दिनहाटा में संदेश खाली जैसी घटना का आरोप, गरमा सकती है राजनीति

सिलीगुड़ी: संदेश खाली की घटना अभी सुलग ही रही है। बंगाल के संदेशखाली मामले पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) 22 फरवरी यानि आज डॉक्युमेंट्री रिलीज करेगी। पार्टी ने संदेशखाली में महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल सरकार पर हमला तेज कर दिया है। वही दूसरी ओर
उत्तर बंगाल के दिनहाटा में टीएमसी नेता द्वारा महिला के उत्पीड़न का एक वीडियो इंटरनेट पर आया है। इसके बाद राजनीति गरमा गई है। क्षेत्र में इस प्रकार का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने से हड़कंप मच गया है। भाजपा नेता अर्पिता नारायण ने इस वीडियो को इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किया है। आरोपों के घेरे में कोई और नहीं उत्तर बंगाल उन्नयन मंत्री सह तृणमूल नेता उदयन गुहा हैं। वीडियो में महिला कह रही है कि तृणमूल नेता उदयन, दीपक भट्टाचार्य और बिशु धर रात को बदमाशों के साथ घर पहुंचे और अपने यहां आने को कहा। जब उसने जाने से मना किया तो घर में तोड़फोड़ की गई। दिनहाटा में भयानक आरोप भी लगे हैं। महिलाओं ने रात में पार्टी कार्यालय बुलाने की शिकायत की है।जवाब न देने पर घर में तोड़फोड़ करने और मारपीट करने का आरोप लगा है। दिनहाटा के बुरीरहाट इलाके की पीड़ित महिला ने शिकायत करते हुए कहा, ”दिलीप भट्टाचार्य के गुंडों ने मुझे आधी रात को पार्टी कार्यालय में बुलाया। मुझे रात बारह बजे पिठा बनाने के लिए कहा गया। महिलाएं किस चीज का सम्मान नहीं करतीं? वह मेरे घर आता था और कभी-कभी मुझे प्रताड़ित करता था। मेरी इज्जत नहीं है? मैंने कहा कि क्या तुम मुझे जीवित नहीं रहने दोगे? उन्होंने यह भी कहा, “मैं हाथ जोड़कर कहती हूं। मुझे थोड़ा जीने दो, मेरा सम्मान है। मैं नहीं गई तो आधी रात को लोगों ने आकर मेरे घर में तोड़फोड़ की। उनकी नियत खराब है। लेकिन मैं उस तरह की महिला नहीं हूं। अब दिनहाटा में महिलाओं ने लगाए यौन उत्पीड़न के आरोप: लेकिन वह अकेली नहीं है. एक अन्य महिला ने प्रताड़ना की बात कबूल की। उन्होंने कहा, ”तृणमूल के गुंडों ने मुझे रात 12 बजे पार्टी कार्यालय में बुलाया। मुझसे पिठा बनवाने की बात कही। उनकी नियत खराब थी। जब मैं नहीं मानी तो अगली रात 9 बजे वे आये और मेरे घर में तोड़फोड़ की। मेरे सिर पर बंदूक रख दिया। एक अन्य महिला ने कहा, ”मतगणना के अगले दिन, वे दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गये। मेरा पति नहीं मिला। फिर मुझे पकड़ लिया। पिछले कुछ महीनों में ऐसे आरोप सामने आए हैं। लेकिन अभी तक किसी ने डर के मारे अपना मुंह नहीं खोला है। दिनहाटा के पीड़ित अब संदेशखाली की घटना के बाद सामने आ रही हैं। दो ने पहले ही थाने में शिकायत दर्ज करा दी है। बीजेपी ने टीएमसी पर लगाया आरोप: इस संदर्भ में, उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने कहा, भाजपा ने अब संदेशखाली को सामने रखकर एक नई कहानी शुरू की है। मुझे नहीं पता कि कोई नेता 10 बजे के बाद बाहर रहता है या नहीं। ” उन्होंने चुनौती दी, “अगर लोग सोचते हैं कि मैं यह कर सकता हूं, तो लोग मुझसे दूर हो जाएं। दिनहाटा की इस घटना पर सिलीगुड़ी के बीजेपी विधायक शंकर घोष ने कहा, ”कूचबिहार के अंदर कई इलाकों में कानून-व्यवस्था की समस्या है। शिकायतों की जांच किए बगैर शिकायत करने वालों के खिलाफ जाना हमारी आदत बन गई है और इसीलिए संदेशखाली जैसी घटना घटी है। देखना होगा की यह मामला क्या रंग लाता है। बीजेपी ने X प्लेटफॉर्म पर इस मामले में ममता बनर्जी से सवाल भी पूछा है। लोकसभा चुनावों से पहले पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले में महिलाओं के साथ रेप और उत्पीड़न की कथित घटनाओं पर बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। संदेशखाली का इलाका कोलकाता से 100 किलोमीटर की दूरी पर सुंदरबन की सीमाओं के पास मौजूद है। तृणमूल कांग्रेस के एक नेता शेख शाहजहां और उनके समर्थकों पर जमीन कब्जा करने और यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद यहां विरोध-प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। तृणमूल कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद ‘दीदी के बोलो’ कैंपेन लॉन्च किया था, जिसका मकसद पश्चिम बंगाल के लोगों को सीधे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक अपनी शिकायत पहुंचाने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना था। तृणमूल कांग्रेस के इस कदम का मकसद राज्य में बीजेपी से मुकाबला करना था। बीजेपी ने संदेशशाली मामले में इसी अंदाज में तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा है। बीजेपी ने दावा किया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने पश्चिम बंगाल के लोगों पर अत्याचार करने के मामले में लेफ्ट पार्टियों की सरकार को भी पीछे छोड़ दिया है। बीजेपी ने ममता सरकार पर बरसते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता तृणमूल कांग्रेस को करारा जवाब देगी। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न का मुद्दा उठाते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस और विपक्षी ‘INDI’ अलायंस के अन्य घटकों की आलोचना की और इस मामले पर उनकी चुप्पी पर सवाल उठाए। रिपोर्ट अशोक झा

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