आईपीएस अधिकारी देवाशीष धर ने अपना इस्तीफा राज्य के मुख्य सचिव को भेजा, राजनीति का इरादा

कोलकाता: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बंगाल में एक और आईपीएस अधिकारी ने अचानक इस्तीफा दे दिया। 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी देवाशीष धर ने अपना इस्तीफा राज्य के मुख्य सचिव को भेजा है।इसमें उन्होंने निजी कारणों का हवाला दिया है। आईपीएस धार लंबे समय से अनिवार्य प्रतीक्षा सूची में थे। राजनीति में आ सकते हैं देवाशीष धर: इधर, चुनाव से ठीक पहले उनके अचानक इस्तीफे के बाद धार के राजनीति में आने की अटकलें तेज हो गई हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है कि धार भी लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। मालूम हो कि इससे पहले आईपीएस अधिकारी प्रसून बनर्जी भी हाल ही में रायगंज रेंज के आईजी पद से इस्तीफा देकर राजनीति में शामिल हो गये थे। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बनर्जी को मालदा उत्तर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। ममता सरकार के निशाने पर थे धर: बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में वोटिंग के दौरान कूचबिहार के शीतलकुची में एक बूथ पर गड़बड़ी के दौरान सीआईएसएफ जवानों ने फायरिंग कर दी, जिसमें चार ग्रामीणों की मौत हो गई। उस समय देवाशीष धर कूचबिहार के पुलिस अधीक्षक (एसपी) थे। उस घटना के बाद से वह ममता बनर्जी सरकार के निशाने पर थे। इस घटना के बाद सस्पेंड हुए थे धर
शीतलकुची घटना के बाद उन्हें निलंबित भी कर दिया गया था। बाद में निलंबन तो रद्द कर दिया गया, लेकिन उन्हें अनिवार्य प्रतीक्षा सूची में भेज दिया गया। शीतलकूची गोलीकांड की जांच सीआईडी को सौंपे जाने के बाद धार के पूर्व एसपी को भी कई बार पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इसके अलावा उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज है। इस मामले में भी उनके खिलाफ जांच चल रही है। सीआईडी ने बेनामी संपत्ति मामले में सितंबर 2022 में आईपीएस धर और व्यवसायी सुदीप्त रॉय चौधरी की साल्ट लेक संपत्तियों पर भी छापा मारा था। रिपोर्ट अशोक झा

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