उत्तर बंगाल में शौर्य जागरण यात्रा रथ की तैयारी, स्वागत में शहर वासियों की दिखेगी भागेदारी

शौर्य जागरण यात्रा रथ की तैयारी, स्वागत में शहर वासियों की दिखेगी भागेदारी
सिलीगुड़ी: विश्व हिन्दू परिषद्, बजरंग दल उत्तरबंग प्रांत द्वारा 2 अक्टूवर से उत्तर बंगाल में निकाली गई शौर्य जागरण यात्रा का भव्य समापन समारोह हिंदी हाई स्कूल एस एफ रोड सिलिगुड़ी में होगा। इसकी तैयारी जोर शोर से की जा रही है। तैयारी में जुटे उत्तरबंग प्रांत संगठन मंत्री अनूप मंडल, प्रांत मंत्री लक्ष्मण बंसल, जिला अध्यक्ष सुदीप्त मजूमदार, जिला संयोजक किशन अग्रवाल, जिला सचिव राकेश अग्रवाल, प्रवक्ता सुशील रामपुरिया सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी और समर्थक दिन रात जुटे हुए है। विहिप की ओर से प्रवक्ता सुशील रामपुरिया बताया गया की शौर्य जागरण रथ रविवार समय प्रातः 9.30 बजे एयरव्यू मोड पर पहुंचने पर गाजे बाजे के साथ स्वागत किया जाएगा। वहा से यह यात्रा नगर के सभी प्रमुख मार्गों से गुजरता हुआ बर्दमान रोड होता हुआ हिंदी हाई स्कूल पहुंचेंगी। उत्तरबंग प्रांत संगठन मंत्री अनूप मंडल, प्रांत मंत्री लक्ष्मण बंसल, जिला अध्यक्ष सुदीप्त मजूमदार, जिला संयोजक किशन अग्रवाल, जिला सचिव राकेश अग्रवाल, प्रवक्ता सुशील रामपुरिया ने बताया कि इस शौर्य जागरण यात्रा का उद्देश्य है हिंदु युवाओं में अपने पूर्वजों के प्रति गौरव का भाव जाग्रत कराना। अमर बलिदानियों के जीवन के चरित्रों से प्रेरणा लेकर देश के लिए जीवन जीने हेतु हिंदु युवाओ को संकल्प दिलाना। हिंदु धर्म और संस्कृति के प्रति श्रद्धा जाग्रत करना। उसके वैज्ञानिक महत्व को हम सभी समझना, हिंदु हम सब एक हैं अर्थात सामाजिक समरसता के लिए संकल्पबद्ध हो ।दुर्व्यसनों से मुक्त देश भक्ति से युक्त हिंदु युवा आज देश की आवश्यकता है, इस महत्व को हिंदु युवाओ को समझाना। स्वावलंबी, स्वाभिमानी, राष्ट्रभक्त हिंदू युवा जो राष्ट्र के लिए उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने के लिए प्रतिबद्ध रहने के लिए संकल्प दिलाना है। कहा की हिंदुत्व की रक्षा शौर्य जागरण से ही संभव है। जब जब हिंदू समाज पर कोई संकट आया है, तब-तब हिंदू समाज ने शौर्य का प्रदर्शन किया है। हिंदू समाज के शौर्य का विराट दर्शन 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या की नगरी में हुआ था। जहां पर राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त हुआ। हिंदू समाज ने अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए हमेशा संघर्ष को तत्पर रहा है।जिन राम भक्तों ने अपना जीवन आहूत करके राम का मंदिर बनाने का लक्ष्य लिया था आज वह पूर्ण होने को है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र में सबको सजग रहने की आवश्यकता है। बंसल व रामपुरिया ने कहा, सनातनी समाज के लिए झारखंड समेत देश में घुसपैठ, धर्मांतरण, जिहाद, गोवंश हत्या, गोवंश तस्करी और कम्यूनिस्ट विचारधारा बड़ी चुनौतियां हैं। शौर्य जागरण यात्रा में सभी वीरों के शौर्य को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम हिंदू नहीं हैं, ऐसा विमर्श खड़ा करके समाज को भ्रमित किया जा रहा है। उन्होंने कहा हिंदू धर्मावलंबी अपने धर्म एवं संस्कृति की जीवंत स्थिति को निरंतर बनाए रखने के लिए सदैव संघर्षशील रहे हैं। 2024 में संगठन की स्थापना के 60 वर्ष पूरे होंगे, जिसको महत्वपूर्ण मानते हुए संगठन हितचिंतकों की संख्या और समिति को बढ़ाने पर जोर दे रही है। संत समाज भी घर-घर जाकर हिंदू समाज को जागृत करने का काम करेंगे इसकी उम्मीद है। कहा कि हिंदू परिवार व्यवस्था पर हो रहे चौतरफा हमले, लव जेहाद एवं धर्मांतरण की घटनाओं को रोकने के लिए संगठन व्यापक स्तर पर कार्ययोजना तैयार कर रहा है। संतों के आशीर्वाद एवं हिंदू समाज के सहयोग से धर्मांतरण एवं लव जिहाद की घटनाओं पर पूरी तरह से रोक लगेगी। हिंदुओं को संगठित करने के लिए बजरंग दल की ओर से देशव्यापी शौर्य जागरण यात्रा निकाली जा रही है। व्यक्ति को परिवार, कुटुंब, समाज व राष्ट्र से जोड़ते हुए विश्व कल्याण की कामना करना ही हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि जहां विहिप का एक भी कार्यकर्ता है, वहां सत्संग होगा। विश्व हिंदू परिषद के कार्य का आधार सत्संग ही है। अगले स्थापना वर्ष के पहले तक देशभर में विश्व हिंदू परिषद एक करोड़ लोगों को अपना हित चिंतक बनाएगा। सेवा कार्यों के साथ सत्संग का विस्तार होगा। राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। परिषद की स्थापना के 60 वें वर्ष में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी और संघ के 100 वें शताब्दी वर्ष में मंदिर राष्ट्र को समर्पित हो जाएगा। पूरी दुनिया हिन्दू संस्कृति का लोहा मान रही है। यह निष्ठावान कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि कोई गांव, मोहल्ला इससे वंचित न रह जाय। सम्पूर्ण हिन्दू समाज को साथ लेकर संगठन की स्थापना से लेकर मोहल्ले स्तर तक सत्संग हिन्दू समाज के सहयोग से चलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रांत संगठन मंत्री ने कहा हिन्दू समाज के समक्ष बहुत बड़ी चुनौती धर्मांतरण एवं लव जिहाद की है। समाज के बीच समाप्त हो रहे संस्कृति एवं संस्कारों के विषय में मातृशक्ति के सहयोग से जागरण का कार्यक्रम भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संगठन के 60 वर्ष पूर्ण होने तक प्रांत का ऐसा कोई गांव या मोहल्ला नहीं होगा जहां विहिप की समिति ना हो। विहिप के प्रांत मंत्री लक्ष्मण बंसल और प्रवक्ता सुशील रामपुरिया ने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से हिंदुओं को संगठित करने, हिंदू परिवारों को सामाजिक एवं राष्ट्रीय जीवन मूल्यों से पुनः जोड़ने का कार्य होगा। जहां पर धार्मिक क्षेत्र की अनेक बैठकें एवं विहिप की स्थापना से लेकर आज तक की सभी रणनीति इसी प्रयाग की पावन धरती पर तय हुई है कि हम अपने लक्ष्य को पूर्ण कर आदर्श स्थापित करें। विश्व हिन्दू परिषद की दृष्टि से बंगाल प्रांत में उत्तर बंगाल का बहुत महत्व है। @ रिपोर्ट अशोक झा

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