नौकरी दिलाने के नाम पर सैकडों बेरोजगारों से ₹5 करोड की ठगी, 6 गिरफ्तार

 

नौकरी दिलाने के नाम पर सैकडों बेरोजगारों से ₹5 करोड की ठगी, 6 गिरफ्तार
************************* बुन्देलखंड की धर्मनगरी चित्रकूट में फर्जी ट्रस्ट के जरिये नौकरी देने का लालच देकर सैकडों बेरोजगारों को ₹ 5 करोड़ का चूना लगाने वाली फर्जी कंपनी को बेनकाब करते हुए पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से दो कारें और दो बाइक,8 मोबाइल,और तमाम फर्जी दस्तावेज बरामद किये गये है। बरामद बाइक चोरी की है। गिरोह का सरगना जनपद कुशीनगर का रहने वाला बताया गया है।
एसपी चित्रकूट वृंदा शुक्ला ने बताया कि10.जुलाई .2023 को थाना कोतवाली कर्वी में कसहाई गांव की श्रीमती सुशीला देवी ने अपने कुछ साथियो के साथ सूचना दी कि “हार्वड जागरुकता एजुकेशन ट्रस्ट” के कर्मचारी विनय कुमार वर्मा निवासी चमरपुर जिला बलरामपुर करोड़ों रुपये गवन करके भाग गये हैं। इस सूचना के आधार पर थाना कोतवाली कर्वी में अभियोग पंजीकृत किया गया था। विवेचना अपराध शाखा के निरीक्षक एम.पी. त्रिपाठी को सौंपी गई थी। इनकी टीम ने सर्विलांस टीम की मदद से बांदा की तरफ से सिंहपुर होकर पहाड़ी राजापुर की ओर जाने की सटीक सूचना पर शनिवार को चौरा मोड पहाड़ी के पास से 6 अभियुक्तों को स्विफ्ट डिजायर कार,बैगनार कार,और फर्जी दस्तावेज आदि समेत गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्तों की निशादेही पर रेलवे स्टेशन चित्रकूट से दो चोरी की बाइक भी बरामद कर ली गयी ।
एसपी के मुताबिक गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि हमारा मुखिया प्रमोद गुप्ता निवासी मोइला हरपुर जनपद कुशीनगर है। जो हार्वड जागरुकता एजुकेशनल ट्रस्ट के नाम से चित्रकूट जिले मे दो शाखाऐं अमानपुर, कस्बा मऊ में खोलकर हम लोगों को नवम्बर 2022 में काम करने भेजा था। 10 जुलाई 2023 तक हम लोगों ने विभिन्न पदों पर नौकरी देने जैसे होम ट्यूटर (एसटी), फील्ड क्वार्डीनेटर(एफसीओ), कम्प्यूटर टीचर(सीटी) और ग्रीन प्लांट मैनेजर आदि बनाकर कम समय में अधिक पैसे कमाने का लालच देकर हजारों लोगों को जोड़ कर सिक्योरिटी मनी,रजिस्ट्रेशन शुल्क आदि के नाम पर ₹ 5 करोड़ से अधिक की धनराशि एकत्र कर ली थी। 10 जुलाई को हम लोग अमानपुर वाले सेंटर के पास से दो मोटरसाइकिलें चुराकर भाग गये थे। हम लोगों की फर्जी आईडी,फर्जी नाम,फर्जी सिम, और नये मोबाइल फोन हमारे मुखिया प्रमोद गुप्ता ने दिये थे। जिनका उपयोग हमने लोगों के साथ धोखाधड़ी करने में उपयोग किया था। रुपये पैसों का संकलन क्षेत्रीय लोगों के जरिये जिन्हें हम लोगों ने नौकरी दिया था,उन्हीं के बैंक खाते में कराते थे। उनसे नकद पैसै निकलवा कर हमलोग ले लेते थे। बीच-बीच में हमारे मुखिया प्रमोद गुप्ता और उनके साथी आकर ले जाते थे। हम लोगों के अलग-अलग बैंक खातों में अभी 10 लाख रुपये मौजूद हैं। बाकी सारे रुपये प्रमोद गुप्ता ले जाकर गोरखपुर में जमीने खरीद कर प्लाटिंग कर रहा है। और नया मकान बनवा रहा है। हम सभी लोगों को एक-एक प्लाट भी देने को बोला था ।
एसपी वृन्दा शुक्ला ने बताया कि विवेचना के बाद मुकदमे में धारा 419,420,467,468,471, 379, 411 आईपीसी की बढोत्तरी की गयी है। मुख्य अभियुक्त प्रमोद गुप्ता और उसके दो अन्य साथियों की गिरफ्तारी हेतु प्रयास किये जा रहे हैं। शनिवार को गिरफ्तार किये गए अभियुक्तों में अमन जायसवाल कुशीनगर (फर्जी नाम विनय वर्मा), राज गुप्ता देवरिया, प्रेमचन्द्र जायसवाल कुशीनगर, मनोज कुमार जायसवाल गोरखपुर, उपेन्द्रनाथ पाण्डेय गोरखपुर, ( फर्जी नाम वी.के. सिंह) और गिरजेश कुशीनगर शामिल हैं।

 

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