टीएमसी फरार शाहजहां शेख को नहीं बचा रही है: अभिषेक बनर्जी
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में टीएमसी नेता शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इसके चलते इलाके में पिछले कई दिनों से तनाव है। इस बीच टीएमसी महासचिव और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने शाहजहां शेख को लेकर बड़ा बयान दिया है। अभिषेक बनर्जी ने रविवार (25 फरवरी) को मीडिया से कहा, ”टीएमसी फरार शाहजहां शेख को नहीं बचा रही है। शाहजहां शेख को क्यों गिरफ्तार नहीं कर पा रही पुलिस?टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा, ”राज्य प्रशासन अदालत के आदेश का हवाला देते हुए शाहजहां शेख के खिलाफ कोई कठोर कदम नहीं उठा पा रहा है। इससे पहले अभिषेक बनर्जी के हवाले से पश्चिम बंगाल के सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक ने शनिवार (24 फरवरी) को मीडिया से कहा था कि अगर कोर्ट से मंजूरी मिल गई तो सिर्फ 10 दिनों में शाहजहां शेख सलाखों के पीछे होंगे। शाहजहां शेख पर लगे हैं गंभीर आरोप: शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर इलाके में लोगों की जमीन हड़पने और महिलाओं के साथ यौन शोषण करने के गंभीर आरोप लगे हैं। पिछली 5 जनवरी से शाहजहां शेख उस वक्त से फरार हैं, जब ईडी के अधिकारियों ने संदेशखाली में उनके ठिकानों पर छापेमारी की कोशिश की थी और भीड़ के हमले का शिकार हो गए थे। उस हमले का मास्टरमाइंड होने का आरोप शेख शाहजहां पर ही है।
शाहजहां शेख के भाई से टीएमसी ने बनाई दूरी: इस मामले पर राजनीतिक वार-पलटवार भी देखा जा रहा है। इस बीच शाहजहां के छोटे भाई सिराजुद्दीन शेख के खिलाफ जबरदस्ती खेत हड़पने और उन्हें मछली पालन फार्म में बदलने की शिकायतों के बीच टीएमसी नेतृत्व ने आरोपी से दूरी बनानी शुरू कर दी है। यह राज्य के सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक की एक टिप्पणी से स्पष्ट हो गया, जो शनिवार को राज्य अग्निशमन सेवा मंत्री सुजीत बसु और स्थानीय तृणमूल विधायक सुकुमार महतो के साथ संदेशखाली के दौरे पर थे। भौमिक ने वहां मीडियाकर्मियों से कहा कि हालांकि सिराजुद्दीन कभी तृणमूल क्षेत्र के अध्यक्ष हुआ करते थे, लेकिन कुछ समय पहले उन्हें पद से हटा दिया गया था।।उनकी जगह अजीत मैती ने ले ली है. हालांकि, न तो मंत्री और न ही स्थानीय पार्टी विधायक ने सिराजुद्दीन को पद से हटाने का समय स्पष्ट किया। टीएमसी का माकपा और बीजेपी पर निशाना: जब मीडियाकर्मियों ने बताया कि मैती के खिलाफ भी अवैध जमीन कब्जाने की शिकायतें हैं तो भौमिक ने कहा, ”संदेशखाली में जो कुछ हो रहा है, वह माकपा और बीजेपी की ओ से संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है. हम पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि स्थानीय लोगों को जमीन लौटाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। रिपोर्ट अशोक झा