपनियों से पैसा मंगवाया और इसे Advertising तथा Market Research का भुगतान दिखाया. ‘15.66 करोड़ की अवैध फॉरेन फंडिंग का खुलासा’ ED की अब तक की जांच में 15.66 करोड़ रुपये की अवैध फॉरेन फंडिंग का खुलासा हुआ है. केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक, अश्लील कंटेंट से जो कमाई होती थी उस रकम का 75 प्रतिशत हिस्सा कपल खुद रखता था और 25 प्रतिशत मॉडल्स को दिया जाता था