सोना तस्करी में लिप्त चीनी नागरिक गिरफ्तार
सोना तस्करी में लिप्त चीनी नागरिक गिरफ्तार
अशोक झा
सिलीगुड़ी: नेपाल में हुए एक क्विंटल सोने की तस्करी मामले में मुख्य अभियुक्तों में से एक चीनी नागरिक को भारत में प्रवेश करने के दौरान गिरफ्तार किया गया है। नेपाल में सोने की तस्करी मामले में शिकंजा कसते जाने के बाद भारत भागने की कोशिश कर रहे चीनी नागरिक को भारतीय सीमा में प्रवेश करते समय गिरफ्तार किया गया। सोने की तस्करी मामले की जांच कर रहे केन्द्रीय अनुसंधान ब्यूरो (सीआईबी) के मुताबिक हांगकांग में रहकर नेपाल में सोने की खेप भेजने वाले मुख्य आरोपितों में एक चीनी नागरिक पेंग योंगसीन को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किया गया। सीआईबी ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को सोने की तस्करी में शामिल फरार लोगों की सूची भेजी थी। इसी आधार पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने चीनी नागरिक को भारत में प्रवेश करते समय गिरफ्तार किया।एसएसबी ने सीआईबी को जानकारी साझा करते हुए बताया कि चीनी नागरिक को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के कारण जासूसी के आरोप में पकड़ा गया है। नेपाली नागरिक बन कर सीमा पार करते समय एसएसबी ने पेंग योंगसीन को गिरफ्तार कर उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से चीन का पासपोर्ट बरामद किया। सीआईबी प्रमुख किरण बज्राचार्य ने कहा कि भारतीय एसएसबी से समन्वय कर पकडे गए चीनी नागरिक से पूछताछ करने के लिए जल्द ही एक टीम भेजी जाएगी। सीआईबी ने सोना तस्करी मामले में अदालत में जो चार्जशीट दाखिल की है उसमें पेंग योंगसीन को मुख्य अभियुक्तों में एक बताया है।नेपाल में राजस्व जांच विभाग (DRI) ने हाल ही में इस बात की पुष्टि की है कि 19 जुलाई को 60 किग्रा सोने की तस्करी में एक चीनी गिरोह शामिल था और इस गैंग ने नेपाल के रास्ते भारत में सोना पहुंचाया था। इसके अलावा कई लोन एप नेपाल से ही चलाये जा रहे हैं, जिनके कारण भारत में कई लोगों की जान चली गयी। नेपाल पुलिस के प्रवक्ता उप महानिरीक्षक कुबेर कदायत ने बताया कि चीनी पर्यटक वीजा पर नेपाल आते हैं और यहां पहुंचने के बाद आपराधिक प्रवृत्ति वाले लोग क्राइम में हिस्सा लेते हैं। कुबेर कदायत का कहना है कि हाल ही में चीनी नागरिकों की आपराधिक गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। ये लोग आईटी सेक्टर में काम करने की आड़ में ये लोग यहां रहते हैं। इसके बाद सोने की तस्करी, कॉल बायपास, मैच फिक्सिंग आदि जैसे गैरकानूनी कामों में लग जाते हैं। आंकड़ों के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2021-22 में 13 चीनी नागरिकों, 2020-21 में 16 नागरिकों और 2022-23 के दौरान 42 चीनी लोगों को गिरफ्तार किया गया।
ये सभी कॉल बायपास, एटीएम तोड़फोड़, मैच फिक्सिंग, विदेशी मुद्रा के अवैध व्यापार और सोने की तस्करी जैसी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त थे। वहीं, 23 दिसंबर 2019 को नेपाल पुलिस ने एक साथ 122 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार कर वापस भेज दिया था। पुलिस ने उन्हें साइबर अपराध में शामिल होने पर गिरफ्तार किया था।