काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के स्टूडेंट वेलनेस सेल व दी साइकोलॉजिस्ट के संयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस का आयोजन

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के स्टूडेंट वेलनेस सेल व दी साइकोलॉजिस्ट के संयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमे विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय, सम्बन्ध कॉलेज के छात्र छात्राओं ने भाग लिया | छात्र अधिष्ठाता अनुपम कुमार नेमा, पायल जयसवाल, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, एस. सान्याल, एडवाइजर डीएसडब्लू, डॉ आलोक पाण्डेय, समन्वयक ग्रामीण विकास केंद्र उपस्थित रहे | कार्यक्रम समन्वयक की भूमिका में छात्र परामर्शदाता नित्यानंद तिवारी रहे |
नशीली दवाओं के दुरुपयोग के साथ-साथ मादक पदार्थों के अवैध व्यापार के खिलाफ लड़ाई के लिए जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 7 दिसंबर 1987 को प्रतिवर्ष 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाने का फैसला लिया।
वर्कशॉप के दौरान कार्यक्रम के समन्वयक नित्यानंद तिवारी ने कहा की नशा समाज के लिए ऐसा दीमक है जो समय से पहले ही जीवन को समाप्त कर रहा है। नशीले पदार्थों के सेवन से व्यक्ति न केवल अपनी शारीरिक हानि करता है बल्कि अपने परिवार के साथ-साथ सामाजिक वातावरण को भी दूषित करता है। नशे के प्रभाव से बच्चे, बुजुर्ग और युवा कोई भी अछूता नहीं है। मादक पदार्थों के सेवन के दुष्प्रभाव से सिर्फ भारत ही नहीं पूरा विश्व जूझ रहा है।
कार्यशाला की वक्ता पायल जायसवाल ने विभिन्न मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले कुप्रभावों की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन एलिना सिंह ने किया।

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