काशी में महिला आरक्षण बिल के लिये धन्यवाद मार्च
काशी में महिला आरक्षण बिल के लिये धन्यवाद मार्च
*नारी शक्ति वंदन अधिनियम भारतीय महिलाओं को सर्वोच्च सम्मान*
*मार्च निकालकर महिलाओं ने कहा– धन्यवाद मोदी जी*
*वाराणसी, 22 सितम्बर।* भारत की महिलाओं और बेटियों को संसद में पर्याप्त प्रतिनिधित्व देने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम भारतीय राजनीति में बड़े परिवर्तन का संकेत है। महिलाएं खुश हैं और राजनीति में महिलाओं की योग्यता साबित करने का बड़ा मौका भी है। इसके लिए महिलाएं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ही श्रेय दे रही हैं। कई राजनैतिक पार्टियां इस बिल के पास होने पर अपना पीठ थपथपा रही हैं। कुछ इसका विरोध कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में उनके आगमन की पूर्व संध्या पर विशाल भारत संस्थान एवं मुस्लिम महिला फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में सुभाष भवन से मुंशी प्रेमचन्द स्मृति द्वार तक धन्यवाद मार्च निकाला गया। महिलाएं अपने हाथों में मोदी का पोस्टर लेकर मोदी है तभी मुमकिन है का नारा लगा रही थीं। बैण्ड बाजे के साथ मोदी जिन्दाबाद रहें तभी हर महिला होगी आबाद का नारा गूंज रहा था। महिलाओं के साथ बेटियां खुश थीं। राजनीति में उनके लिए प्रवेश का द्वार खुल गया। दलित परिवार की बेटी खुशी रमन भारतवंशी ने कहा कि मुझे अब मौका मिलेगा तो हम जरूर चुनाव लड़ेंगे। खुशी के माहौल में सभी महिलाओं ने मोदी जी को धन्यवाद कहा।
इस अवसर पर विशाल भारत संस्थान की नेशनल कोऑर्डिनेटर आभा भारतवंशी ने कहा कि इस बिल से महिलाओं की राजनैतिक भागीदारी बढ़ेगी इसके साथ सामाजिक क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन होगा। देश की सांस्कृतिक पहचान समृद्ध होगी और लैंगिक असमानता खत्म होगी।
मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि इस बिल का नाम ही महिलाओं के सम्मान को बढ़ाने वाला है। नारी शक्ति के वंदन की उम्मीद मोदी जी से ही की जा सकती है। बाकी लोग तो महिलाओं के अपमान में लगे हैं।
विशाल भारत संस्थान की राष्ट्रीय महासचिव डॉ० अर्चना भारतवंशी ने कहा कि महिला आरक्षण बिल का असर सदियों तक रहेगा। महिलाओं की स्थिति में क्रांतिकारी परिवर्तन की पटकथा मोदी जी ने लिख दिया है। सदियों बाद महिलाएं आजादी से बिना किसी के एहसान के राजनीति के सर्वोच्च शिखर पर पहुंचेंगी।
भारतीय अवाम पार्टी की अध्यक्ष नजमा परवीन ने कहा कि कहने को आधी आबादी थे लेकिन मौका तो किसी ने नहीं दिया। महिलाओं के हक की आवाज मोदी जी ने सुनी, इसके लिए मोदी जी को ही धन्यवाद कहेंगे।
मार्च में इली भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, दक्षिता भारतवंशी, सरोज देवी, रमता श्रीवास्तव, हीरामनी, प्रभावती, उर्मिला, रीता, विद्या, पार्वती, अंजू, मीरा, किरन, धनेसरा, मुन्ता, माया, लालती, माया, शमशुननिसा, सेचना, राजकुमारी, राधा, शिखा, आकांक्षा, रिया, संजु, राजकुमारी, सीमा, अनीता, शिवकुमारी आदि लोग शामिल रहीं।