बाड़मेर के पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह की मौत

नई दिल्ली:
कार हादसे में बाड़मेर के पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह की मौत हो गई है। इस दुर्घटना में मानवेंद्र सिंह और उनका बेटा हमीर सिंह गंभीर रूप से घायल हुए हैं।पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह अपनी पत्नी के साथ 2018 में ही बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। मानवेंद्र भी अपने बेटे के साथ गंभीर रूप से घायल हुए हैं और दोनों का इलाज चल रहा है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर यह सड़क हादसा मंगलवार शाम अलवर के नौगांवा (हरियाणा बॉर्डर) के पास खूशपुरी में हुआ है। हादसे में बाड़मेर के पूर्व सांसद मानवेंद्र की पत्नी चित्रा सिंह का निधन हो गया। मानवेंद्र सिंह के अलावा उनका बेटा हमीर सिंह भी घायल हो गया है। गाड़ी में मानवेंद्र सिंह का बेटा भी सवार था। दोनों घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। घायलों को अलवर के सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
दिल्ली से जयपुर जा रहा था परिवार
बताया जा रहा है कि मानवेंद्र सिंह अपनी पत्नी और बेटे के साथ दिल्ली से जयपुर आ रहे थे, लेकिन अचानक से हाईवे पर उनकी गाड़ी पलट गई। हालांकि हादसे की वजह क्या रही वो अभी साफ नहीं है। हादसे में उनकी पत्नी की जान चली गई तो बेटे हमीर सिंह को शरीर में कई जगहों पर चोटें आई हैं। नाक और चेहरे पर चोट लगी हैं। पूर्व सांसद मानवेंद्र भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उनकी पसलियां टूट गई हैं। दोनों घायलों का अलवर के सरकारी अस्तपाल में इलाज चल रहा है। हादसे की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के आला अधिकारी अस्पताल पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों के नेता अस्पताल में मौजूद हैं।
मानवेंद्र की घर वापसी की कवायद
राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र में जसवंत सिंह परिवार का खासा प्रभाव माना जाता है। जसवंत सिंह विदेश और वित्त मंत्री रहे हैं। उनके बेटे मानवेंद्र सिंह राजनीति में आने से पहले सेना में थे और कर्नल रहे। फिर 2004 में बाड़मेर-जैसलमेर सीट से बीजेपी के टिकट पर सांसद चुने गए। 2013 के चुनाव में शिव विधानसभा सीट से विधायक भी चुने गए थे। लेकिन 2014 में पिता जसवंत सिंह के संसदीय क्षेत्र में बीजेपी के प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव प्रचार करने के खिलाफ पार्टी से निकाल दिया गया था।
बाद में 2018 के चुनाव से पहले मानवेंद्र अपनी पत्नी चित्रा के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। राहुल गांधी ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया था। वह 2018 में झालरपाटन से वसुंधरा राजे के खिलाफ मैदान में उतरे लेकिन चुनाव हार गए थे। 2023 के विधानसभा चुनाव में वह बाड़मेर के सिवाना सीट से उठे थे लेकिन जीत नहीं पाए। हालांकि अब उनकी फिर से घर वापसी के कयास लगाए जा रहे थे। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर हाथ के निशान की जगह पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और पिता जसवंत सिंह की साथ की फोटो रखा दी है। राज्य की भजनलाल शर्मा सरकार उन्हें फिर से पार्टी में लाने की कोशिश में लगी हुई है। रिपोर्ट अशोक झा

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