रंगापानी दुर्घटना स्थल से फिर शुरू हुआ रेलवे का आवागमन
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सिलीगुड़ी: रंगापानी रेल दुर्घटना के बाद देर रात ट्रैक को दुरुस्त कर लिया गया। रेलवे की ओर से फिर से ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ कर दी गई है। बता दें कि इस भीषण टक्कर के कारण कंचनजंगा एक्सप्रेस के कम से कम दो डिब्बे पटरी से उतर गए थे। यह दुर्घटना सिलीगुड़ी के रंगापानी क्षेत्र में हुई, जो उत्तर बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से करीब 10 किलोमीटर दूर है। अब सवाल ये है कि जिन लोगों की इस ट्रेन हादसे में मौत हुई है, क्या रेलवे के तरफ से उन्हें पैसे मिलेंगे? अगर मिलेंगे तो कितने रुपए? रेलवे के तरफ से यात्रा के दौरान हुई घटना को लेकर कितने रुपए का इंश्योरेंस कवर मिलता है, जिन लोगों ने ट्रेन टिकट बुक करते वक्त ये इंश्योरेंस अपने टिकट में ऐड कराया होगा, उन्हें अलग से कितना खर्च करना पड़ा होगा और उसके तहत टर्म एंड कंडीशन क्या है? आज की स्टोरी में हम इसी के बारे में बात करने वाले हैं।
किन लोगों को मिलेगा इंश्योरेंस का क्लेम?: अगर आप रेलवे से यात्रा करते हैं तो आपको इस खास इंश्योरेंस सर्विस के बारे में जरूर पता होना चाहिए, जहां आप महज 45 पैसे रुपए खर्च करके 7 से 10 लाख रुपए तक का कवर पा सकते हैं। टिकट कराते समय यात्री को विकल्प दिया जाता है कि वो ट्रेवल इंश्योरेंस लेना चाहते हैं या नहीं। इसके लिए मामूली सी 45 पैसे की रकम उनसे ली जाती है। मतलब ये कि जिन 8 यात्रियों की इस हादसे में मौत हुई है। किसी ने भी इस कवर को अपने टिकट में ऐड कराया होगा तो उसे इंश्योरेंस कंपनी के तरफ से 10 लाख रुपए तक की राशि दी जाएगी। कितना आता है कवर खरीदने में खर्च?: ट्रेन हादसा होने पर यात्री अगर घायल होता है तो उसे 7.5 लाख रुपए का बीमा कवर मिलता है। साथ ही हॉस्पिटल में इलाज के लिए 2 लाख रुपए का इलाज मुफ्त होता है. वहीं, अगर यात्री कि मौत हो जाती है या वह विकलांग हो जाता है तो उसके परिजनों को 10 लाख रुपए का बीमा कवर मिलता है. बता दें, इस बीमा के लिए वो व्यक्ति ही क्लेम कर सकते हैं जिन्होंने 45 पैसे वाला बीमा ले रखा है. बता दें, टिकट कराते समय आपको नॉमिनी की डिटेल सही से भरनी चाहिए. यह डिटेल भरने का ऑप्शन टिकट करने के बाद मेल पर आए लिंक पर मिलता है. इसलिए अगर आप ऑनलाइन टिकट खुद से या किसी एंजेंट से कराते हैं तो उसे खुद का ईमेल आईडी यूज करने को बोलें ताकि आपको नॉमिनी का नाम भरने का मौका मिल सके और किसी हादसे की स्थिति में क्लेम करने में दिक्कत ना हो। क्लेम करने का क्या है तरीका?: अगर कभी हादसा होता है, उस दौरान जिन भी यात्रियों ने टिकट कराते समय ट्रेवल इंश्योरेंस लिया होगा। उन्हें इस बीमा के तहत 10 लाख रुपए मिलेंगे। हालांकि, इसको क्लेम करने का तरीका अलग है. रेलवे ये पैसे नहीं देता है बल्कि ट्रेवल इंश्योरेंस जिस कंपनी ने किया है वो ये बीमा कवर देती हैं। ट्रेवल इंश्योरेंस सिर्फ उन्ही यात्रियों को मिलता है जिन्होंने ऑनलाइन टिकट कराए होते हैं. वहीं, एक PNR पर जितने भी टिकट बुक किए होंगे उन सभी को ट्रेवल इंश्योरेंस का फायदा मिलेगा. ट्रेवल इंश्योरेंस सिर्फ कन्फर्म और RAC टिकट वालों को ही मिलता है. ट्रेन हादसा होने के 4 महीने के अंदर नॉमिनी या बेनेफिशियरी को ट्रेवल इंश्योरेंस क्लेम करना होता है. इसके लिए जिस कंपनी ने आपका बीमा किया है उस कंपनी में जाकर आपको अपनी डिटेल देनी होती है. कुछ दिन अंदर आपका ट्रेवल इंश्योरेंस आपको मिल जाता है। रिपोर्ट अशोक झा