फर्जी पासपोर्ट मामले में सीबीआई की ताबड़तोड़ छापामारी सराहना योग्य कदम : राजू विष्ट

ऐसे मामले क्षेत्र और राष्ट्र के लिए खतरनाक : सांसद राजू बिष्ट
इसके तहतक जाकर कारवाई करें एजेंसी, सीबीआई की सराहना
अशोक झा, सिलीगुड़ी: फर्जी पासपोर्ट मामले में सीबीआई की ताबड़तोड़ छापामारी और भ्रष्ट अधिकारियों और दलालों की गिरफ्तारी की गई है। दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने कहा कि उन राष्ट्र-विरोधी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की सराहना करता हूं जो अवैध अप्रवासियों के लिए भारतीय पासपोर्ट बनाने के लिए जाली दस्तावेज बना रहे थे। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें शामिल लोग नक्सलबाड़ी, सिलीगुड़ी, गंगटोक और पश्चिम बंगाल के 50 स्थानों से थे। बेईमान प्रशासनिक और कानून प्रवर्तन अधिकारियों के नेटवर्क द्वारा समर्थित अवैध आप्रवासन, हमारे क्षेत्र में प्रमुख जनसांख्यिकीय बदलाव का कारण बन रहा है। मुझे पूरी उम्मीद है कि इन गिरफ्तारियों से वास्तविक किंगपीन
का पर्दाफाश हो जाएगा जो इस रैकेट के पीछे हैं और पैसा कमाने के लिए हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं।
क्षेत्र की सुरक्षा में कॉरिडोर का अहम योगदान
इन देशों से भारतीय राज्यों जैसे त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी का प्रसार एक बड़ा सुरक्षा खतरा है। सिलीगुड़ी कॉरिडोर में सुरक्षा में सुधार कर इस क्षेत्र को सुरक्षित किया जा सकता है। तिब्बत से इसकी निकटता भारत के लिए एक लाभ के रूप में कार्य करती है क्योंकि यहां से चीन पर कड़ी नजर रखी जा सकती है। जो सीमावर्ती इलाकों में लगातार सड़कों और हवाई पट्टियों का निर्माण कर रहा है।युद्ध की स्थिति में निभा सकता है अहम भूमिका: युद्ध की स्थिति में सिलीगुड़ी कॉरिडोर के माध्यम से आसानी से हथियार और सैनिकों लामबंद किया जा सकता है। पेइचिंग अपनी बेल्ट एंड रोड योजना के लिए अपनी वैश्विक व्यापार पहुंच में सुधार के बहाने भारत के पड़ोसी देशों में भारी निवेश कर रहा है। लेकिन निवेश के नाम पर ये देश चीन के जाल में फंस रहे हैं। ज्यादातर पश्चिमी देश चीन की आलोचना इस बात के लिए करते हैं कि वह गरीब, विकासशील देशों पर ऋण थोपता है जिनके वापस भुगतान करने की कोई उम्मीद नहीं है। इसका इस्तेमाल वह राजनीतिक प्रभाव का लाभ उठाने के लिए इसका उपयोग करने की कोशिश कर रहा है। जबकि चीन का कहना है कि देश इन कर्जों के लिए उसके आभारी रहते हैं और उन्हें इसकी बहुत जरूरत है। @रिपोर्ट अशोक झा

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