डिलीवरी के बाद प्रसूता-नवजात की मौत डॉक्टर और स्टाफ फरार
उप्र बस्ती जिले के शहर के कैली रोड पर स्थित न्यू अवध हास्पिटल में बुधवार की शाम एक प्रसूता की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि मौत के बाद अस्पताल के संचालक व डॉक्टर ने उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। वहां पहुंचने पर जब परिवार के लोगों का प्रसूता की मौत का पता चला तो निजी अस्पताल पहुंच गए और हो हल्ला शुरू कर दिए। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा बुझा कर मामला शांत कराया, मगर देर रात तक परिवार के लोग अस्पताल के पास डटे रहे।
बनकटी ब्लाक के ग्राम हनौता निवासी 27 वर्षीय सुधा मिश्रा पति प्रदुम मिश्रा निवासी हिनौता थाना लालगंज सुधा मिश्रा 6 माह की गर्भवती थी। परिवार के लोग उन्हें लेकर 23 मई को मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां अच्छा इलाज न मिलने के कारण परिवार के लोग उन्हें वहां से निकाल कर किसी अच्छे नर्सिंग होम में ले जा रहे थे। इसी बीच वहां घूम रहे दलालों ने झांसा देकर शहर के अस्पताल चौराहे के निकट स्थित निजी अस्पताल में ले चलने की सलाह दी। परिजनों के अनुसार उनकी बात को अनसुना कर यह लोग गर्भवती को लेकर चलने लगे, लेकिन जैसे ही निजी अस्पताल के निकट पहुंचे दलालों ने जबरन गर्भवती को आटो से उतार लिया और अस्पताल में पहुंचा दिये। परिवार के लोगों का आरोप है कि 23 मई की शाम से इलाज व जांच के नाम पर करीब 50 हजार रुपये भी अस्पताल प्रबंधन ने वसूले। बुधवार की शाम गर्भवती का सामान्य प्रसव कराए मगर पैदा होने के बाद शिशु की मौत हो गई। अभी परिवार के लोग कुछ समझ पाते इसी बीच करीब डेढ़ घंटे बीत गए और प्रसूता की तबियत खराब हो गई। देखते ही देखते सुधा मिश्रा ने भी दम तोड़ दिया। इसके बाद परिवार के लोग हो हल्ला करने लगे। मामले की भनक लगते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और परिवार के लोगों से बातचीत शुरू किया। इधर हो-हल्ला होते देख अस्पताल के संचालक व डॉक्टर फरार हो गए।
प्रभारी निरीक्षक कोतवाली शशांक शेखर ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मौके पर पुलिस पहुंच गई है। परिवार के लोग जो तहरीर दिए है। उसी आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
सीएमओ डॉ. आरपी मिश्र ने कहा कि घटना संज्ञान में आई है। प्रकरण की जांच की जाएगी। यदि अस्पताल में लापरवाही से मौत हुई है तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।