छात्र की आत्महत्या मामले में प्रभारी प्रधानाचार्य प्रमोद कुमारऔर छात्रावास सहायिका सुलेखा सिंह निलंबित
छात्र की आत्महत्या मामले में प्रभारी प्रधानाचार्य प्रमोद कुमारऔर छात्रावास सहायिका सुलेखा सिंह निलंबित

उप्र बस्ती जिले में आश्रम पद्धति विद्यालय जोगिया भानपुर में कक्षा आठ के छात्र की आत्महत्या मामले में शासन ने बड़ी कार्रवाई की गई है। समाज कल्याण विभाग के निदेशक पवन कुमार ने आश्रम पद्धति विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार और छात्रावास सहायिका सुलेखा सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय जांच बैठा दी है। निलंबन अवधि में प्रधानाचार्य को जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय से संबंद्ध किया गया है। जबकि छात्रावास सहायिका को उप निदेशक समाज कल्याण कार्यालय से अटैच किया गया है। दूसरी तरफ आईजी आरके भारद्वाज ने मामले की गहन जांच के लिए एएसपी दीपेन्द्र नाथ चौधरी और सीओ रुधौली को भी लगाया है। संतकबीरनगर जिले के लहुरादेवा जगदीशपुर निवासी संजय कुमार त्रिपाठी के पुत्र कृष्णा (14) ने एक साल पहले बस्ती के जोगिया स्थित आश्रम पद्धति विद्यालय में कक्षा सात में दाखिला लिया था। 13 फरवरी को वह घर से स्कूल लौटा था। 18 फरवरी की शाम कृष्णा दोस्तों के साथ खेल रहा था। अचानक वह कमरे में चला गया। काफी देर तक नहीं लौटा तो बच्चे कमरे पर गए जो अंदर से बंद था। बच्चों ने खिड़की के रास्ते अंदर देखा तो कृष्णा का शव पंखे से बंधे मफलर से लटक रहा था। प्रकरण की जांच करने शासन स्तर से ज्वाइंट डायरेक्टर समाज कल्याण पीके त्रिपाठी को सौंपी गई थी। उन्होंने जांच कर रिपोर्ट निदेशक को सौंप दी थी। निलंबन आदेश में कहा गया है कि जांच में सामने आया कि विद्यालय में प्रधानाचार्य का आवास होने के बावजूद दिनांक 18 फरवरी को प्रभारी प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार विद्यालय परिसर में मौजूद नहीं थे। उसी दिन शाम करीब 7.30 पर कक्षा आठ में अध्ययनरत छात्र कृष्णा त्रिपाठी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पर्यवेक्षण के दायित्वों के निर्वाहन के प्रति उन्हें गंभीर लापरवाही बरतने का प्रथमदृष्टया आरोपी माना गया। इसी तरह छात्रावास सहायिका को भी अपने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।