घर में चल रहा था देह व्यापार का धंधा, गृहणी समेत एक युवक चढ़ा पुलिस के हत्थे, पांच युवतियों को कराया गया मुक्त

घर में चल रहा था देह व्यापार का धंधा, गृहणी समेत एक युवक चढ़ा पुलिस के हत्थे, पांच युवतियों को कराया गया मुक्त
सिलीगुड़ी: सेक्स रैकेट के लिए चर्चित हो रही सिलीगुड़ी में पुलिस ने घर के अंदर सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में गृहणी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया गया की घर पर नियमित रूप से देह व्यापार के लिए जमावड़ा होता था। निवासियों से शिकायत मिलने के बाद सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के पानीटंकी चौकी की पुलिस ने घर पर छापा मारा और गृहिणी सहित एक युवती को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में रीता दे चौधरी और सचिन भगत हैं। मालूम हो कि सिलीगुड़ी के 14 नंबर वार्ड अंतर्गत आश्रमपाड़ा के शारदामनी रोड निवासी रीता दे चौधरी अपने घर में देह व्यापार का धंधा चला रही थी। वहां रोजाना कई अज्ञात युवकों का आना-जाना था। इलाके के निवासियों ने इसकी शिकायत पुलिस से की। उनके संदेह के चलते कल रात पानीटंकी चौकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने घर पर छापेमारी की। वहां एक युवती और एक युवक आपत्तिजनक हालत में मिले। इसके बाद पुलिस ने सचिन भगत नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया और घर से पांच युवतियों को मुक्त कराया। बाद में, गृहस्वामी रीता डी चौधरी को आज सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों को आज सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया गया। पानीटंकी चौकी पुलिस इस लेनदेन में आरोपियों का कनेक्शन भी तलाश रही है। बताया जा रहा है की शहर के सबसे बड़े शॉपिंग मॉल के बेसमेंट में स्‍पा सेंटर व मसाज पार्लर तो बस दिखावे का है। असल में इसकी आड़ में यहां देह व्‍यापार का धंधा धड़ल्‍ले से चल रहा है। माटीगाड़ा स्थित इस स्पा में दूसरे राज्‍यों से भी रईसजादे पहुंचते है। स्‍पा की आड़ में चल रहे देह व्यापार का पुलिस ने भंडाफोड़ कई बार कर चुकी है। गुप्त सूचना के आधार पर सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने शापिंग माल के बेसमेंट स्थित स्पा सेंटर में छापेमारी कर वहां से उसकी मालकिन समेत एक युवती और ग्राहक को आपत्तिजनक हालात में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
पहले से ही बदनाम रहा है यह स्‍पा सेंटर
आरोप है कि शहर का सबसे बड़ा यह शापिंग मॉल देह व्यापार के लिए भी खूब प्रचलित है। यहां स्पा और मसाज पार्लर की आड़ में देह व्यापार के कई मामले पहले भी सामने आए हैं। पुलिस की लगातार छापेमारी को देखते हुए पिछले कुछ महीने देह के व्यापारी हाथ-पैर समेटे हुए थे। लेकिन, इधर फिर से धंधा शुरू कर दिया है। इससे
जुड़ी युवतियों को इस प्रकार के दलदल में भेजा जाता है। माटीगाडा थाना पुलिस की मानें तो स्पा का ट्रेड लाइसेंस है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस धंधे में लिप्‍त अन्‍य लोगों के बारे में पता लगा रही है। सिलीगुड़ी शहर में पर्यटकों के मनोरंजन व मस्ती, पीने के लिए शराब और दिल बहलाव के लिए युवतियों का इस्तेमाल
किया जाता हैं। सिलीगुड़ी के कुछ होटल और रिसोर्ट पर्यटकों का बाहें फैलाकर स्वागत करते हैं तथा उनकी जरूरत की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का वादा करते हैं। यही कारण है कि सिलीगुड़ी से सटे तथा सीमांचल के अनेक युवक छुट्टियों में सिलीगुड़ी मनोरंजन के लिए आते हैं और खूब मस्ती करते हैं। पड़ोसी राज्य बिहार में शराबबंदी के बाद सिलीगुड़ी से सटे बिहार और सीमावर्ती जिलों के अनेक युवकों को जब भी पीने पिलाने का शौक या मस्ती छाती है तो वह सिलीगुड़ी चले जाते हैं। यहां अपनी पसंद के होटल में रहकर रात रंगीन करते हैं. सिलीगुड़ी के लोगों को ऐसे मामलों का पता तभी चलता है, जब पुलिस अपने मुखबिर की रिपोर्ट के आधार पर दबिश की कार्रवाई करती है। अधिकांश मामलों में ना तो पुलिस को और ना ही लोगों को कुछ पता चलता है और होटल, दलाल और अय्याश लोगों के बीच यह राज दब कर रह जाता है।देह व्यापार कानूनन अपराध है। परंतु सच तो यह है कि सिलीगुड़ी के कई अपार्टमेंट, होटल, मॉल, स्पा सेंटर तथा विभिन्न ठिकानों में देह व्यापार होते रहते हैं। पुलिस से यह छुपा नहीं है। सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने ऐसे कई मामलों का पूर्व में भंडाफोड़ भी किया है। यहां जिस तेजी से जिस्मफरोशी का धंधा फल फूल रहा है, उतनी ही तेजी से सेक्स रैकेट भी कुकुरमुत्ते की तरह फैलते जा रहे हैं. सिलीगुड़ी के कई होटलों में धंधा करने वाली लड़कियों के सप्लायर ग्राहकों तथा होटल प्रबंधन के कांटेक्ट में होते है। ग्राहक की मांग के हिसाब से सप्लायर लड़कियों को होटल भेजते हैं। पिछले कुछ समय से सिलीगुड़ी में लड़कियों के दलाली करने के गिरोह भी काफी फल-फूल रहे हैं।कई लोग तो इस धंधे में खुलकर उतर चुके हैं। उन्हें इस काम के बदले अच्छा खासा पैसा और कमीशन मिलता है। सिलीगुड़ी के कुछ और होटल और रिसोर्ट के नाम सामने आए! परंतु इससे किसी को क्या फर्क पड़ता क्योंकि उनका कहना होता है की उनके लिफाफे में काफी वजन होता है जो ऐसी बातों को बाहर नहीं आने देती कारवाई से पहले ही यह मामला दब जाता है। सवाल फिर एक उठ रहा है की अगर स्थानीय लोग शिकायत नहीं करती तो क्या पुलिस करवाई करती?
@रिपोर्ट अशोक झा

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