कर्मा देवी स्मृति पीजी कालेज में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में हिंदी की पृष्ठभूमि और योगदान पर चर्चा

कर्मा देवी स्मृति पीजी कालेज में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में हिंदी की पृष्ठभूमि और योगदान पर चर्चा

उप्र बस्ती जिले में कर्मा देवी स्मृति पीजी कालेज में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में चीन के विश्वविद्यालय से आए मुख्य अतिथि,प्रोफेसर विवेक मणि त्रिपाठी, विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी और डा. आनन्द कुमार पांडेय रहे।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर डा विवेक मणि त्रिपाठी ने हिंदी के विकास परंपरा पर बात करते हुए चीन में हिंदी फिल्मों के बढते प्रभाव के साथ , धार्मिक ग्रंथ के अनुवाद ने हिंदी को विकसित किया है ।विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर सिद्धार्थ शंकर ने कहा कि हिंदी का विश्व पटल एक बड़ा कैनवास बन चुका है ।हिंदी विश्व की प्रमुख भाषा के रुप स्थापित होगी। हिन्दी एक दिन विश्व की सबसे बड़ी भाषा बनेगी।
डा आनंद कुमार पांडे ने हिंदी के बड़े कैनवास पर चर्चा करते हुए हिंदी को एक राष्ट्रभाषा में स्थापित करें ,जिससे विश्व पटल पर हिंदी स्थापित हो सकें। कार्यक्रम का संयोजन डा.मुकेश कुमार मिश्र ने किया। इस मौके पर रघुनाथ पाल , पप्पू सिंह, डा. अजरा परवीन ,डा निलेश गुप्त, डा. अशोक उपाध्याय ,संजय गौड़, डा. अनीता सिंह , डा पुष्पा सिंह ,अनील मौर्य ,अरूण श्रीवास्तव सहित तमाम लाेग मौजूद रहे।

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