भाजपा को बाहरी बताने वाले टीएमसी बताए की यूसुफ पठान और कृति आजाद क्या बंगाल के

कोलकाता: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।कोलकाता के सबसे बड़े ब्रिगेड परेड मैदान में रविवार (10 मार्च) को जन गर्जना रैली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी घोषणा की। आखिरी मौके पर उम्मीद लगाई जा रही थी कि तमाम असहमतियों को पार पाते हुए तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी इंडिया गठबंधन के बैनर तले एक साथ चुनाव लड़ेंगे। लेकिन मामला सीट के बंटवारे को लेकर फंस गया। ममता बनर्जी पहले ही कह चुकी हैं कि असम और मेघालय में भी टीएमसी चुनाव लड़ेगी। वहीं उत्तर प्रदेश में एक सीट पर चुनाव लड़ने के लिए समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव से बात चल रही है। कांग्रेस नेताओं के बयानों की माने तो ममता बनर्जी कांग्रेस को सिर्फ दो सीट देने को राजी थीं, जिसपर पिछले चुनाव को कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। TMC की ओर से सीट के ऐलान के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश एक्स पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, कांग्रेस शुरूआत से ही TMC से सीटों को लेकर एक सम्मानजनक साझेदारी की अपील करती रही है। कांग्रेस का हमेशा से कहना रहा है कि समझौते का हल एकतरफा ऐलानों से नहीं बल्कि बातचीत से होना चाहिए। कांग्रेस हमेशा से चाहती थी कि ‘इंडिया’ गठबंधन मिलकर बीजेपी का मुकाबला करे। गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल की कुल 42 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस सिर्फ दो सीटें जीत पाई थी, बाकी 22 सीटों पर टीएमसी और 18 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी। महुआ मोइत्रा पर फिर से चला दांव, नए नवेले नेताओं को भी जगह: संसद से सदस्यता रद्द किए जाने के बावजूद पार्टी ने एक बार फिर महुआ मोइत्रा पर भरोसा जताया है. पार्टी ने उन्हें कृष्णनगर सीट से दोबारा टिकट दिया है। इसके अलावा आसनसोल से शत्रुघ्न सिन्हा को एक बार फिर टिकट दिया गया है। इस सीट पर बीजेपी ने भोजपुरी गायक पवन सिंह को टिकट दिया था लेकिन टिकट मिलने के एक दिन बाद ही पवन सिंह से अपना टिकट वापस कर दिया था।
ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी अपनी पारंपरिक डायमंड हार्बर सीट से चुनाव लड़ेंगे। बर्दवान के दुर्गापुर सीट से TMC ने पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद को मैदान में उतारा है. वहीं पार्टी ने बहरमपुर सीट से क्रिकेटर यूसुफ पठान को टिकट दिया है. ये सीट कांग्रेस नेता अधीर रंजन की पारंपरिक सीट मानी जाती है. यहां से एक बार फिर जीतने के लिए उनका यहां से मैदान में उतरना लगभग तय है। TMC ने बांकुड़ा के विष्णुपुर सीट से बीजेपी सांसद सौमित्र खां की पत्नी सुजाता मंडल खां को टिकट दिया है. पार्टी ने मुकुट मणि अधिकारी को रानाघाट से टिकट दिया. मुकुट मणि अधिकारी दो दिन पहले ही पार्टी ज्वाइन किया है. इससे पहले वे बीजेपी में थे।
कई सांसदों का टिकट कटा: TMC ने अपनी लिस्ट में मौजूदा 7 सांसदों का टिकट काट दिया है। इसमें बशीरहाट सीट से अभिनेत्री नुसरत जहां और कोलकाता की जादवपुर सीट से अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती शामिल हैं। मीमी की जगह पार्टी ने सायनी घोष पर दांव चला है. इनके अलावा बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के पिता शिशिर अधिकारी और भाई दिब्येंदु अधिकारी का टिकट भी TMC ने काट दिया है।।इसके अलावा अपरूपा पोद्दार, मोहन जातुआ, सुनील कुमार मंडल का भी टिकट काट दिया है।नुसरत जहां की जगह पार्टी ने हाजी नुरूल इस्लाम को चुनावी मैदान में उतारा है. इस सीट के तहत ही संदेशखाली का इलाका आता है जो अभी चर्चा में है।42 में से 12 महिला उम्मीदवार: TMC की लिस्ट में कुल 12 महिलाओं को टिकट दिया गया है। टिकट पाने वाले 6 उम्मीदवार मुस्लिम समुदाय से आते हैं। ममता सरकार में 2 मौजूदा मंत्री, पार्थ भौमिक और बिप्लब मित्रा को टिकट मिला है। महुआ पर विवादों के बावजूद पार्टी ने जताया भरोसा: TMC नेता महुआ मोइत्रा पर आरोप लगा था कि उन्होंने कथित तौर पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछे थे. बीजेपी सासंद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि महुआ ने दर्शन हीरानंदानी नाम के कारोबारी से ‘रिश्वत’ लेकर कारोबारी गौतम अडानी और पीएम मोदी को निशाना बनाने के लिए सवाल पूछे थे। इन आरोपों के बाद संसद की एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया. लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी ने उनपर एकबार फिर से भरोसा जताया है।नुसरत जहां के टिकट कटने की क्या है वजह?अभिनेत्री नुसरत जहां जिस संसदीय इलाके की सांसद थी उसी इलाके में संदेशखाली पड़ता है. पार्टी ने उनकी जगह हाजी नुरूल इस्लाम को टिकट दिया है।संदेशखाली हिंसा को लेकर हुए विवाद में नुसरत जहां की भूमिका और उनकी सक्रियता पर पार्टी के भीतर ही कई तरह के सवाल उठ रहे थे. मीडिया रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि पार्टी के कई गुट उनके व्यवहार से भी खुश नहीं थे।
भाजपा ने टीएमसी को घेरा: पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार कहते हैं, ‘टीएमसी की सूची घोषित होने से ठीक आधे घंटे पहले, अभिषेक बनर्जी ऐसे बयान दे रहे थे जैसे बीजेपी बंगाल विरोधी है। अब, जब उम्मीदवारों की घोषणा की गई है, तो यह स्पष्ट है कि टीएमसी बाहर से लोगों को ला रही है। मुझे नहीं पता कि कीर्ति आज़ाद और यूसुफ़ पठान बंगाली हैं, यूसुफ़ पठान गुजरात से हैं, और पीएम मोदी भी हैं, लेकिन उनके लिए, पीएम मोदी एक बाहरी व्यक्ति हैं… वे (टीएमसी) नहीं हैं।’ उसके पास कोई उम्मीदवार नहीं है और इसलिए उन्होंने एक मौजूदा मंत्री को टिकट दिया है। भारतीय गठबंधन बिना कप्तान के एक जहाज के अलावा कुछ नहीं है। यह सीएम ममता बनर्जी की रणनीति है और उन्हें यह भी डर है कि किसी अन्य नेता को इतना महत्व नहीं मिलता जितना कोई बन सकता है। वह ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी से भी बड़े नेता हैं, इसलिए वे अभिनेत्रियों को टिकट देते हैं ताकि उनका भतीजा राजनेता बना रहे। रिपोर्ट अशोक झा

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