यह है ममता, बंद चाय बागान, चाय मजदूरों के कपड़ों में अपनी तस्वीर ली और कहा, ‘तू खिच मेरी फोटो’ : शुभेंदु अधिकारी
सिलीगुड़ी:
पहाड़ों में शिक्षकों की नियुक्ति में बड़े भ्रष्टाचार के आरोप
लगाते हुए भाजपा नेता सह बंगाल विरोधी दल नेता शुभेंदु अधिकारी ने इसको लेकर कानूनी कारवाई करेंगे। सिलीगुड़ी में संवाददाता सम्मेलन में अधिकारी ने कहा, अनित थापा की जीटीए ने 500 से अधिक शिक्षकों की भर्ती की है। लेकिन ये भर्ती एसएससी के जरिए नहीं की गई। GTA में सीधे भर्ती की गई। यह नियुक्ति प्रति व्यक्ति 15 लाख रुपये के हिसाब से की गयी है। शुभेदु ने की सीबीआई जांच की मांग। उन्होंने कहा कि हायर सेकेंडरी में 50 फीसदी अंक लाने के नियम, एससीएसटी आरक्षण, ईडब्ल्यूएस आरक्षण नियमों का पालन नहीं किया गया. शिक्षक मानदंडों के स्थापित मानदंड टूट गए हैं। इसके अलावा शुभेंदु अधिकारी ने यह भी कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री अनीत थापा से कासियांग की बैठक में 192 शिक्षकों की नियुक्ति करने को कहा। उन्होंने दावा किया कि यह नियुक्ति भी पूरी तरह से घोटाला है। शुवेंदु ने आरोप लगाया कि पहाड़ों में विकास के लिए जो 12 जनजाति बोर्ड बनाये गये थे, वे अब बेकार हो गये हैं। शुवेंदु ने कहा कि मकर संक्रांति के बाद बीजेपी पहाड़ में जोरदार आंदोलन शुरू करेगी। इस लिहाज से पहाड़ बीजेपी अध्यक्ष कल्याण देवान और सांसद राजू बिष्ट तैयारी करेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी छद्मवेश प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उत्तर बंगाल आयी हैं। सुवेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री के उत्तर बंगाल दौरे पर इसी भाषा में कटाक्ष किया। इसके साथ ही विपक्षी दल के नेता मुख्यमंत्री के भतीजे की शादी का मजाक उड़ाने से भी नहीं चूके। सुभेंदु ने मुख्यमंत्री को हीराकरणी कहकर भी संबोधित किया। मंगलवार को सिलीगुड़ी के एनजेपी में पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शुवेंदु अधिकारी ने कहा, ”ममता बनर्जी इस बार छद्मवेश प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए उत्तर बंगाल आई हैं। उन्होंने मजदूरों को बंद चाय बागान में बुलाया और चाय मजदूरों के कपड़ों में अपनी तस्वीर ली और कहा, ‘तू खिच मेरी फोटो’। इस दिन उन्होंने ममता के भतीजे की शादी को लेकर कहा, ”ममता बंद्योपाधाय में शादी वाले घर में आई हैं। ममता ने कहा कि वह खपरैल वाले चावल के घर में रहती हैं। धरती माता मनुष्य की प्रतिनिधि है। सभा से मानदेय न लें। लेकिन वह कासियांग के एक लग्जरी होटल में रुके थे। जिसका किराया प्रतिदिन 1 लाख 2 हजार रुपए है। और उनके भतीजे (अभिषेक बनर्जी) के होटल का किराया 84 हजार टका है। इस दिन शुवेंदु अधिकारी ने कहा, ”उन्होंने उत्तर बंगाल में आकर सिलीगुड़ी में खेल के मैदान को नष्ट कर दिया और झूठ बोलकर उत्तर बंगाल की धरती को अपवित्र कर दिया। सभी जानते हैं कि ममता झूठी हैं, झूठ बोलने वाली हैं, भ्रष्टाचारी हैं, परिवारवादी हैं, तुष्टीकरण करने वाली नेता हैं। उत्तर बंगाल की जनता पहले ही ममता को नकार चुकी है। वह ‘हीरा’ है। राज्य को ‘अलविदा’ कहने का समय आ गया है। बानरहाट की सभा से ममता बनर्जी ने उत्तर बंगाल के बंद चाय बागानों के श्रमिकों को 1500 रुपये भत्ता देने की घोषणा की। राज्य के विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता की घोषणा को “डीपी का काट” बताया। शुभेंदु के मुताबिक, वोट असल में ममता बनर्जी के उत्तर बंगाल दौरे और झूठे वादे करने के लिए था। राज्य विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी एक राजनीतिक कार्यक्रम के लिए मंगलवार को सिलीगुड़ी पहुंचे। इस दिन सिलीगुड़ी की सभा से उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति अपना गुस्सा जाहिर किया। ममता बनर्जी ने कल बानरहाट में सरकारी सेवा सहायता कार्यक्रम के मंच से उत्तर बंगाल के बंद चाय बागान श्रमिकों को वित्तीय सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने चाय श्रमिकों को सरकारी पट्टे जारी करने, चाय सुंदरी योजना के तहत आवास और बंद चाय बागानों में श्रमिकों के लिए 1500 रुपये मासिक भत्ता देने की घोषणा की। इस संदर्भ में शुभेंदु अधिकारी ने कहा, वोटिंग वास्तव में ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के लोगों को खाना खिलाने आई हैं। इस दिन उन्होंने दावा किया कि अगर बंद चाय बागानों समेत कोई अन्य उद्योग 1 साल तक बंद रहता है तो केंद्रीय श्रम मंत्रालय उस उद्योग से जुड़े श्रमिकों को 1500 रुपये मासिक भत्ता देता है। लेकिन ममता बनर्जी केंद्र के उस प्रोजेक्ट को अपने नाम पर चलाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने उत्तर बंगाल के लोगों को वोट के लिए ‘डीपी का चॉप’ खिलाया। वह उत्तर बंगाल का दौरा कर झूठे वादे कर उत्तर बंगाल की धरती को कलंकित कर रहे हैं। 24वीं लोकसभा चुनाव में जनता इसका जवाब देगी।
शुभेदु अधिकारी ने कहा कि जहां तक सीएम का कहना है की केंद्र पैसा नहीं देती यह पूरी तरह गलत है। हां केंद्र पैसे के लूट को नहीं होने देने वाली। यहां तक विपक्ष गठबंधन का सवाल है यह सभी 2G 3G 4G चोर है। प्रधानमंत्री से मिलने के लिए मुख्यमंत्री दिल्ली जा रही है। एक पोटोकॉल है कि कोई भी मुख्यमंत्री अगर संसद सत्र के दौरान मुख्यमंत्री वहां जाते है तो पीएम उनसे मिलने का समय देते है। रिपोर्ट अशोक झा