ग्रेटर नोएडा के गांव हो या सेक्टर, अब हर जगह होगी सफाई और उठेगा कूड़ा
डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन, मैनुअल व मैकेनिकल स्वीपिंग के लिए निकाला टेंडर
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के हर गांव हो या सेक्टर, बहुत जल्द सभी घरों से कूड़ा भी उठेगा और हर सड़क की साफ-सफाई भी होगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन, मैनुअल स्वीपिंग व मैकेनिकल स्वीपिंग के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। इन कार्यों के लिए एक माह में कंपनियों का चयन कर काम शुरू कराने की योजना है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी की मंशा है कि ग्रेटर नोएडा के गांव हो या सेक्टर, हर घर से कूड़ा उठना चाहिए, ताकि ग्रेटर नोएडा का कोना-कोना स्वच्छ बन सके। सीईओ के निर्देश पर ही प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग ने डोर टू डोर कलेक्शन, मैनुअल व मैकेनिकल स्वीपिंग के टेंडर निकाल दिए हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा शर्मा ने बताया कि डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन का टेंडर 17 फरवरी को निकाल दिया गया है। इसके अंतर्गत सभी घरों से 10 साल कूड़ा उठाने और प्रोसेसिंग प्लांट तक पहुंचाने के लिए करीब 213 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इच्छुक कंपनियां ऑनलाइन पोर्टल (https://etender.up.nic.in/) के जरिए 06 मार्च तक बिड डॉक्यूमेंट अपलोड कर सकती हैं। 09 मार्च को इसकी तकनीकी बिड खुलेगी। इसका ब्योरा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट (https://www.greaternoidaauthority.in/) पर देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि मौजूदा व्यवस्था में डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन की सुविधा ग्रेटर नोएडा के कुछ हिस्से में नहीं है, जिन्हें इस बार के टेंडर में शामिल कर लिया गया है। चयनित कंपनी पूरे ग्रेटर नोएडा के रिहायशी सेक्टरों व गांवों से डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन करेगी। एसीईओ ने बताया कि दूसरा टेंडर भी 17 फरवरी को जोन-5 के अंतर्गत 18, 24 व 30 मीटर तक की चौड़ी सड़कों की मैनुअल स्वीपिंग के लिए निकाला गया है। करीब 24.67 करोड़ रुपये के इस कार्य के लिए चयनित कंपनी दो साल तक इन सड़कों की सफाई करेगी। इस टेंडर के लिए भी इच्छुक कंपनियां 06 मार्च तक ऑनलाइन पोर्टल के जरिए आवेदन कर सकती हैं। 09 मार्च को इसकी तकनीकी बिड खुलेगी। डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन (सेंट्रलाइज्ड) और मैनुअल स्वीपिंग के टेंडर की प्री बिड मीटिंग 24 फरवरी को प्रस्तावित है। बता दें, कि मैनुअल स्वीपिंग के लिए ग्रेटर नोएडा को चार जोन में बांटा गया है। इन चारों जोन की 30 मीटर तक चौड़ी सड़कों की मैनुअल स्वीपिंग हो रही है, लेकिन कुछ एरिया की सड़कें अछूती रह गईं थीं। इनके लिए जोन 5 बनाया गया है। इसमें औद्योगिक सेक्टरों की 30 मीटर तक की चौड़ी सड़कें, ईडब्ल्यूएस सोसाइटी, छह फीसदी आबादी भूखंड रोड आदि भी शामिल हैं। प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी के निर्देश पर अब इसका भी टेंडर निकाल दिया गया है। वहीं, 30 मीटर से ऊपर चौड़ी सड़कों की सफाई के लिए मैकेनिकल स्वीपिंग (पार्ट 2 व 4) का टेंडर भी प्राधिकरण ने निकाल दिया गया है। एसीईओ प्रेरणा शर्मा ने बताया कि करीब 25.82 करोड़ रुपये के इस टेंडर के लिए 22 फरवरी से 10 मार्च के बीच आवेदन किया जा सकता है। चयनित कंपनी 05 साल तक इन सड़कों की मैकेनिकल स्वीपिंग करेगी। इच्छुक कंपनियां इस टेंडर की पूरी जानकारी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट (https://www.greaternoidaauthority.in/) और ऑनलाइन पोर्टल (https://etender.up.nic.in/) पर देख सकते हैं। प्राधिकरण ने इस टेंडर में आवेदन की इच्छुक कंपनियों की प्री बिंड मीटिंग 01 मार्च को तय की है। इन सभी टेंडरों के लिए ऑनलाइन पोर्टल आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे। प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने ग्रेटर नोएडा को स्वच्छता में शिखर पायदान पर पहुंचाने के लिए सभी निवासियों से सहयोग मांगा है। उन्होंने कूड़े को इधर-उधर फेंकने के बजाय डस्टबिन में डालने और सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की अपील की है।