करोड़ों के ड्रग्स के साथ तीन ड्रग्स तस्करों को किया गिरफ्तार

करोड़ों के ड्रग्स के साथ तीन ड्रग्स तस्करों को किया गिरफ्तार
सिलीगुड़ी: गुप्त जानकारी के आधार पर पश्चिम बंगाल पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (STF ) की टीम ने एक करोड़ रूपए के ड्रग्स के साथ तीन ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक महिला भी शामिल है। पकड़े गये आरोपियों के नाम अब्दुल हमीद उर्फ बुरहान (35), सोहेल राणा शेख (35) और श्रीमती गायत्री हल्दार (69) बताये गये हैं। इसमें गायत्री मुर्शिदाबाद की लालगोला की रहनेवाली बताया गयी है। शेष दो आरोपी नदिया जिले के पलाशीपाड़ा के रहनेवाले बताये गये हैं। इनके कब्जे से एक किलो 100 ग्राम कंट्राबैंड मॉर्फिन ड्रग्स जब्त किया गया है। मार्केट में इसकी कुल कीमत एक करोड़ रुपये बतायी गयी है।

कैसे हुई गिरफ्तारी: बंगाल एसटीएफ सूत्र बताते हैं कि, उन्हें खबर मिली थी कि एक महिला गुवाहाटी से बड़ी मात्रा में कीमती ड्रग्स लेकर इसकी डिलीवरी करने के लिए मुर्शिदाबाद आनेवाली है। इस जानकारी के बाद ही एसटीएफ के मुर्शिदाबाद यूनिट को यह जानकारी देकर अलर्ट कर दिया गया था। विभिन्न इलाकों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थीं। अचानक एक महिला को देखकर एसटीएफ की टीम को संदेह हुआ। वह महिला दो अन्य लोगों से मिली और अपने साथ एक मौजूद एक बैग को दोनों युवकों के हवाले कर दिया। दोनों युवक वह बैग लेकर वहां से कुछ दूर आगे बढ़े ही थे, इसी बीच एसटीएफ की टीम ने दोनों युवकों के साथ उस महिला को भी पकड़ लिया। जो उस बैग को लेकर आयी थी। बैग की जांच करने पर भीतर 1.010 किलो कंट्राबैंड मॉर्फिन ड्रग्स बरामद किया गया।
मुर्शिदाबाद से कोलकाता लाया जा रहा था ड्रग्स
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार युवकों ने बताया कि उनके ऑर्डर के मुताबिक महिला गुवाहाटी में सक्रिय ड्रग्स सप्लायरों से यह प्रतिबंधित ड्रग्स लेकर मुर्शिदाबाद में एक ठिकाने पर पहुंची थी। नदिया के निवासी दोनों युवक वहां उस महिला से वह ड्रग्स लेकर कोलकाता आकर महानगर के विभिन्न जगहों के साथ इसे राज्य के विभिन्न जिलों में सप्लाई करनेवाले थे. जबतक वे ड्रग्स लेकर मुर्शिदाबाद से कोलकाता के लिए निकलते, इसके पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गये आरोपियों से पूछताछ कर बंगाल एसटीएफ की टीम इस गिरोह में शामिल अन्य लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। जब्त ड्रग्स को आगे की जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भेज दिया गया है। अब ड्रग्स के मायजल में फसते जा रहे गुजरात के महानगर और भी बड़ी चिंता पैदा कर रहे हैं। ड्रग्स बनाने से लेकर सप्लाई तक इस मायाजाल का एक सिरा विदेशी है तो दूसरा भारत के अन्य राज्यों से जुड़ा है। सिर्फ बंगाल की बात करें तो एक महीने में पांच करोड़ की ड्रग्स पकड़ी गई है और जो नहीं पकड़ी गई और नशा बनकर लोगो के लहू में मिल गई वो इससे भी कही ज्यादा है। यही हाल अमूमन तमाम बड़े शहरो का है। ऐसे में पुलिस ने भी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। सरहदी इलाको में बीएसएफ के जवान नशे की तस्करी रोकने के लिए चप्पे चप्पे पर नजर गड़ाए हुए हैं वहीं, शहरी इलाको में पुलिस ने भी दबिश देनी शुरू कर दी है, जिसका नतीजा ये है कि एक ही दिन में महानगरों से ड्रग्स की बड़ी खेप जब्त हुई है। इसके साथ-साथ नशे के इस काले कारोबार को करने वाले कई तस्करो को गिरफ्तार किया गया है।
जानिए क्या होता है ‘मेफेड्रोन ड्रग’
छापेमारी में एक करोड़ 12 लाख का मेफेड्रोन ड्रग जब्त किया और तीन को गिरफ्दार कर लिया है। आपको बता दें कि ये मेफेड्रोन ड्रग हेरोइन और कोकीन से भी ज्यादा नशीला होता है। इसे म्याऊं-म्याऊं कोड नेम से भी जाना जाता है। मेफेड्रोन कोई दवा नहीं होती है बल्कि पौधों के लिए बनी सिथेंटिक खाद है और कोकीन और हेरोइन दोनों की तुलना में बहुत ही सस्ता होता है। @रिपोर्ट अशोक झा

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