बंगाल में लग्जरी बस से हो रही तस्करी, बस का दरवाजा खुलते ही खुल गया राज
सिलीगुड़ी : बंगाल के पूर्व बर्धमान में एक लग्जरी बस के अंदर गायों के झुंड को बांधकर कहीं ले जाया जा रहा था। लेकिन इसी बीच रास्ते में न जाने कैसे बस का दरवाजा खुल गया और एक गाय बाहर आ गिरी।जैसे ही लोगों ने यह सब देखा तो उन्होंने बस को रुकवाया। जैसे ही लोग बस के अंदर घुसे तो पाया कि गायों का झुंड वहां बांधा हुआ है। वे यह सब देख हैरान रह गए। उन्होंने ड्राइवर से पूछा कि क्या तुम पशु तस्करी कर रहे हो? तो उसने इससे इनकार करते हुए कहा कि उसके पास इसे लेकर सभी डॉक्यूमेंट्स हैं। मामला मेमारी के जीटी रोड का है। जानकारी के मुताबिक, एक लग्जरी बस जैसे ही चकदिघी मोड़ के पास पहुंची, बस का दरवाजा खुला और एक गाय उससे बाहर आ गिरी। चलती बस को तुरंत लोगों ने रोका. उन्होंने ड्राइवर से पूछा कि बस के अंदर गाय कहां से आई। ड्राइवर कोई जवाब नहीं दे पाया। तभी उन्हें गायों की आवाज आई। उन्होंने बस के अंदर देखने का सोचा। जैसे ही कुछ लोग बस के अंदर घुसे तो हैरान रह गए।।गायों से भरी हुई थी बस: बस के अंदर एक भी सवारी नहीं थी। बल्कि, पूरी बस गायों से भरी हुई थी. लोगों के शक हुआ कि कहीं ये पशु तस्करी का मामला तो नहीं? इसलिए उन्होंने बस ड्राइवर राजू से इस संबंध में कई सवाल किए। ड्राइवर ने कहा कि वो कोई पशु तस्करी नहीं कर रहा। वह बिहार से आ रहा है। उसे इन गायों को पश्चिम बंगाल के पांडुआ में छो़ड़ना है। इसके लिए उसके पास सभी दस्तावेज भी हैं। लोगों ने उसके पास दस्तावेज देखे। फिर उसे जाने दिया. लेकिन लोगों में गाय के बस से इस तरह गिरने से उस समय हड़कंप मच गया था। उनका कहना था कि ऐसे कोई बड़ा सड़क हादसा भी हो सकता था। इस बारे में पुलिस को भी कोई शिकायत नहीं दी गई। कुछ लोगों ने बताया कि हम रास्ते से गुजर रहे थे कि तभी हमारे सामने अचानक से एक गाय बस से नीचे आ गिरी। यह देखते ही वहां हड़कंप मच गया. तुरंत बस को रोका गया। बस के अंदर से गायों की आवाजें आईं तो हमें शक हुआ। हम अंदर गए तो देखा बस पर्दे से ढकी हुई है। अंदर बहुत सी गाय बंधी हुई थीं। हालांकि, ड्राइवर ने इसके दस्तावेज हमे दिखाए। फिर हमने उसे जाने दिया। इसके पहले जोराबाट पुलिस ने एक सूचना के आधार पर आज सुबह एक एक्सयूवी 300 वाहन के चालक अशरफुल हक निवासी धुबड़ी और अब्दुल कादिर जिलानी निवासी धुबड़ी को मवेशी तस्करी के शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह दोनों व्यक्ति नगांव से जोराबाट के रास्ते पड़ोसी राज्य मेघालय के बर्निहाट के लिए एक वाहन से जा रहे थे। पुलिस के अनुसार दोनों ने स्वीकार किया कि वे एक मवेशी लदे वाहन को एस्कॉर्ट कर रहे थे, जो उनके पीछे आ रहा था। इसके बाद पुलिस ने पीछे से आ रहे एक मवेशी लदे वाहन को रोका और वाहन में एक ड्राइवर और दो सहायक बैठे मिले। पुलिस ने वाहन से 35 जीवित मवेशियों को बरामद किया। इसके बाद पुलिस ने ट्रक सवार साहिदुल रहमान, लतीफुल हक दोनों निवासी धुबड़ी और नागांव निवासी अरिफुल इस्लाम को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार ट्रक के चालक और सहायक ने स्वीकार किया कि वे नगांव से मवेशियों को लाए थे, हालांकि वे मवेशियों के मद्देनजर कोई सक्षम प्राधिकारी का कोई वैध परमिट या दस्तावेज नहीं दिखा सके। पुलिस ने बताया है कि मवेशियों की अवैध रूप से तस्करी की जा रही थी। पुलिस ने ट्रक और एसयूवी को जब्त कर मवेशियों को अपनी अभिरक्षा में ले लिया। साथ ही दोनों वाहनों के ड्राइवरों और उनके सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस कानूनी कार्रवाई में जुटी हुई है। रिपोर्ट अशोक झा