जॉन बारला और मीनाक्षी लेखी को कही और से लड़ा सकती है भाजपा

कोलकाता: भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए 195 सीटों पर उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। पश्चिम बंगाल में भी 20 सीटों पार्टी ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। केंद्रीय मंत्रियों को मौका मिला है, नए चेहरों पर भरोसा जताया गया है और फिल्मी सितारों को भी आगे किया गया है।पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीटें हैं, उनमें से 20 पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई। राज्य से प्रमुख भाजपा उम्मीदवारों में कूच बिहार लोकसभा सीट से निसिथ प्रमाणिक शामिल हैं। पहले उत्तरी बंगाल जिले कूचबिहार से तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता रहे, 38 वर्षीय निसिथ प्रमाणिक मार्च 2019 में भाजपा में शामिल हो गए थे। जुलाई 2021 में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान कैबिनेट फेरबदल के बाद निसिथ प्रमाणिक गृह मामलों के साथ-साथ युवा मामलों और खेल मंत्रालय में राज्य मंत्री बने। अलीपुरद्वार लोकसभा सीट से मनोज तिग्गा को टिकट दिया गया है। वह 2016 और 2021 के लगातार दो राज्य चुनावों में पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के मदारीहाट (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा विधायक हैं। मनोज तिग्गा वर्तमान में बंगाल विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक के रूप में कार्यरत हैं। तिग्गा ने आगामी आम चुनाव में उत्तर बंगाल की अलीपुरद्वार सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद जॉन बारला की जगह ली है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को सुकांत मजूमदार को टिकट: मौजूदा केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री बारला संयोग से बंगाल के पहले भाजपा नेताओं में से थे, जिन्होंने क्षेत्र के प्रति ममता बनर्जी सरकार पर अविकसितता और उदासीनता का आरोप लगाते हुए उत्तर बंगाल से अलग एक अलग राज्य की मांग की थी। बालुरघाट लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार सुकांत मजूमदार पश्चिम बंगाल भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष हैं। पहली बार सांसद बने सुकांत मजूमदार ने 2019 में बालुरघाट लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी। बोनगांव (एससी) लोकसभा सीट से बीजेपी ने शांतनु ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है। मतुआ समुदाय के प्रमुख नेता शांतनु ठाकुर ने 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राजनीति में प्रवेश किया था।ठाकुर को जुलाई 2019 में कैबिनेट फेरबदल में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था।
सुभेंदु अधिकारी के भाई ने सौमेंदु को टिकट:कांथी लोकसभा सीट पर सौमेंदु अधिकारी को टिकट दिया गया है। सुभेंदु अधिकारी के भाई ने सौमेंदु ने 2021 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनके भाजपा में शामिल होने के बाद से खुद को टीएमसी से दूर कर लिया था। उनके पिता, शीशीर अधिकारी, कांथी लोकसभा सीट से तीन बार टीएमसी सांसद रहे थे।
उन्होंने भी अपने बेटे सुभेंदु के दलबदल के बाद पार्टी से दूरी बना ली है।भाजपा ने क्यों किया यह बदलाव?।तीन केंद्रीय मंत्रियों को टिकट न मिलने के कारण की बात करें तो रामेश्वर तेली को लेकर डिब्रूगढ़ की जनता में असंतोष की स्थिति मानी जा रही है। इसलिए यहां से भाजपा ने सर्वानंद सोनोवाल पर भरोसा जताया है। रामेश्वर तेली के विरोध में असम में विरोध प्रदर्शन भी हो चुके हैं। साल 2009 के चुनाव में डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से सोनोवाल प्रत्याशी थे और जीते भी थे। मीनाक्षी लेखी की बात करें तो चर्चा है कि भाजपा ने उन्हें पूरी तरह से चुनावी दौड़ से बाहर नहीं किया है। माना जा रहा है कि उन्हें चंडीगढ़ से टिकट दिया जा सकता है।
जिन केंद्रीय मंत्रियों को टिकट नहीं मिला है उनमें मीनाक्षी लेखी, रामेश्वर तेली और जॉन बारला के नाम शामिल हैं। मीनाक्षी लेखी विदेश राज्य मंत्री हैं। वह फिलहाल सेंट्रल दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद हैं। असम की डिब्रूगढ़ लोकसभा से सांसद रामेश्वर तेली को भी टिकट नहीं दिया गया है। उनके पास खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय है। इनके अलावा अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉन बारला को भी भाजपा ने चुनाव न लड़ाने का फैसला किया है। बारला पश्चिम बंगाल की अलीपुरद्वार लोकसभा सीट से सांसद हैं।
इन सीटों पर किसे बनाया प्रत्याशी?
मीनाक्षी लेखी की जगह सेंट्रल दिल्ली सीट से भाजपा ने इस बार बांसुरी स्वराज को टिकट दिया है। बांसुरी पूर्व केंद्रीय मंत्री (दिवंगत) सुषमा स्वराज की बेटी हैं। डिब्रूगढ़ से केंद्रीय मंत्री और असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल को उम्मीदवार बनाया गया है। सोनोवाल राज्यसभा के सदस्य हैं। अलीपुरद्वार से भाजपा ने मनोज तिग्गा को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है। वह मदारीहाट विधानसभा से विधायक हैं। उन्होंने 2009 का लोकसभा चुनाव अलीपुरद्वार से ही लड़ा था लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। बंगाल में भाजपा की कोशिश अपनी स्थिति मजबूत करने की है। यहां की अलीपुरद्वार सीट पर बारला की जगह तिग्गा को उम्मीदवार बनाने का भाजपा का फैसला थोड़ा हैरान करने वाला है। पिछले लोकसभा चुनाव में बारला ने अलीपुरद्वार सीट से बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी दशरथ तिर्की को 2 लाख से ज्यादा मतों के अंतर से हराया था। इसके बावजूद भाजपा ने उन्हें टिकट न देने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि भाजपा उन्हें ऐसी किसी सीट से चुनाव लड़ा सकती है जहां पार्टी की स्थिति थोड़ी कमजोर है। पहली सूची में 195 नामों का ऐलान किया गया है. इस सूची में सर्वाधिक नाम उत्तर प्रदेश से हैं।पार्टी ने उत्तर प्रदेश से 51 उम्‍मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। इस सूची में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और कई पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। साथ ही 28 महिलाओं को भी पार्टी की तरफ से टिकट दिया गया है। पार्टी ने इस सूची में हर वर्ग को उचित प्रतिनिधित्‍व देने का प्रयास किया है। साथ ही सूची में अनुभव के साथ युवा चेहरों को भी प्राथमिकता दी गई है। सूची में महिला उम्‍मीदवारों को भी काफी संख्‍या में टिकट दिए गए हैं।।इसके जरिए भाजपा ने हर वर्ग और समुदाय के लोगों को साधने की कोशिश की है, जिससे लोकसभा चुनाव से पूर्व आम जनता में पार्टी को लेकर सकारात्‍मक संकेत जाए।
सूची में पार्टी ने महिलाओं को 14.3 फीसदी प्रतिनिधित्‍व दिया है।वहीं ओबीसी 29.23 फीसदी, एससी 13.8 फीसदी और एसटी 9.23 फीसदी है. इसके साथ ही पार्टी ने 50 साल से कम उम्र के 24.01 फीसदी उम्‍मीदवारों को उतारा है। वहीं इस लिस्‍ट में ओबीसी, एससी और एसटी का संयुक्‍त प्रतिनिधित्‍व 52.3 फीसदी है। पार्टी ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विदिशा सीट से लोकसभा चुनाव में उतारा है।ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना सीट से उतारा गया है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर केरल के तिरुवनंतपुरम से, सर्बानंद सोनोवाल असम की डिब्रूगढ़ सीट से, केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू अरुणाचल पूर्व से, भूपेंद्र यादव राजस्थान के अलवर से, ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश के गुना से, संजीव बालियान मुजफ्फरनगर और स्मृति ईरानी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे।
पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी, नई दिल्ली से बांसुरी स्वराज, पश्चिमी दिल्ली से कमलजीत सहरावत, दक्षिणी दिल्ली से रामवीर सिंह बिधूड़ी और चांदनी चौक से प्रवीण खंडेलवाल चुनाव लड़ेंगे। पार्टी ने नयी दिल्ली से केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी की जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को, दक्षिणी दिल्ली से रमेश बिधूड़ी की जगह रामवीर सिंह बिधूडी, चांदनी चौक से पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन की जगह प्रवीण खंडेलवाल, पश्चिमी दिल्ली से प्रवेश वर्मा की जगह कमलजीत सेहरावत को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने जिन अन्य केंद्रीय मंत्रियों की उम्मीदवारी की घोषणा की है उनमें परषोत्तम रुपाला (राजकोट), मनसुख मांडविया (पोरबंदर), देवुसिंह चौहान (खेड़ा), अर्जुन राम मेघवाल (बीकानेर), गजेंद्र सिंह शेखावत (जोधपुर) कैलाश चौधरी (बाड़मेर), जितेंद्र सिंह (उधमपुर), अन्नपूर्णा देवी (कोडरमा), अर्जुन मुंडा (खूंटी), वी मुरलीधरन (अट्टिंगल), वीरेंद्र खटीक (टीकमगढ़), फग्गन सिंह कुलस्ते (मंडला), जी किशन रेड्डी (सिकंदराबाद), सत्यपाल सिंह बघेल (आगरा), अजय मिश्रा ‘टेनी’ (खीरी), कौशल किशोर (मोहनलालगंज), भानु प्रताप वर्मा (जालौन), साध्वी निरंजन ज्योति (फतेहपुर), पंकज चौधरी (महाराजगंज), निसिथ प्रामाणिक (कूचबिहार), शांतनु ठाकुर (बनगांव) और सुभाष सरकार (बांकुड़ा) के नाम शामिल हैं.
केरल की त्रिसूर सीट से फिल्म अभिनेता सुरेश गोपी को उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी के बेटे अनिल एंटनी को पत्तनमतिट्टा से टिकट दिया गया है। बीजेपी की तरफ से जारी लिस्ट में सिर्फ एक मुस्लिम उम्मीदवार अब्दुल सलाम को केरल के मलप्पुरम से टिकट दिया गया है।
राजस्थान में पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे व सांसद दुष्यंत सिंह को एक बार फिर झालावाड़-बारां सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस से भाजपा में आए महेंद्रजीत मालवीय और ज्योति मिर्धा को भी लोकसभा का टिकट दिया गया है। भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष व सांसद सीपी जोशी एक बार फिर चित्तौड़गढ़ सीट से चुनाव लड़ेंगे।
इन उम्‍मीदवारों में कई नाम ऐसे हैं, जो फिल्‍म और टेलीविजन के जरिए पहले ही अपना एक खास मुकाम बना चुके हैं। इनमें सबसे नया नाम भोजपुरी स्‍टार पवन सिंह का है। पार्टी ने पवन सिंह को पश्चिम बंगाल के आसनसोल से टिकट दिया है। वह पहली बार चुनाव मैदान में उतरने जा रहे हैं। फिलहाल आसनसोल से फिल्‍म अभिनेता और तृणमूल कांग्रेस के नेता शत्रुघ्‍न सिन्‍हा सांसद हैं।
भाजपा के राष्‍ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने भाजपा की पहली सूची जारी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के लिए 370 और एनडीए के लिए 400 सीटों का लक्ष्य रखा है। हमने पिछले कुछ महीनों में एनडीए का विस्तार किया है।विश्वास है कि हम फिर से सरकार बनाएंगे।रिपोर्ट अशोक झा

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