नेपाल को लॉन्च पैड के तौर पर इस्तेमाल कर रही ISI

एसएसबी ने पाकिस्तानी घुसपैठ मां बेटा को लिया हिरासत में

सिलीगुड़ी: एसएसबी 41वीं बटालियन के पानीटंकी बीओपी के सुरक्षा कर्मियों ने दैनिक जाँच के दौरान पाकिस्तानी मूल की एक महिला व उसके पुत्र को हिरासत में लिया है । हिरासत में लिए गए पाकिस्तानी महिला का नाम 62 वर्षीय शाइस्ता हनीफ व उसके पुत्र का नाम 11 वर्षीय आर्यन बताया गया है । एसएसबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एस एस बी 41वीं बटालियन अंतर्गत इंडो-नेपाल सीमा पर तैनात पानीटंकी एफ कंपनी के बी आई टी सुरक्षा कर्मियों ने नियमित जांच के दौरान नेपाल से भारत आ रहे पाकिस्तानी मूल के माँ-बेटे को हिरासत में लिया है । जाँच के दौरान हिरासत में लिए गए माँ-बेटे को गहनमार स्ट्रीट, सराफा बाजार करांची, पाकिस्तान का बताया गया है । एसएसबी द्वारा हिरासत में लिए गए पाकिस्तानी मूल के माँ-बेटे को आवश्यक कार्रवाई के बाद अग्रिम कार्रवाई हेतु खोड़ीबाड़ी थाना पुलिस को सौंप दिया है । पुलिस के साथ सुरक्षा एजेंसी लगातार पकड़े गए आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है। बताया गया की नेपाल की खुली सीमा का चीन और पाकिस्तानी जासूस का देश के खिलाफ साजिश रच रहा है।
नेपाल को लॉन्च पैड के तौर पर इस्तेमाल कर रही ISI
यूरोपियन फाउंडेशन फॉर साउथ एशियन स्टडीज (ईएफएसएएस) के अनुसार, पाकिस्तान की कुख्यात जासूसी एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) नेपाल को भारत में खालिस्तानी, कश्मीरी और पाकिस्तानी आतंकवादियों के साथ-साथ अफगान और अरब आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए लॉन्च पैड के रूप में इस्तेमाल कर रही है। काठमांडू में पाकिस्तानी दूतावास में पारंपरिक रूप से बड़ी संख्या में राजनयिक अधिकारी और सहायक कर्मचारी हैं। इनमें से अधिकांश कथित तौर पर आईएसआई के एजेंट हैं। पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी ने भारत और नेपाल के बीच उदार वीजा व्यवस्था और खुली हुई सीमा का जबरदस्त फायदा उठाया है। कहते है की अगर पड़ोसी सुरक्षित होगा तो अपने घर को आंच नहीं आएगी। यह कहावत अब काफी पुरानी हो गई है। वर्तमान समय में सभी को सबसे ज्यादा खतरा पड़ोस से ही होता है। भारत के मामले में भी कुछ ऐसा ही है। भारत अपने दो पड़ोसी देशों पाकिस्तान और चीन से गंभीर खतरे का सामना कर रहा है। इस बीच एक छिपा हुआ खतरा नेपाल के रूप में भारत के सामने खड़ा होने लगा है। हाल में ही एक पाकिस्तानी महिला सीमा गुलाम हैदर ने ग्रेटर नोएडा के एक व्यक्ति से शादी करने के लिए नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत में घुसपैठ की। इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं। भारत-नेपाल बॉर्डर पार कर पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी में घुसने वाले चीन के एक नागरिक को गिरफ्तार कर लिया था। इस घटना के सामने आते ही मामले ने तूल पकड़ लिया है। संदिग्ध की पहचान 39 साल के योंगशिन पेंग के तौर पर हुई है। संदिग्ध को भी पानीटंकी बॉर्डर के पास खारीबड़ी इलाके से गिरफ्तार किया गया था। उसे सशस्त्र सीमाबल (एसएसबी) के जवानों ने धर दबोचा और बाद में खारीबड़ी पुलिस को सौंप दिया था। जैसे-जैसे जांच बढ़ती गई. संदिग्ध योंगशिन पेंग की चुप्पी और गहरी होती चली गई. उसने कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया, जिससे संदेह और बढ़ा। पुलिस ने पेंग के पास से चीनी पासपोर्ट और कई अन्य दस्तावेज भी बरामद किए हैं, जिससे उसके जासूस का संदेह और बढ़ गया। उसके बाद ही फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। जिसकी जॉच अभी जारी है। 1980 के दशक से, पाकिस्तानी एजेंसियों ने जासूसों, आरडीएक्स जैसे विस्फोटकों और हथियारों, नकली मुद्रा और नशीले पदार्थों को भारत में घुसपैठ कराने के लिए नेपाल सीमा पर कमजोर सुरक्षा का फायदा उठाया है। नेपाल और पाकिस्तान का कोई ज्यादा संबंध नहीं है। इसके बावजूद पाकिस्तानी एयरलाइंस पीआईए हर हफ्ते दुबई के रास्ते चार फ्लाइट ऑपरेट करती है। हालांकि, इन फ्लाइट्स में औसतन 30 यात्री ही सवार रहते हैं। घाटे के बावजूद पीआईए इन उड़ानों को बनाए रखे हुए है।
नेपाल के रास्ते चीनी जासूस भी कर रहे घुसपैठ
पाकिस्तानियों के अलावा, चीनी जासूस नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश कर रहे हैं। फरवरी में 26 वर्षीय चीनी नागरिक वांग गौजुन को नेपाल के रास्ते बिना वैध वीजा के भारत में घुसपैठ करने के आरोप में पकड़ा गया था। बाद में पता चला कि वह चीनी जासूस था। गौजून ने भारत में घुसपैठ करने के लिए पहले थाईलैंड का दौरा किया, फिर नेपाल गया और वहां से भारत में प्रवेश किया। 14 फरवरी, 2023 को उसने दिल्ली आने के लिए एक बस पकड़ी। दिल्ली में उसने कुछ प्रमुख प्रतिष्ठानों सहित कई स्थानों का दौरा भी किया। उसे लौटते समय 17 फरवरी को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने लखीमपुर खीरी में गौरीफंटा-नेपाल सीमा पर गिरफ्तार कर लिया था। रिपोर्ट अशोक झा

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