सर्व गुजराती समाज छत्तीसगढ़ के संरक्षक और विहिप के केंद्रीय कोषाध्यक्ष रमेश मोदी का निधन

सर्व गुजराती समाज छत्तीसगढ़ के संरक्षक और विहिप के केंद्रीय कोषाध्यक्ष रमेश मोदी का निधन… 81 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस, शोक की लहर
सिलीगुड़ी:
विश्व हिंदू परिषद के बड़े नेताओं में शुमार रहे रमेश मोदी का निधन हो गया। 81 साल की उम्र में उन्होंने मुंबई के अस्पताल में अंतिम सांसें लीं। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक 15 नवंबर को उनका अंतिम संस्कार रायपुर के देवेन्द्र नगर मुक्ति धाम में किया जाएगा। छत्तीसगढ़ विश्व हिंदू परिषद के नेता रमेश मोदी का मुंबई में निधन हो गया है। निधन की खबर आते ही उत्तर बंगाल विहिप में शोक की लहर दौड़ गई है। रायपुर में विहीप के पंडरी स्थित कार्यालय की स्थापना में उनकी अहम भूमिका थी। बड़े कपड़ा कारोबारी रमेश मोदी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। विश्व हिन्दू परिषद के छत्‍तीसगढ़ प्रांताध्यक्ष रमेश मोदी के 75 वें जन्मदिन के मौके पर रायपुर के इंडोर स्टेडियम में ‘अमृत महोत्सव’ का आयोजन किया गया, जिसमें सत्ता और संगठन के तमाम बड़े चेहरे एक साथ मंच पर दिखाई दिए थे। इतना ही नही मतांतरण के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने चंगाई सभा से सचेत रहने को कहा है। विहिप के केंद्रीय मुख्य कोषाध्यक्ष रमेश मोदी ने कहा था कि ईसाई धर्म प्रचारकों का समूह दुनियाभर के देशों में घूम-घूमकर आम लोगों के बीच ईसाइयत की शक्ति और उसके चमत्कारों का प्रदर्शन करता है। वे आदिवासी बहुल राज्यों में चंगाई सभा के नाम से शिविर लगाते हैं। यहां असाध्य बीमारियों को चुटकियों में ठीक करने का प्रहसन सा किया जाता है। इसकी वजह से भोले-भाले लोग खासकर आदिवासी प्रभावित होकर मतांतरण कर बैठते हैं। मोदी ने कहा था कि हर हिंदू को इससे जागरूक रहने की जरूरत है। दूसरों को भी इससे सावधान करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि आशीर्वाद से बीमारी दूर करने का दावा करने वाले इतने सक्षम हैं तो अब पोप को क्यों ठीक नहीं कर पा रहे हैं? यह एक ऐसा रैकेट है जो कि मतांतरण के नाम पर हिंदुस्तान को ईसाई राष्ट्र बनाना चाहते हैं। विहिप इसका घोर विरोध करता है। परिषद लगातार कर रहा काम: रमेश मोदी ने कहा कि विहिप के कार्यकर्ता मतांतरण रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाते रहते हैं। प्रसिद्ध संत-महात्मा अपने प्रवचन में विविध धार्मिक कथाओं के जरिए जागरूक कर रहे हैं। विहिप कथावाचकों से भी अनुरोध करेगी कि वे कथा के दौरान श्रोताओं से हर हाल में अपने धर्म का पालन करने का संदेश दें। मतांतरण कराने वालों के प्रलोभनों से बचने के लिए सचेत करें।
कहा था कि उनका संगठन मतांतरण रोकने के लिए लगातार काम कर रहा है। जो भटककर चले गए हैं, उन्हें वापस करा रहे हैं। बहुत से लोग वापस भी हो रहे हैं। ऐसे लोगों को अपने धर्म का पालन करने का संदेश दिया जा रहा है।रिपोर्ट अशोक झा

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