Auto Draftढाई साल में 144 करोड़ के काम, निर्माण विभाग में भी होंगे 1500 करोड़ के प्रोजेक्ट
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सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम की 22वीं बोर्ड बैठक संपन्न हुई। इसमें जो जानकारी दी गई उसके अनुसार तृणमूल नेतृत्व वाली सिलीगुड़ी नगर निगम केवल डेढ़ साल पुरानी है। इससे एक साल पहले मेयर गौतम देव प्रशासनिक बोर्ड के प्रभारी थे। कुल मिलाकर ढाई साल के अंदर सिर्फ कार्य विभाग में मेयर ने हिसाब लगाया कि उन्होंने 144 करोड़ का काम कराया है। वहीं कार्य विभाग अपने मद से करीब 150 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। इतना ही नहीं, सिलीगुड़ी नगर निगम इस समय तीन मेगा प्रोजेक्ट चला रहा है। सबसे पहले नई पेयजल परियोजना पर काम शुरू होने जा रहा है। मेयर ने बताया कि इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 600 करोड़ तक पहुंचेगी। पहले चरण में 202 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उसका टेंडर हो गया है।दूसरी ओर, सिलीगुड़ी में लगभग 35,000 बिजली के खंभों को भूमिगत किया जाएगा। तीन चरणों में काम पूरा करने में करीब 600 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके अलावा, महानंदा नदी के प्रदूषण को रोकने के लिए 274 करोड़ रुपये की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा अन्य विभागों को भी काम करना है। गुरुवार को सिलीगुड़ी पूर्णिगम का 22वां चंद्र मास था। उन्होंने प्रस्ताव उठाते हुए तृणमूल संचालित गरीब बोर्ड पर विकास रोकने का आरोप लगाया। इसके अलावा मुंशी नुरुल इस्लाम की ओर से दीप्त कारक ने भी तृणमूल बोर्ड के कामकाज पर सवाल उठाया. जवाबी भाषण देते हुए मेयर गौतम देव सरकारी दस्तावेज लेकर आये और जानकारी दिखायी। बताएं कि वे किस प्रकार विकास गतिविधियां कर रहे हैं। सारी जानकारी पेश करने के बाद उन्होंने प्रतिप्रश्न करते हुए कहा, ‘वर्ष 9 के अपने काम के आंकड़े दीजिए।’ मेयर ने कहा, ‘600 करोड़ रुपये का मेगा बिल्डिंग कार्य शुरू करने वाले हम पहले व्यक्ति हैं। मेयर ने इस दिन जानकारी देते हुए कहा, ‘प्रशासनिक बोर्ड और निर्वाचित बोर्ड के दौरान सिर्फ कार्य विभाग में 144 करोड़ रुपये के कुल 793 काम हुए। अब तक हमने 284 कार्य पूरे कर लिये हैं। 67 कार्यरत हैं। वर्क ऑर्डर हो चुका है, लेकिन 14 परियोजनाओं पर काम शुरू नहीं हुआ है। 117 कार्यों के टेंडर हो चुके हैं। 180 नौकरियों के लिए टेंडर नहीं बुलाए गए। 14 नौकरियों के लिए दोबारा टेंडर किया गया है। इसके अलावा निर्माण विभाग सीधे तौर पर जो काम कर रहा है उसका ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा, ‘सेवक रोड, बर्दवान रोड और एसएफ रोड को विस्तार के लिए आवंटित किया गया है। ईस्टर्न बाइपास पर 33 करोड़, 53 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। बर्दवान रोड पर फ्लाईओवर के निर्माण पर 100 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं। यहां कुल 150 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं।
विपक्ष के नेता अमित जैन ने कहा कि
केंद्रीय योजनाओं से मिलने वाली राशि को नगर निगम अपना बता रही है। यह जनता है सब जानती है ।परिणामस्वरूप, विपक्ष को सुनना चाहिए और टिप्पणी करनी चाहिए।’मेयर की विकास योजना को देखते हुए लेफ्ट संसदीय दल के नेता नुरुल इस्लाम ने कहा, ‘यह नगर पालिका कुछ नहीं कर पा रही है। इसलिए वे दूसरे विभागों का काम अपना मानकर चलाना चाहते हैं। जितना काम हुआ है उससे ठेकेदारों का बकाया पूरा नहीं हो पा रहा है। रिपोर्ट अशोक झा