जिन्हें हम वोट देते हैं और टैक्स देते है, वे हमारे अधिकार चुरा रहे है: मीनाक्षी मुखर्जी
जिन्हें हम वोट देते हैं और टैक्स देते है, वे हमारे अधिकार चुरा रहे है: मीनाक्षी मुखर्जी
सिलीगुड़ी: डीवाईएफआई (डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया) की राज्य सचिव मीनाक्षी मुखर्जी के नेतृत्व में बेरोजगार युवाओं के मुद्दों के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को जवाबदेह बनाने के लिए ‘इंसाफ यात्रा’ शुरू की है। डीआईएफआई की इंसाफ यात्रा मंगलवार को सिलीगुड़ी होते हुए बागडोगरा पहुंची। इस दौरान मीनाक्षी मुखर्जी ने गोंसाईपुर से बागडोगरा के बिहार मोड़ तक पैदल चलकर इंसाफ यात्रा में हिस्सा लिया। जिसके बाद बिहार मोड़ में एक जनसभा का आयोजन किया गया। जनसभा को संबोधित करती हुई राज्य सचिव मीनाक्षी मुखर्जी ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिन्हें हम वोट देते हैं और टैक्स देते है, वे हमारे अधिकार चुरा रहे है। वे जनता और जनता का पैसा लूटकर अपनी जेबें भर रहे है। हम इसके खिलाफ यह ‘इंसाफ यात्रा’ निकाल रहे है। गरीबों का राशन लूट लिया गया। इस जिले में भी धान खरीद के नाम पर लूट हुई है। जांच कराने से सरकार और प्रशासन डर रही है।
रोजगार के नाम पर मेधावी छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) राज्य में बेरोजगार व्यक्तियों के लिए इंसाफ यात्रा (न्याय के लिए मार्च) ‘इंसाफ यात्रा’ 3 नवंबर को कूच बिहार से शुरू हुई और 4 नवंबर को अलीपुरद्वार व जलपाईगुड़ी के चाय बागानों, जंगलों और पहाड़ी सड़कों से गुजरते हुए 7 नवंबर को दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी पहुंची। डीवाईएफआई के राज्य सचिव मुखोपाध्याय ने कहा की डीवाईएफआई ने 7 जनवरी को ब्रिगेड रैली का आह्वान किया है। संगठन के सदस्य कूच बिहार से काकद्वीप तक दो महीने की ‘इंसाफ यात्रा’ के जरिए ब्रिगेड रैली में पहुंचेंगे। इंसाफ यात्रा के लिए मुखोपाध्याय ने कहा, “केंद्र सरकार और राज्य सरकारें बेरोजगारों पर कार्रवाई के पीछे की मास्टरमाइंड हैं। वे बेरोजगारों को भी कुचलना चाहते हैं। हम इन दोनों को पकड़ने के लिए अपनी “इंसाफ यात्रा” पर हैं। प्रशासन बेरोजगारों के अधिकारों के लिए जवाबदेह है।” उन्होंने कहा कि रोजगार और बेरोजगारी का मुद्दा उठते ही लोग जाति और धर्म की आड़ में जेल में बंद हो जाते हैं। “हिंसा मानस में जहर की तरह फैलती है। एक काल्पनिक शत्रु पाठ्यक्रम और विभाजन स्थापित करता है। (कवि) सुकांत, नज़रूल और रवीन्द्रनाथ को पाठ से हटा दिया गया। इस बीच, आवश्यक दवाओं, रसोई गैस, ईंधन, चावल, बीन्स और पेट्रोल की कीमत बढ़ रही है। बस अपने जीवन की कीमत में कटौती कर रही हूं,” उसने कहा। डीवाईएफआई नेता बेदब्रत घोष ने कहा कि ”चोर सरकार को करारा जवाब देने के लिए डीवाईएफआई ‘इंसाफ यात्रा’ कर रोजगार की मांग करेगी। इस मांग को लेकर राज्य के युवा दो महीने के लिए सड़कों पर उतरेंगे। चारों तरफ गतिविधियाँ तेज़ चल रही हैं। जिले में इंसाफ यात्रा के समर्थन में पथ सभाएं, पथसभाएं और धन संग्रह का काम चल रहा है। नागराकाटा से दिनहाटा, पांशकुरा से मैना और कोलकाता से उलुबेरिया तक कार्यकर्ताओं की बैठकें चल रही हैं। एक बैठक में डीवाईएफआई नेताओं ने कहा कि गांवों में गरीब लोग पीड़ित हैं। उन्होंने आरोप लगाया, “उन्हें 100 दिनों के काम के लिए पैसे नहीं मिल रहे हैं, चाय श्रमिकों को उचित वेतन नहीं मिल रहा है, युवाओं के पास कोई काम नहीं है, स्कूलों और कॉलेजों में अराजकता है और मंत्री जेल में हैं। डीवाईएफआई नेताओं ने कहा कि रोजगार के लिए अभियान राज्य भर के सभी ब्लॉकों और जिलों के सभी बूथों पर चलाया जाएगा। रिपोर्ट अशोक झा