मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश से झारखंड सीमा सील,वाहनों की लंबी कतार

विपक्ष के निशाने पर हेमंत सरकार, लोगों में गुस्सा

अशोक झा, कोलकोता: झारखंड-पश्चिम बंगाल सीमा पर हजारों ट्रक खड़े हैं। 18 घंटे से पश्चिम बंगाल में एंट्री बंद होने की वजह से करीब 12 किलोमीटर लंबा जाम लग चुका है। मैथन-झारखंड पश्चिम बंगाल सीमा स्थित डीबुडीह चेक पोस्ट पर भारी वाहनों को प्रवेश से रोका जा रहा है।
बंगाल में डीवीसी द्वारा मैथन व पंचेत डैम से अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने से बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ आ गयी है. हालात को देखते हुए बंगाल सरकार ने झारखंड सीमा के डीबूडीह चेकपोस्ट (बंगाल क्षेत्र) पर बैरिकेडिंग कर मालवाही वाहनों के प्रवेश पर तीन दिनों के लिए रोक लगा दी है।झारखंड के डैम से पानी छोड़े जाने के बाद पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सो में बाढ़ आ गई है। माना जा रहा है कि इसे से नाराज होकर यह कदम उठाया गया है। मैथन टोल प्लाजा से लेकर निरसा तक लंबा जाम लग गया है लेकिन पश्चिम बंगाल पुलिस वाहनों को नहीं छोड़ रही है। हालांकि झारखंड प्रशासन की ओर से लगातार प्रयास जारी है। दोपहर 12 बजे तक कोई हल नहीं निकल पाया है। आम लोगों से लेकर ट्रक चालक तक परेशान हैं। हालांकि यात्री बस एवं छोटे वाहनों को दूसरे लेन से बंगाल की ओर किसी तरह भेजा जा रहा है। जो राहत की बात है। नाराज लोगों ने बंगाल से झारखंड की तरफ आने वाले वाहनों को भी सीमा पर रोकना शुरू कर दिया है। मालूम हो कि झारखंड के मैथन, पंचेत और तेनुघाट डैम से पानी छोड़े जाने से बंगाल के सीमावर्ती कई इलाके जलमग्न हैं। इस कारण पश्चिम बंगाल सरकार काफी नाराज हैं। गुस्से में इस तरह का मौखिक आदेश बंगाल प्रशासन ने दिया है, इसीलिए चेकपोस्ट पर तैनात पश्चिम बंगाल पुलिस के पदाधिकारी इस संबंध में कुछ स्पष्ट जवाब नहीं दे रहे और टाल-मटोल कर रहे हैं। वे सिर्फ इतना कह कर पल्ला झाड़ रहे हैं कि उपर का आदेश का हमलोग पालन कर रहे हैं।

जानकारी लेने रात में मैथन ओपी प्रभारी आकृष्ट अमन, निरसा बीडिओ इंद्रलाल ओहदार और एग्यारकुंड बीडीओ मधु कुमारी बंगाल पुलिस से जाम कि जानकारी लेने पहुंचे और जाम हटाने का प्रयास किया। चेकपोस्ट पर तैनात बंगाल पुलिस से बातचीत करने के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ। उनलोगों ने भी अपने वरीय अधिकारियों की सूचना दे दी है। फिलहाल जाम हटने का कोई उपाय नहीं दिख रहा।बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने गयीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इस बार की बाढ़ इंसानी लापरवाही के चलते आयी है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।दरअसल, बारिश के कारण झारखंड की नदियों में जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है जिस कारण कई बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है. ऐसे में बंगाल सरकार का कहना है कि झारखंड द्वारा छोड़े गए पानी से उनके राज्य में बाढ़ वाले हालात बन चुके है जिस कारण झारखंड से बंगाल जाने वाले वाहनों को रोक दिया गया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने ‘एक्स’ के जरिए सरकार से सवाल पूछा, “झारखंड से बंगाल में प्रवेश करने वाले वाहनों को ममता बनर्जी की पुलिस ने पुरुलिया सीमा के पास रोक रखा है. ममता बनर्जी सरकार ने बंगाल में आई बाढ़ के लिए डीवीसी को दोषी ठहराया है और झारखंड से आने वाले वाहनों को अगले तीन दिनों तक सीमा में प्रवेश करने से रोक दिया है। सीएम की चुप्पी हैरान करने वाली- मरांडी मरांडी ने आगे लिखा, ”यदि बारिश बहुत ज्यादा होती है तो झारखंड को पानी छोड़ना ही पड़ेगा। ऐसे में मुख्यमंत्री की चुप्पी आश्चर्यचकित कर रही है. उन्होंने आगे लिखा कि कांग्रेस सरकार ने जितने भी डैम बनवाए उसमें झारखंडियों की जमीन गई है यहां के लोग विस्थापित हुए हैं जिसका नुकसान यहां के आदिवासियों को उठाना पड़ रहा है लेकिन झारखंड का पानी और बिजली का लाभ बंगाल को मिल रहा है। सीएम का दब्बूपन ठीक नहीं- बावरी
उधर, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बावरी ने मीडिया से इस संबंध में बात करते हुए कहा है कि हमारे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का इतना दब्बूपन ठीक नहीं है. झारखंड की जनता के स्वाभिमान की रक्षा करना एक मुख्यमंत्री के लिए बहुत जरूरी है जिस प्रकार ममता दीदी ने पहले भी इनको हड़काया था अब फिर हड़का रही हैं कि बाढ़ का पानी, डैम का पानी को रोक कर रखा है. उन्होंने कहा यह प्राकृतिक चीजे हैं जिसे रोक पाना संभव नहीं है। आंख दिखाकर अपनी बात रखें हेमंत सोरेन- नेता प्रतिपक्ष
बावरी ने कहा कि ममता बनर्जी क्या चाहती हैं कि झारखंड तबाह हो जाए. ऐसे में मुख्यमंत्री का चुप रहना इनकी कमजोरी को दिखाता है. वह दुम दबाकर बैठे हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा अगर आपसे नहीं संभल रहा तो हम भी आपके साथ हैं. एक साथ बैठते हैं मुख्यमंत्री जी आप आंख दिखा कर अपनी बाते रखिए।
झारखंड में भी बंगाल की गाड़ियों के प्रवेश पर लगनी चाहिये रोक
मुख्यमंत्री ने झारखंड सरकार पर असहयोग का आरोप भी लगाया है. इस बीच पता चला है कि राज्य की सीमा से लगने वाले झारखंड क्षेत्र में नेशनल हाइवे पर कोलकाता लेन में करीब पांच किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लग गयी है. हालांकि राज्य प्रशासन छोटी गाड़ियों को जाने दे रहा है. आसनसोल, दुर्गापुर, बर्दवान, रघुनाथपुर, पुरुलिया, हुगली और हावड़ा के कई इलाकों में बाढ़ से जनजीवन प्रभावित हुआ है. इस बीच, वाहन रोके जाने से नाराज झारखंड व अन्य प्रांतों के चालकों ने कहा है कि अगर झारखंड की गाड़ियां बंगाल नहीं जा रहीं, तो झारखंड में भी बंगाल की गाड़ियों को प्रवेश नहीं दिया जाये। प्रशासन अलर्ट मोड में :उधर, पूरे मामले पर धनबाद के उपायुक्त माधवी मिश्रा व वरीय पुलिस अधीक्षक एचपी जनार्दनन की नजर की है. धनबाद प्रशासन राज्य मुख्यालय को भी जानकारी दे रहा है. डीसी एवं एसएसपी आसनसोल-दुर्गापुर कमिश्नरेट के वरीय अधिकारियों से लगातार बातचीत कर रहे हैं।

Back to top button