21वीं सदी, युवा भारत की सदी हैः नन्दी
प्रदेश के दो करोड़ युवाओं को निःशुल्क टैबलेट और स्मार्टफोन प्रदान करने का निर्धारित किया गया है लक्ष्यः नन्दी
नोएडा। उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने मंगलवार को गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह में सम्मिलित होते हुए स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत अध्ययनरत छा़त्र-छात्राओं को टैबलेट-स्मार्ट फोन वितरित किया। 650 छात्र-छात्राओं को टैबलेट और स्मार्ट फोन दिया गया, जो उनके तकनीकी व स्किल डेवलपमेंन्ट में काफी मददगार साबित होगा।
मंत्री नन्दी ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। जहां हमारी 65 प्रतिशत से ज्यादा आबादी की उम्र 35 वर्ष से कम है। छात्र-छात्राएं ही देश का आने वाला कल हैं। आने वाला भविष्य हैं। जिनकी प्रतिभा और सामर्थ्य को देखकर पूरी दुनिया ये मानती है कि 21वीं सदी भारत की सदी है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि स्किल इंडिया, खेलो इंडिया, र्स्टाटअप इंडिया, मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया के माध्यम से देश की युवा पीढ़ी आधुनिक तकनीकि से जुड़ रही है। आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के विजन से प्रेरणा लेकर प्रदेश के कर्मयोगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी उत्तर प्रदेश के युवाओं को सशक्त और सक्षम बनाने के लिए निरन्तर काम कर रहे हैं। माननीय मुख्यमंत्री जी को प्रदेश के युवाओं के टैलेंट पर पूरा भरोसा है। यही कारण है कि हमारी सरकार उनके चौमुखी विकास के लिए नए प्लेटफार्म और नए अवसर उपलब्ध करा रही है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि डिजिटल और इनोवेशन क्रान्ति ने युवाओं की सामर्थ्य को कई गुना कर दिया है। स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत निःशुल्क टैबलेट और स्मार्टफोन प्रदान करना इसी मुहिम का हिस्सा है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के दो करोड़ युवाओं को निःशुल्क टैबलेट और स्मार्टफोन प्रदान करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में इसके लिए 3600 करोड़ रूपए के बजट का प्राविधान किया गया है। दूसरी पार्टियां चुनाव में बड़े-बड़े दावे और वादे करती हैं लेकिन चुनाव के बाद सारे दावे, सारे वादे ठंडे बस्ते में चले जाते हैं। हमारी सरकार दावे नहीं करती, संकल्प करती है। युवाओं को निःशुल्क टैबलेट व स्मार्टफोन प्रदान करना हमारे 2022 के संकल्प पत्र में शामिल था और आज हम सभी इस संकल्प को साकार होता हुआ देख रहे हैं। इस अवसर पर गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर रविंद्र कुमार सिन्हा जी, रजिस्ट्रार डॉ. विश्वास त्रिपाठी जी, डीन एकेडेमिक प्रोफेसर एनपी मलकानिया जी के साथ ही विश्वविद्यालय के विभिन्न अधिष्ठातागण, वित्त अधिकारी, संकाय सदस्य आदि मौजूद रहे।